बंधन प्यार का
राखी, प्रेम सौहार्द का त्यौहार,
कलुषित हो रहा है, इस बार,
पूर्णिमा, भद्रा की है तकरार;
असमंजस में है सारा संसार।
पूर्णिमा, भद्रा में कौन है भारी,
कब की करें, राखी की तैयारी,
अलग-अलग, सब के मत;
नहीं हो रहे सब सहमत।
इतना मत करो सोच विचार,
यह है प्रेम का त्यौहार,
राखी को राखी रहने दो;
प्रेम की गंगा बहने दो।
बल्कि यह त्यौहार नहीं,
एक बंधन है,
बंधन प्यार का;
भाई बहन के संसार का।।
आप सभी रक्षाबंधन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ 💐🎉