Tuesday, 13 July 2021

Article : जिम्मेदार कौन?

 

जिम्मेदार कौन?


कोरोना जब आया तो, सब बेहद डरे हुए थे। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि, इसके लिए जिम्मेदार कौन है?

इससे बचने के उपाय क्या हैं? कैसे इससे निजात पाई जाए।

कोरोना के लिए कभी चीन को, कभी तब्लीग़ी जमात को, कभी बाहर से आने वाले लोगों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा था।

देखा जाए तो यह काफी  हद तक यह सब सही भी कहा जा सकता है।

पूरे देश में सम्पूर्ण lockdown लगा दिया गया। 

नतीजतन कोरोना से तो लोग बच गए पर बहुत लोग, बेरोजगारी और भूखमरी से त्राहि त्राहि करने लगे।

जब कोरोना का प्रकोप थोड़ा सा कम हुआ तो, यह सोचा गया कि अब तक सब जागरूक हो चुके हैं तो कुछ भी ऐसा नहीं करेंगे कि कोरोना की दूसरी लहर आए।

अतः रोजगार फिर से सुचारू रूप से चल सके। इसके लिए थोड़ी ढील दी गई।

पर लोगों ने इसका ग़लत ही मतलब निकाल लिया और सब जगह सामान्य से अधिक भीड़ होने लगी। लोग उत्सव और मौज मस्ती करने लगे।

फिर वही हुआ जो होना था, कोरोना की दूसरी लहर भी आ गई और अपने साथ लाई, विकराल रूप मौत का।

ना जाने कितने लोगों को उनके परिजन सदैव के लिए छोड़ कर स्वर्ग सिधार गए।

दुःख का पर्याय यह था कि ना जाने कितने परिवार उजड़ गए, ना जाने कितने बच्चे अनाथ हो गए। ना जाने कितनों के जीवन साथी साथ छोड़ गए। बहुत से माँ-बाप ने अपने बच्चे खो दिए। बहुत ही भयावह मंजर था। 

पर धीरे धीरे स्थिति समान्य हो रही है, लोगों को जान से हाथ नहीं धोना पड़ रहा है।

पर क्या फिर से लापरवाही आरंभ नहीं हो गई है?

फिर से उत्सव, मौज मस्ती, भीड़....

क्या है यह सब?

आप खुद हरकतें करें, फिर इधर उधर सब को दोषी करार करें, यह कहाँ तक उचित है?

पहली बार कोरोना आने की वजह थी।

पर दूसरी लहर के जिम्मेदार वो सब हैं, जिन्होंने mask नहीं लगाया। दूरी बरकरार नहीं रखी और भीड़ बढ़ाने में सहयोग प्रदान किया।

और अब फिर बहुत से लोग यही कर रहे हैं।

जानते बूझते, आंखों को बंद कर लेना, या उन लोगों का मज़ाक उड़ाना जो protocol follow कर रहे हैं। या खुद protocol follow ना कर के अपने को बहादुर या महान साबित करने से आज नहीं तो कल कौन अलविदा कह देगा। ईश्वर जाने!

कोरोना की तीसरी लहर को invitation देने के जिम्मेदार मत बनें। 

देश के विकास और सुरक्षा की सारी जिम्मेदारी सरकार की ही नहीं होती है। अगर देश के नागरिक जागरूक व समझदार हैं। तभी देश सुरक्षित व विकसित रहता है।

थोड़ा सा सब्र रखें और protocol follow कीजिए। कम से कम तब तक तो, जब तक सबको vaccination ना हो जाए।

फिर हम सब उत्सव मनाएंगे... 

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