आज विश्व योग दिवस मनाया जा
रहा है। जिसका आह्वान, हमारे माननीय
प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने किया है।
अगर सोचा जाए, तो लोगों
के योग करने से मोदी जी को क्या लाभ?
बहुत सोचने से यही समझ आता है, कि किसी
भी देश का विकास तभी संभव है, जब देश के नागरिक स्वस्थ हों, यदि वे स्वस्थ
होंगें, तब ही प्रसन्न भी होंगें।
जब देशवासी स्वस्थ और प्रसन्न होते हैं, तभी वो देश
के विकास के विषय में सोचते हैं।
अत: मोदी जी का उठाया हुआ, ये कदम भी
देश के विकास की मंजिल की ओर ले जाता है।
पर आप क्या ये जानते हैं? 21 जून को
ही विश्व योग दिवस के लिए क्यूँ चुना गया?
21
जून के दिन को विश्व योग दिवस के लिए चुनने की भी एक खास वजह है। दरअसल यह दिन उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन है, जिसे ग्रीष्म संक्रांति
भी कह सकते हैं। भारतीय संस्कृति के दृष्टिकोण से, ग्रीष्म संक्रांति के
बाद सूर्य दक्षिणायन हो जाता है और सूर्य के दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक
सिद्धियां प्राप्त करने में बहुत लाभकारी है।
तो चलिये, हम भी आज से ही योग करने का संकल्प लें, और इसे मात्र
आज तक के लिए सीमित न रखेँ , वरन अपने जीवन का हिस्सा बना लें। क्योंकि
बढ़ते हुए प्रदूषण और तनाव भरी जीवनशैली में आपको ये ही स्वस्थ
रखने में सक्षम है।
स्वस्थ रहें सुखी रहें
स्वस्थ रहेंगे आप अगर
हर सपना पूरा हो सकता है
देशवासी स्वस्थ रहें गर
देश विकास कर सकता है