Friday 30 July 2021

Article : Winning India in Olympics

 Winning India in Olympics


कई सालों बाद, इस बार Olympic games ने अपनी ओर आकर्षित किया है। 

Olympic games हमेशा से ही सर्वोच्च स्थान पर रहे हैं, पर कारण केवल Olympic games नहीं है, बल्कि हमारे Indians जो जीत की ओर अग्रसित हो रहे हैं और medal जीतते जा रहे हैं। यह उसका सुरुर है।

भारत ने इस बार 119 खिलाड़ियों सहित टोक्यो ओलिंपिक के लिए 228 सदस्यीय दल भेजा है।

 इन 119 खिलाड़ियों में 67 पुरुष और 52 महिला खिलाड़ी हैं। यह ओलिंपिक में भारत का अब तक सबसे बड़ा दल है। भारत इस बार 87 events में हिस्सा लेने वाला है।

इस बार भारत लगभग हर रोज़ ही किसी ना किसी event में participate कर रहा है, तो हमें केवल दूसरे देशों के players के games देखकर खुश नहीं होना है बल्कि हमको भारत की जीत पर गर्व भी महसूस होगा।

जिसकी शुरुआत, Olympic games के दूसरे दिन से ही हो गई है। जब हमारे देश की मीराबाई चानू ने कमाल  कर दिया। उन्होंने 24 July को टोक्यो में भारत के तिरंगे झंडे को silver medal का सम्मान दिलाया।

उन्होंने weight lifting में silver medal जीता है।

Weight lifting के बाद अब भारत को अपने दूसरे sports से medal मिलने का इंतजार है, जैसे Badminton, Shooting, Wrestling, Boxing, Athletics, Archery, Hockey, etc से।

और हमें पूरा विश्वास है कि जल्द ही भारत को Olympic games में और भी medal मिलेंगे। क्योंकि हमें मीराबाई चानू के अलावा, पी. वी. सिधु, अतनु दास, दीपिका कुमारी, बजरंग पुनिया जैसे और भी बहुत से खिलाड़ियों पर पूरा विश्वास है। और हाॅकी टीम तो India की बहुत अच्छी है ही।

उन सभी खिलाड़ियों को जिन्हें अभी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करना है, उन सब को all the best.

और वो सारे खिलाड़ी, जो जीतकर भारत को सम्मान प्रदान करा रहे हैं, उन्हें बहुत सारी बधाइयां और शुभकामनाएं💐

अगर आप भी अपने भारतीय होने पर गर्व है तो, यह  Olympic games भी जरुर से देखिए...

Wednesday 28 July 2021

Tip : चावल में कीड़े लगने से बचाना

बरसात का आगमन जितना सुहावना होता है, उतना ही इसमें कीड़े-मकोड़े होने से परेशानी भी बढ़ जाती है।

पर आप को क्या फ़िक्र, जब आप हैं Shades of Life के साथ।

हम आज आपकी एक बहुत बड़ी problem का solution, home remedies के form में share कर रहे हैं- 

चावल में कीड़े लगने से बचाना


1. Avoid buying rice in monsoon -

कोशिश करें कि बरसात में चावल ना खरीदें। यदि आप को खरीदना ही है तो कम ही खरीदें। Means, अगर आप चावल को store कर के रखते हैं तो, उसे बरसात में खरीद कर नहीं रखें। बरसात में चावल में कीड़े लगने की tendency बढ़ जाती है।

2. Keeping bay leaves -  

तेजपात की smell कीड़े-मकोड़े पसंद नहीं करते हैं, इसलिए तेजपात डालने से चावल में कीड़े नहीं लगते हैं।

3. Keeping neem leaves - 

नीम को disinfectant or medicinal plant की category में रखा जाता है, क्योंकि नीम के पेड़ के हर भाग से कीड़े-मकोड़े और बीमारियों को दूर किया जा सकता है। चावल से कीड़े-मकोड़े भगाने के लिए नीम की  पत्तियाँ डालकर रखा जाता है।

4. Keeping garlic pods - 

लहसुन की 5 to 6 कलियां छील कर सहित डालकर रखने से चावल में कीड़े नहीं लगते हैं। जब लहसुन की कलियां सूख जाएं तो उसे बदल कर fresh लहसुन की कलियां डाल दीजिए।

5. Keeping in freezer - 

कीड़े बहुत ठंड होने पर मर जाते हैं। तो अगर आप के पास freezer में इतना space है कि चावल उसमें आ जाएगा, तो आप चावलों को कीड़े से बचाने के लिए freezer में उसे रख सकते हैं।

6. Keeping match sticks - 

माचिस की तीली में लगे मसाले की महक से भी कीड़े-मकोड़े भाग जाते हैं, तो आप चावल को कीड़े से बचाने के लिए माचिस की कुछ तीलियां भी डाल सकते हैं।

7. Keeping clove - 

लौंग भी कीड़े-मकोड़े भगाने में बहुत कारगर साबित होती है, तो आप चावल में 8 से 10 लौंग डालकर रख सकते हैं।

Tuesday 27 July 2021

Recipe : Rajasthani Masala Baati

सावन का महीना, बहुत ही सुहावना होता है। हर तरफ हरियाली, वृष्टि के कारण पानी की बौछारें और ठंडी हवाएं सब ही मनभावन लगता है।

ऐसे में खाने के लिए कुछ स्वादिष्ट मिल जाए तो आनन्द ही आ जाए। 

तो चलिए आज आपके लिए बहुत ही tasty dish share कर रहे हैं।

आज कल fast food का दौर है, जहाँ healthy food कहीं अपनी पहचान खोते जा रहे हैं। आज की हमारी यह special dish, राजस्थानी delicacy है। 

आप इसे जरूर से बनाइएगा क्योंकि, यह बहुत healthy होती है, साथ ही घर में छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सबको ही बहुत पसंद भी आएगी।

सबसे अच्छी इसकी speciality यह है कि आप इसे अपने taste के according कम देसी घी या खूब सारे देसी घी में बना सकते हैं। 

 राजस्थानी मसाला बाटी 




For baati dough 

Wheat flour - 2 cup

Semolina(suji) - ½ cup 

Salt - as per taste 

Clarified butter(ghee) - 2 tbsp. 


For filling 

Potato - 4 medium(boiled)

Pea - ½ Bowl(boiled)

Cashew nuts - 10 to 15

Almonds - 10 to 15

Raisins - 8 to 10

Cumin seeds - ½ tsp

Amchur powder - ½ tsp.

Chat masala - as per your requirement

Red chilli powder - as per taste

Green Coriander leaves - handful

Green chillies - as per taste 

Ghee - 2 to 4 tbsp 

Ginger - ½ inch 


For baati making

Ghee 


Method 

For filling 

  1. Boiled आलू को mash कर लीजिए।
  2. Green Coriander leaves, ginger and chillies को finely chopped कर लीजिए। 
  3. Dry fruits को coarse chop कर लीजिए। 
  4. एक wok लीजिए। उसमें घी डालकर गर्म कर लीजिए।
  5. जब घी गर्म हो जाए तो, उसमें जीरा डालकर चटका लीजिए।
  6.  उसमें हरी मिर्च और अदरक और काजू के टुकड़े डालकर हल्का सा भून लें।
  7. अब इसमें mashed आलू, उबली हरी मटर, salt, chilli powder, raisins डालकर सुनहरा भून लें। 
  8. अब इसमें अमचूर पाउडर और चाट मसाला और धनिया पत्ती, डालकर थोड़ा सा और भून लें। Filling ready है। इसे ठंडा होने के लिए रख दीजिए।


For baati dough

  1. गेहूं के आटे में, नमक और सूजी अच्छे से मिला लीजिए।
  2. इसमें घी डालकर अच्छे से rub कर लीजिए।
  3. इसमें पानी डालकर soft dough( पूड़ी के लिए जैसा dough prepare करते हैं उससे soft और जैसा रोटी के लिए dough prepare करते हैं उससे tight) , prepare कर लीजिए। 10 minutes के लिए rest करने के लिए छोड़ दें।
  4. इस dough की छोटी-छोटी गोलियाँ बना लीजिए। अब इसमें filling भरकर बाटी ready कर लीजिए। 
  5. अप्पम maker में थोड़ा-थोड़ा घी डालकर उस में बाटी रख दीजिए। 
  6. Slow flame पर थोड़ा-थोड़ा घी डालकर सब तरफ से सुनहरा होने तक सेक लें।
  7. एक बड़े Bowl में इतना पिधला हुआ घी रखें कि उसमें बांटी डूब जाए।
  8. गर्मा-गर्म बाटी को घी में 5 to 7 minutes के लिए डाल दीजिए, जिससे बाटी अच्छे से घी सोख ले।

And there you go. Flavoursome, crispy and mouthwatering desi ghee baatis are ready. Serve it with khatti-mithi chutney and sauces of your choice.

चलिए अब कुछ tips and tricks भी बता देते हैं। 

Tips and Tricks 

  • Wheat flour and suji के combination से बहुत अच्छा texture and taste आता है। इसलिए दोनों को mix कर के ही बनाएं। 
  • सूजी पानी सोख कर फूलती है। इसलिए 10 minutes का rest ज़रुरी है। साथ ही आप जैसा भी dough prepare करेंगे, 10 minutes के बाद उससे hard हो जाएगा। लेकिन ध्यान रखिएगा कि dough इतना hard ना हो जाए कि उसमें filing भरते समय वो टूट जाए। 
  • घी का मोयन डालने से, बाटी अंदर से soft और खस्ता बनती है और ऊपर से crispy and crunchy बनती है। इसलिए घी का मोयन जरुर से दीजिए।
  • आप filing में dry fruits को avoid भी कर सकते हैं, लेकिन authentic flavour में dry fruits डालते हैं। 
  • अगर आप के पास मटर नहीं है तो आप उसे छोड़ भी सकते हैं।
  • आप घी की जगह refined or olive oil भी use कर सकते हैं, पर सबसे अच्छा taste ghee से आता है। अगर आप diet conscious हैं तो आप आखिर में घी में soak करना avoid कर सकते हैं। वैसे यह राजस्थान की राजसी cuisine है, इसलिए authentically ghee में soak किया जाता है। 
  • आप इसे breakfast, lunch,snakes and dinner किसी में भी बना सकते हैं।
  • हमने अप्पम maker में बनाया है, आप चाहें तो तंदूर में भी बना सकते हैं। 
  • अप्पम मेकर 👇🏻



Monday 26 July 2021

Article : सावन के सोमवार का महत्व

सावन के सोमवार का महत्व  


सावन के पावन महीने की शुरुआत इस साल, 25 जुलाई से हो गई है। 22 अगस्त तक सावन का महीना रहेगा। सावन का महीना  शंकर भगवान जी को समर्पित होता है।

पूरा-पूरा श्रावण मास जप, तप और ध्यान के लिए उत्तम होता है, लेकिन इसमें सोमवार का विशेष महत्व है।

सोमवार का दिन चन्द्र ग्रह का दिन होता है और चन्द्रमा के नियंत्रक भगवान शिव हैं।

इस दिन पूजा करने से  भगवान शिव की कृपा के साथ-साथ चन्द्रमा जी की शीतलता भी मिल जाती है। 

कोई भी व्यक्ति जिसको स्वास्थ्य की समस्या हो, विवाह की मुश्किल हो या दरिद्रता छायी हो।

वो अगर सावन के हर सोमवार को विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करता है, तो तमाम समस्याओं से मुक्ति पा जाता है।

आज यानी 26 जुलाई को सावन का पहला सोमवार है। इस दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है।


इस सावन के सोमवार की सूची


पहला सोमवार-  26 जुलाई 

दूसरा सोमवार- 02 अगस्त    

तीसरा सोमवार-  09 अगस्त    

चौथा सोमवार- 16 अगस्त 


सोमवार और शिव जी के सम्बन्ध के कारण ही मां पार्वती जी ने सोलह सोमवार का उपवास रखा था. सावन का सोमवार विवाह और संतान की समस्याओं के लिए अचूक माना जाता है।


सावन के सोमवार के पूजा का महत्व

भगवान शिव की पूजा के लिए और खास तौर से वैवाहिक जीवन के लिए सोमवार की पूजा की जाती है।

अगर कुंडली में विवाह का योग न हो या विवाह होने में अडचने आ रही हो, तो सावन के सोमवार पर पूजा करनी चाहिए. अगर कुंडली में आयु या स्वास्थ्य बाधा हो या मानसिक स्थितियों की समस्या हो तब भी सावन के सोमवार की पूजा उत्तम होती है. सावन के सोमवार को शिव जी की पूजा सर्वोत्तम होती है. इसमें मुख्य रूप से शिव लिंग की पूजा होती है और उस पर जल तथा बेल पत्र अर्पित किया जाता है.


सावन के सोमवार की पूजन विधि

प्रातः काल या प्रदोष काल में स्नान करने के बाद शिव मंदिर जाएं।

घर से ही लोटे में जल भरकर ले जाएं. मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करें, भगवान को साष्टांग करें. वहीं पर खड़े होकर शिव मंत्र का 108 बार जाप करें. दिन में केवल फलाहार करें. सायंकाल भगवान के मन्त्रों का फिर जाप करें, तथा उनकी आरती करें. अगले दिन पहले अन्न वस्त्र का दान करें तब जाकर व्रत का पारायण करें.

सावन के पहले सोमवार पर विशेष उपाय

प्रयास करें कि शिव जी की पूजा प्रदोष काल में की जाए, इस समय शिवलिंग पर बेलपत्र और जल की धारा अर्पित करें. इसके बाद शिव जी के मंदिर में एक घी का दीपक जलाएं. इसके बाद शिवलिंग की परिक्रमा करें. शिव जी से मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करें। 

सावन मास में प्रत्येक सोमवार का विशेष महत्व है। सावन में साल के हिसाब से सोमवार की संख्या बड़ती व घटती रहती है, जिसके कारण कभी यह चार तो कभी पांच हो जाते हैं।

ऐसे में सभी सोमवार की पूजा के लिए मंत्र भी अलग-अलग हैं। मान्यता है कि नियमपूर्वक पूजा करने से भगवान शंकर की कृपा हमेशा भक्तों पर बनी रहती है। 

इस बार भी सावन में चार सोमवार ही पड़ रहे हैं।

पहला सावन सोमवार व्रत- 26 जुलाई 2021 : पहले सोमवार को महामायाधारी की पूजा: -

सावन के पहले सोमवार को महामायाधारी भगवान शिव की आराधना की जाती है। पूजा क्रिया के बाद शिव भक्तों को ‘ऊं लक्ष्मी प्रदाय ह्री ऋण मोचने श्री देहि-देहि शिवाय नम: का मंत्र 11 माला जाप करना चाहिए। इस मंत्र के जाप से लक्ष्मी की प्राप्ति, व्यापार में वृद्धि और ऋण से मुक्ति मिलती है। ऐसे में इस बार 26 जुलाई 2021 को भी जानकारों के अनुसार भक्तों को महामायाधारी की पूजा करनी चाहिए।

: दूसरा सावन सोमवार व्रत- 2 अगस्त 2021: - वहीं सावन के दूसरे सोमवार को महाकालेश्वर शिव की विशेष पूजा करने का विधान है।

: तीसरा सावन सोमवार व्रत- 9 अगस्त 2021: - सावन की तृतीय सोमवार को अर्द्धनारीश्वर शिव का पूजन किया जाता है।

: चौथा सावन सोमवार व्रत-16 अगस्त 2021: - सावन के चौथे सोमवार को तंत्रेश्वर शिव की विशेष पूजा की जाती है।


🙏🏻🙏🏻भगवान शिव जी व माँ पार्वती जी, हम सब पर अपनी विशेष कृपा बनाए रखें 🙏🏻🙏🏻

आप सभी को सावन के सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएँ 💐


Saturday 24 July 2021

Article : गुरुवर को कोटि-कोटि प्रणाम

 गुरुवर को कोटि-कोटि प्रणाम




आज का दिन है, उनको धन्यवाद देने का, जिन्होंने ना जाने कितने लोगों के अंदर रचनाकार को जन्म दिया है। 

उनकी रचनाएं हमें रचनात्मक कार्यों के प्रति प्रेरणा प्रदान करती है।‌‌ उनकी एक-एक रचना अपने आप में एक पाठशाला है।

मैं जब कक्षा 6 में थीं, उन दिनों मुझे डाॅ. सत्य कुमार जी की कहानियाँ पढ़ने का अवसर मिला।

उनकी एक-एक कहानी जीवन से जुड़ी हुई थी।

उन्होंने कहानियाँ, इतने सरल शब्दों में लिखीं थीं, कि वो कब मन-मस्तिष्क में समा गई, यह ज्ञात ही नहीं हुआ।

उनकी कहानियों को समझने के लिए कभी किसी शब्दकोश को खोलना नहीं पड़ा, ना ही कभी किसी ज्ञानी से उसका सार समझने की कोशिश करनी पड़ी।

उनके इस अंदाज ने मुझे बहुत प्रेरित किया, कि जब भी कोई रचना बनाएं, वो इतनी सरल और सहज होनी चाहिए कि वो लोगों के मन-मस्तिष्क में समा जाए।

कठिन या क्लिष्ट भाषा से आप तो ज्ञानी सिद्ध हो जाएंगे, पर यह आवश्यक नहीं है कि आप अपनी रचना को दूसरों के दिलों में स्थान दे पाएं। क्योंकि जो सरल है, वो ही सत्य है, सनातन है, ईश्वर है।

अतः जब भी कोई रचना लिखें, वो स्वांतः सुखाय के लिए नहीं वरन् सबको सुख देने के लिए लिखना चाहिए। 

साथ ही उनकी कहानियों से हमें सत्य, प्रेम और संघर्ष से जीवन रुपी भवसागर को पार करने की प्रेरणा भी मिलती है।

हमने उन्हें अपना गुरु मानकर उनकी इस शैली को अपनी रचनाओं में उतारने की चेष्टा की है। हे गुरुवर आपका ह्रदय से अनेकानेक आभार, आप को कोटि-कोटि प्रणाम 🙏 

हे गुरुवर, आप की सभी रचनाएं व पुस्तकें मेरे लिए अनमोल हैं, उन्होंने मुझे एक रचनाकार का अस्तित्व प्रदान किया।

अपितु डाॅ. सत्य कुमार जी से सभी पूर्णतः परिचित हैं, तथापि संक्षेप में उनके लेखकीय परिचय को उनकी प्रकाशित पुस्तक द्वारा अंकित किया है। 


मेरा अहो भाग्य,जो गुरुवर मैंने
सानिध्य आप का पाया है
आपकी रचनाओं ने मुझमें 
रचनाकार को जगाया है
जो अलख जगी है मुझमें
उसमें आशीष आप का मिल जाए
कृपा रहे सदा आप की
यह सौभाग्य मुझे मिल जाए
है कोटि-कोटि प्रणाम आपको
आपके समक्ष यह शीश नवाया है 🙏🏻🙏🏻

Friday 23 July 2021

Story of Life : विद्या

विद्या 


रघु जी बहुत अच्छे ज्योतिषी थे, वो जब भी किसी को कुछ बताते, सब सही निकलता।

इससे, सब जगह उनका बहुत नाम था, अपने ज्योतिष विद्या से उन्होंने बहुत धन कमाया और सब जगह उनका बहुत प्रभाव भी था। 

उनके दो पुत्र थे। रघु जी जब बूढ़े हो गये, तो उन्होंने सोचा कि अपने बेटों को यह विद्या सिखा दें।

उन्होंने बहुत कोशिश की, कि उनके बेटे उनकी विद्या सीख लें।

लेकिन इतने धन-धान्य में पले, उनके दोनों बेटे अपने में ही मस्त रहते थे। वो कभी विद्या अर्जित करने में मन ही नहीं लगाते थे। 

नतीजतन रघु जी की विद्या, रघु जी तक ही सीमित रह गई। उन्हें चिंता सताने लगी कि उनके बाद उनकी विद्या का क्या होगा? 

रघु जी ने सब धन अपने दोनों बेटों में बांटा और एक रात चुपचाप घर छोड़ दिया।

एक दिन घूमते-घूमते रघु जी एक झोंपड़ी के आगे पहुंचे ही थे कि भूख-प्यास से बेहाल वो वहाँ गिर कर बेहोश हो गये। 

झोपड़ी में 12 साल का गरीब लड़का वरुण रहता था। उसके माता-पिता कुछ दिन पहले चल बसे थे। वो मेहनत-मजदूरी कर के अपना जीवन चला रहा था।

वरुण, रघु जी को झोंपड़ी में भीतर ले आया और रघु जी पर पानी के छींटें मारकर, उन्हें ठीक करने में जुट गया।

रघु जी के ठीक होने पर उसने रघु जी को गुड़-चना खाने को दिया।

गुड़-चना खाने से रघु जी की जान में जान आई। तब उन्होंने वरुण से पूछा कि तुम कौन हो और वो यहाँ कैसे आये? 

वरुण ने सब बता दिया। वरुण की आपबीती सुन रघु जी को बहुत दुःख हुआ।

वरुण बोला, मेरे माता-पिता के जाने से मैं बहुत अकेला हो गया था, क्या आप सदैव मेरे साथ रहेंगे?

रघु जी, कुछ देर सोचने के बाद बोले, एक शर्त पर, अगर मैं तुम्हें जो बताऊं, वो सब सीखो तो..

वरुण बोला, आप जो सिखाएंगे, मैं मन लगाकर सीखूंगा।

रघु जी बहुत खुश हो गये कि उन्हें अपनी विद्या बांटने के लिए कोई मिल गया था।

अब तो घर के सारे काम जल्दी-जल्दी खत्म कर के वरुण विद्या सीखने में जुट जाता।

वरुण बहुत होशियार, मेहनती और लगन का पक्का था। वो बहुत जल्दी ही सब सीखने लगा।

रघु जी ने कहा, अब तुम लोगों को भविष्य बताना शुरू कर दो।

वरुण ने वैसा ही करना शुरू कर दिया, अब वरुण का सब जगह नाम होने लगा।

एक दिन, वरुण लौट कर आया, तो रघु जी बिस्तर पर लेटे थे, उन्होंने कहा, वरुण अब मैं जाऊंगा।

सुनकर वरुण, रघु जी के पैरों में गिर गया, बोला, आप मुझे फिर अनाथ ना करें...

रघु जी बोले, मेरा समय खत्म हो गया है, मैं एक अच्छे शिष्य की तलाश में था, जो तुम को विद्या देकर पूरी हो गई।

पर मुझे जाने से पहले तुम से आज एक और वादा चाहिए..

वरुण बोला, मैं धन्य हो गया कि मुझे आप जैसा गुरु मिला।

जो कहें, सब आप का है, मेरा जीवन भी।

रघु जी बोले, बस इतना कि तुम मेरी विद्या को कभी खत्म मत होने देना। जब तुम्हारा समय पूरा हो जाए तो, इस विद्या को किसी अच्छे योग्य शिष्य को ढूंढ कर उसे दे देना।

यही मेरी गुरु दक्षिणा होगी कि मेरी विद्या जीवित रहे।

वरुण ने पैरों को ही थामे हुए कहा, मैं आपकी विद्या सदैव जीवित रखूंगा। और एक योग्य शिष्य को ढूंढ कर इसे देकर आप में ही मिल जाऊंगा। 

रघु जी बोले, जैसे एक शिष्य को अच्छा गुरु चाहिए होता है वैसे ही हर अच्छे गुरु को योग्य शिष्य की आवश्यकता होती है, जिससे उसकी विद्या जीवित रहे। क्योंकि हर किसी से बड़ी विद्या होती है।

यह कहकर रघु जी ने, तृप्त सांस छोड़ते हुए संसार से विदा ले ली...

Thursday 22 July 2021

Tip : How to manage Electricity Bill

आज के इस दौर में बिजली का बिल लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता हुआ दिखाई दे रहा है, आज के समय में बिजली का बिल आने पर हम सभी लोग ये सोचते हैं कि इसे कैसे कम किया जाए. आज हम आपको बिजली के बिल को कम करने के लिए कुछ तरीके बता रहे हैं जिनसे आप अपने घर के बिजली बिल को काफी कम कर सकते हैं.

How to manage Electricity Bill


  1. घर के किसी device को चार्ज करने के बाद आपको उनके plug को unplug कर देना चाहिए.
  2. अधिकतर देखने में आता है कि हम लोग laptop और mobile phone के charger को निकालना भूल जाते हैं.
  3. घर में पर्याप्त light होने की स्थिति में light का उपयोग नहीं करना चाहिए.
  4. Computer चालू रखने पर उसके काम नहीं करने पर LED को बंद रखें.
  5. रात के समय में अनावश्यक lights को ना जलाएं.
  6. Geyser का उपयोग करने के लिए उसमें सही तरह से temperature को चेक करें, उसे अनावश्यक रुप से ना चलाएं.
  7. Energy saving mode का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें, इससे बिजली को बचाया जा सकता है.
  8. OTG की जगह microwave oven का उपयोग करे, इससे आपकी ज्यादा बिजली बचेगी.
  9. Modern equipment use कीजिए, जैसे tube lights की जगह LED lights, etc.
  10. Electrical appliances  में Star rating वाले products use कीजिए। Means आप अपनी  pocket के according ज्यादा से ज्यादा star वाले fridge, AC, etc लीजिए।

इन सभी तरीकों का उपयोग कर आप अपने घर की बिजली और बिजली के बिल दोनों को ही save कर सकते हैं.

Tuesday 20 July 2021

Article :खड़ी Car में AC चलाने पर petrol की खपत

खड़ी Car में AC चलाने पर petrol की खपत  


पहले Car, AC status symbol हुआ करते थे। सिर्फ धनाढ्य लोगों के पास ही हुआ करते थे। पर आज यह सब basic needs बनते जा रहे हैं।

आज कल ज्यादातर लोग घर में और car में भी AC ही prefer कर रहे हैं।

उसके दो बड़े कारण हैं, एक तो सबका ही financial status बढ़ गया है, तो हर कोई AC वाली car afford कर ले रहा है। दूसरा AC के बिना गुज़ारा भी नहीं हो रहा है। हर कोई आराम तलब भी हो गया है, और गर्मी की प्रचंडता भी बहुत बढ़ती जा रही है। 

Sales का सारा काम demand के ऊपर depend करता है। इसलिए अब धीरे धीरे बिना AC की car, market में available भी नहीं होगी। 

चलिए यह तो बात रही AC वाली Car की।

अब हम असली मुद्दे पर आते हैं कि खड़ी Car में AC चला कर रखने से कितना petrol consumption होता है।

क्योंकि traffic के चलते कई बार ऐसा होता है कि आप को Car खड़ी करनी पड़ती है, पर आप गर्मी के कारण AC बंद नहीं करना चाहते हैं।

या आप किसी ऐसी जगह फंस गए हैं, जहाँ बहुत गर्मी और मच्छर हैं। Light नहीं आ रही है। आप के पास आप की car है तो क्या आप घंटा दो घंटा खड़ी car में AC चला कर बैठ सकते हैं?

तो आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं, खड़ी Car में 1 घंटे तक AC चला कर रखने से  100 Rs. के लगभग का petrol लगता है। 

मतलब affordable है कि आप खड़ी Car में AC on करके बैठे हैं।

हमारे पास petrol वाली Car है, इसलिए हम आपको petrol Car के बारे में बता रहे हैं। Diesel Car में Diesel consumption change हो जाएगा।

अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप की pocket कितना allow करती है और आप की requirement  कितनी है।

तो अब से जब भी ऐसी कोई condition आए, जब‌ आपको खड़ी Car में AC चलाने की requirement लग रही है तो आप need and pocket के allow करने को calculate कर लीजिए।

बाकी जिंदगी में वो करना चाहिए, जो आप को खुशी दे। क्योंकि खुशियों के ही बहाने ढूंढने होते हैं, गम तो हजारों ऐसे ही मिल जाते हैं।

सभी हमेशा खुश रहें, यही ईश्वर से कामना है 🙏🏻

Monday 19 July 2021

Memoirs : अंजाना

आज एक और विधा के साथ आप सबके समक्ष प्रस्तुत हुई हूँ ... संस्मरण (Memoirs)

यह संस्मरण हमारी जिंदगी का सबसे ‌खूबसूरत, सबसे डरावना, ईश्वर की कृपा और उपस्थिति को बताने वाला संस्मरण है। आज आप के साथ वही share कर रहे हैं।


अंजाना




बात उन दिनों की है, जब हमारी शादी हो चुकी थी, और बेटी भी। बेटी के होने पर पति ने कार ली थी।

बेटी साल भर की हो चुकी थी, वो बहुत ही शान्त बच्ची थी, कभी तंग नहीं करती थी।

शादी के बाद की, मेरे husband की दूसरी birthday थी।

नयी नयी शादी हुई थी, नयी ही कार थी, तो सोचा, पति को surprise देते हैं।

उन दिनों हम, दुर्गापुर (West Bengal का एक शहर) में रहते थे। सारे अपने बहुत दूर थे, तो जल्दी कोई आता जाता नहीं था।

सोचा, आस-पास कहीं का, कार से घूमने का program बनाया जाए।

तो Mukutmanipur जो कि वहाँ से निकट का scenic spot था। वहाँ का एक resort book कर लिया था।

दुर्गापुर ही छोटी जगह थी, Mukutmanipur उससे भी छोटी जगह थी।

वहाँ पहुंचने के लिए एक छोटा सा गांव पार करना था।

पति को बताया, तो वो चलने को तैयार हो गए, अपनों से दूर थे, तो अकेले रहते-रहते मन उकता जाता था। ऐसे में एक Nature walk program तरो-ताजा करने वाला था।

बस हम सुबह 5 बजे ही निकल लिए, कार में पानी और खाने-पीने के सामानों के साथ।

तीन दिन का हमारा program था।

पूरा रास्ता, हरियाली और सुंदरता से भरपूर था, बस एक कमी थी, वो एक गांव था, वो भी बंगाल का, तो हमारे स्वाद के अनुसार खाने- पीने की ज्यादा चीजें नहीं मिल रहीं थीं। पर हमने साथ में बहुत कुछ रखा था, तो problem भी नहीं हो रही थी।

हम लोग वहाँ पहुंच गए, resort बहुत ही खूबसूरत था।

उसी शाम से घूमने का प्रोग्राम था।

हम Dam, मंदिर, और पास के बाजार घूमने गए, टेराकोटा के बेहद बेहतरीन बहुत सस्ते सामान थे, वो लिए और लौट आए।

अगले दिन, हमें अयोध्या hills जाना था।

तब तक कोई hills नहीं देखे थे, तो अलग ही उत्साह था।

हम resort से नाश्ता कर के निकले।

जब निकले तो, पता चला, कुछ दूर पर ही hills है। 

हम चल दिए और बस फिर चलते रहे और चलते ही रहे, पर कोई hills नजर नहीं आ रहा था।

जिससे पूछते, hills कहाँ हैं?

बस थोड़ी दूर और, कहकर वो आगे चले जाते।

पर दूरी थी, कि खत्म होने का नाम नहीं ले रही थी।

सुबह से दोपहर हो चली, पर hills नहीं आया। अब तो एक-दो, लोग ही दिख रहे थे, और हमारा resort भी हमसे बहुत दूर हो गया था।

उस समय Google भी वहाँ काम नहीं कर रहा था।

अब बस हम आगे बढ़ते जा रहे थे। Hills को देखने की चाह में....

तभी कुछ लोग मिले, बोले, यहाँ कोई hills नहीं है, अयोध्या hills बस जगह का नाम भर है, और वो भी अब खण्डर हो चुकी है। सुनकर बड़ी हताशा हुई। 

Hills देखने की इच्छा पर वज्रपात हो चुका था। साथ ही इतना समय और मेहनत बर्बाद हो चुका था। उस समय क्रोध और दुःख के मिश्रित भाव से शरीर थकान से चूर होने लगा।

वो लोग बोले, आप लौट जाओ।

पर आपको लौटने के लिए बनते हुए पुल को cross करना होगा

पुल में बहुत बड़े-बड़े पत्थर पड़े थे। जिन पर car चलाना नामुमकिन लग रहा था।

लौटना था, पर लौटें कैसे? यह समझ नहीं आ रहा था। क्योंकि हमारी छोटी कार थी, और बस first gear पर चलना था, कार बंद होती और हम फंस जाते।

ईश्वर का नाम लेकर हम चल पड़े, जैसे-तैसे पुल पार किया।

उसके बाद तो लोग दिखना ही बन्द हो गये। दूर-दूर तक केवल रेतिला मैदान था। कहाँ जाना है, कैसे जाना है। कुछ पता नहीं था, बस एक अंदाजे से, हम बस बढ़ते जा रहे थे।

हम और आगे बढ़े, तो गाड़ी अचानक से रुक गई, उतर कर देखा तो पाया एक पत्थर से रुक गई थी।

पर अगर वहाँ, ना रुकती तो सामने इतनी बड़ी खाई थी, कि हम कार सहित उसमें समा जाते और किसी को हम कभी ना मिलते।

यह देखकर दिल दहल गया, शाम हो चुकी थी, खाने-पीने का सामान भी खत्म हो रहा था। रास्ता, लौटने-का दिख नहीं रहा था। हम पूरी तरह से भटक चुके थे।

सोच ही रहे थे कि क्या करें, तभी एक आदमी, Motorcycle के साथ सामने खड़ा था। वो लम्बा-चौड़ा, घनी मूंछों वाला, below middle class का पढ़ा-लिखा लग रहा था।

हमें देखकर बोला, मुसाफिर लगते हो, रास्ता भटक गए हो?

मेरे पीछे आओ, मंजिल पर पहुंचा दूंगा। 

रात हो गई, तो गांव पार करना मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि यहाँ रात में बिजली नहीं रहती है, और गांव वालों का कोई भी जानवर गाड़ी के नीचे आ गया, तो यह लोग अनजानों को छोड़ते नहीं हैं, और आप बाहर के हो तो ना वो आपकी भाषा समझेंगे ना आप उनकी।

अनजान जगह, अंजाना इंसान! बहुत डर लग रहा था, ना जाने आगे क्या होगा?

पर हमारे पास, उसके पीछे जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं था।

वो आगे-आगे, हम पीछे-पीछे। हम जिस रास्ते से पहले आगे बढ़ रहे थे, यह रास्ता उसके बिल्कुल opposite था।

वो हमें main road तक ले आया, फिर वो बोला, मेरी बेटी बीमार है, इसलिए मुझे जल्दी घर जाना है, क्या अब आप अपने ठिकाने पहुंच जाएंगे? 

हमने उसे अपनी मदद करने के लिए, money offer किया, उसकी बेटी के treatment के लिए...

पर उसने इंकार कर दिया, वो बोला मैं आपको चाय पिलाने लें चलता, अगर मुझे जल्दी ना होती...

हमने उस देवदूत को बहुत सारा धन्यवाद दिया और अपने resort को चल दिए।

रात होने से पहले हम अपने resort में थे।

अगले दिन, हमने सारे घूमने के program cancel कर दिए और घर लौट आए।

वो adventurous सफ़र और वो देवदूत हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया। अगर वो अंजाना इंसान, उस दिन ना आता, तो शायद हम जीवित भी ना होते!!

पर जब ईश्वर आपके साथ हों तो वो ऐसे रूप में ही हमारे समक्ष प्रकट होते हैं, और हमारी रक्षा करते हैं।

बस यही सत्य है...

कितनी हो कठिन डगर

मुझको लगता नहीं है डर

है उनका आशीर्वाद तो

किस बात की फ़िक्र...


जय श्री चच्चा जी महाराज 🙏🏻🙏🏻


अगर आप के जीवन में भी ऐसी कोई घटना घटित हुई है, जिसने आप के मन में ईश्वर के प्रति अटूट आस्था बढ़ा दी हो तो, हम से share कीजिए... हम उसे blog में post करेंगे। 

Friday 16 July 2021

Story of Life : जहाँ चाह, वहाँ राह

 जहाँ चाह, वहाँ राह 



कोरोना के कठिन दौर में राज के घर भी गाज गिर गई थी।

उसका पति महेश एक प्राइवेट कंपनी में helper की नौकरी कर रहा था।

कम्पनी से 12 से 15 हजार मिल जाते है, साथ ही राज, एक दर्जी से छोटी-मोटी सिलाई करने के काम लें आती, जैसे साड़ी में फाॅल लगाने, सूट fit करने और कुर्तों की तुरपाई का काम करके 6 से 8 हजार कमा लेती थी, जिससे घर ठीक-ठीक चल रहा था। 

पर कोरोना के कारण, प्राइवेट कंपनी बंद हो गई, तो महेश को बोल दिया गया कि अभी तुम्हारी छुट्टी, सब स्थिति सामान्य होने पर वापस बुला लेंगे। 

उधर दर्जी ने भी राज से कहा, बहन अभी कोई कपड़े नहीं आ रहे हैं तो कपड़े आने से बोलूंगा।

दोनों पति-पत्नी घर बैठ गये। अपनी जमा-पूंजी से काम चला रहे थे।

पर धीरे-धीरे जमा-पूंजी बहुत कम होने लगी, घर चलना दूभर होने लगा। 

महेश ने अपने परिवार से मदद मांगी, शुरू में तो परिवार वालों ने पैसे दिए, पर कुछ दिनों बाद उन्होंने भी पैसे की तंगी बता कर हाथ खींच लिए।

राज, महेश से बोली, कब तक दूसरों के सहारे जीवन काटोगे? मुझे तो अब शर्म आने लगी है।

अपनों से कैसी शर्म?

कुछ काम शुरू कर दो।

तुम करो, मुझे कोई शर्म नहीं है, अपनों से मांगने में।

राज बहुत खुद्दार थी, उसे यूं परिवार से पैसे मांगना अच्छा नहीं लगता था।

वो इसी उधेड़बुन में रहती कि कोई काम शुरू करे और सम्मान की जिंदगी जी सके।

एक दिन राज की बेटी, अपने दोस्तों के साथ उनके mobile में पुराने कपड़ों से आसनी, दरी आदि बनाना देख रही थी।

तभी राज, उसे घर बुलाने आई। वो भी उस video को देखने रुक गई।

अगले दिन वो दर्जी के पास गयी तो वो बोला बहन, अभी कपड़े आने तो शुरू हुए हैं, पर बहुत कम ही आ रहें हैं, उनसे मेरा ही खर्च नहीं चल रहा है तो तुम्हें क्या दूंगा।

वो बोली ठीक है जब ज्यादा काम आए तो बुला लेना।

अभी तो मैं यह पूछने आई हूँ कि तुम कपड़ों की कतरनों का क्या करते हो?

कतरनों का कुछ नहीं करता, ज्यादातर फेंक दिया करता हूँ। क्यों पूछ रही हो?

भैया, वो मुझे दे दोगे?

बिल्कुल, ले जाओ।

उसने उसे एक छोटी बोरी भरकर कतरनें दे दी।

राज उन्हें घर ले आती और उसने बड़ी मेहनत से 4 दिन में, एक पूजा की आसनी और दरी बना ली।

वो फिर दर्जी के पास उसे ले गयी।

दर्जी ने पूछा, यह क्या है?

वो बोली, कतरनों से बनाया है।

दर्जी अवाक रह गया। इतना सुन्दर! तुम कमाल हो बहन।

भैया मेरा एक काम करोगे?

क्या?

इसे अपनी दुकान पर लगा लो, और कोई खरीदे तो बेच देना। और साथ ही कोई पुराने कपड़ों से इसे बनाने का order दें तो ले लेना। 

मेरी बड़ी मदद हो जाएगी। तुम्हारे एक समान को बेचने या order लेने पर मैं 10% तुम्हें दे दूंगी।

दर्जी ने खुशी-खुशी उसे अपनी दुकान में टांग लिया।

चंद दिनों में उसके बनाए समान बिकने लगे और उसके order भी आने लगे।

घर में थोड़ा पैसा आने लगा, जिससे उसका घर चलने लगा। अब उसे किसी से पैसे मांगने की जरूरत खत्म हो गई।

जो जिंदगी में हार नहीं मानता है, उसे जिन्दगी में जीतने की राह मिल ही जाती है।

यह एक सच्ची कहानी है, इस कहानी में जो फोटो है, वो उसके द्वारा बनाई पूजा की आसनी हैं। अगर आप को पसंद आए तो आप भी खरीद सकते हैं, किसी खुद्दार का जीवन संवर जाएगा।

Thursday 15 July 2021

Tips : Pressure cooker's whistle problem

 क्या आप भी परेशान हैं कि pressure cooker, चाहे जब ठीक से whistle नहीं देता है।

यह एक common problem हो गई है, आए दिन सबको ही यह problem होती है।

Viewers की demand है कि इस problem को solve करने की भी tip बता दीजिए।

बिल्कुल, जब आप Shades of Life से जुड़े हैं तो, आप problem में कैसे रह सकते हैं?

तो चलिए आज इसी का solution, share कर देते हैं। 

 Pressure cooker's whistle problem 



  1. आप pressure cooker की उस जगह(vent pipe) को समय-समय पर clean करते रहें, जहाँ पर whistle लगाई जाती है।
  2. इसके लिए, आप whistle निकाल कर vent pipe को tap के नीचे लगाकर, tap तेज़ खोल दीजिए।  water के तेज़ pressure से वो clean हो जाएगा।
  3. Vent pipe अच्छे से clean हो जाएगा, तो सभी छेदों से पानी निकलने लगेगा। 
  4. Pressure cooker के lid का orientation, body के orientation से मिलना चाहिए। 
  5. इस orientation को check करने के लिए, अगर आप के पास Haskins का या उसके जैसी design का pressure cooker है तो, ध्यान रखिएगा कि lid का handle, safety valve के ठीक ऊपर होना चाहिए।
  6. Handle अगर टेढ़ा है तो, whistle नहीं आएगी। उसको आप set कर के सीधा कर लीजिए।
  7. Gasket, slightly tight होनी चाहिए, जिससे proper pressure develop हो सके।
  8. इसके लिए समय-समय पर gasket change करते रहना चाहिए। 
  9. Safety valve का विशेष ध्यान रखना चाहिए। Pressure cooker की safety के लिए यह must होता है। 
  10. जब भी safety valve change करना हो, company का ही लगवाएं, local बिल्कुल नहीं लगवाएं।
  11. इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखिए, तो आप का pressure cooker हमेशा whistle देगा।
  12. अगर यह सब ठीक है, और फिर भी pressure cooker, whistle नहीं दे रहा है तो major problems हो सकती है, आप उसे repairing center पर दिखवा लीजिए।

Wednesday 14 July 2021

Poem : वृष्टि की शीतल बूंदें


वृष्टि की शीतल बूंदें




वृष्टि की शीतल बूंदों से,

मन मयूर नाच उठा।

ज्यों जेठ से तपती धरती पर,

मेघ मल्हार गा उठा।।


तरु से बहती मृदुल बयार,

वीणा सी झंकृत होती।

सुख की अनुपम अनुभूति से,

अंग अंग में थिरकन होती।।


दिनकर के प्रचंड स्वरुप से,

प्रकृति भी कुम्हलाई थी।

नीर के प्रबल अभाव से,

सिमटी थी, सकुचाई थी।।


वर्षा के आगमन से,

प्रकृति भी हरषाई है।

नव कलिका, पल्लव से,

तरुणी सी शरमाई है।। 

 

बूंदों ने गिर चातक अधरों पर

अनबूझ प्यास बुझाई है

कोकिला के सुमधुर संगीत ने 

प्रकृति की छटा बढ़ाई है 


अनुपम, अद्भुत, आलोकिक,

लगती धरा सारी है।

मानो मोहन संग गोपियाँ,

कर रही किलकारी हैं।।


💐मानसून के आगमन पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ 💐

Tuesday 13 July 2021

Article : जिम्मेदार कौन?

 

जिम्मेदार कौन?


कोरोना जब आया तो, सब बेहद डरे हुए थे। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि, इसके लिए जिम्मेदार कौन है?

इससे बचने के उपाय क्या हैं? कैसे इससे निजात पाई जाए।

कोरोना के लिए कभी चीन को, कभी तब्लीग़ी जमात को, कभी बाहर से आने वाले लोगों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा था।

देखा जाए तो यह काफी  हद तक यह सब सही भी कहा जा सकता है।

पूरे देश में सम्पूर्ण lockdown लगा दिया गया। 

नतीजतन कोरोना से तो लोग बच गए पर बहुत लोग, बेरोजगारी और भूखमरी से त्राहि त्राहि करने लगे।

जब कोरोना का प्रकोप थोड़ा सा कम हुआ तो, यह सोचा गया कि अब तक सब जागरूक हो चुके हैं तो कुछ भी ऐसा नहीं करेंगे कि कोरोना की दूसरी लहर आए।

अतः रोजगार फिर से सुचारू रूप से चल सके। इसके लिए थोड़ी ढील दी गई।

पर लोगों ने इसका ग़लत ही मतलब निकाल लिया और सब जगह सामान्य से अधिक भीड़ होने लगी। लोग उत्सव और मौज मस्ती करने लगे।

फिर वही हुआ जो होना था, कोरोना की दूसरी लहर भी आ गई और अपने साथ लाई, विकराल रूप मौत का।

ना जाने कितने लोगों को उनके परिजन सदैव के लिए छोड़ कर स्वर्ग सिधार गए।

दुःख का पर्याय यह था कि ना जाने कितने परिवार उजड़ गए, ना जाने कितने बच्चे अनाथ हो गए। ना जाने कितनों के जीवन साथी साथ छोड़ गए। बहुत से माँ-बाप ने अपने बच्चे खो दिए। बहुत ही भयावह मंजर था। 

पर धीरे धीरे स्थिति समान्य हो रही है, लोगों को जान से हाथ नहीं धोना पड़ रहा है।

पर क्या फिर से लापरवाही आरंभ नहीं हो गई है?

फिर से उत्सव, मौज मस्ती, भीड़....

क्या है यह सब?

आप खुद हरकतें करें, फिर इधर उधर सब को दोषी करार करें, यह कहाँ तक उचित है?

पहली बार कोरोना आने की वजह थी।

पर दूसरी लहर के जिम्मेदार वो सब हैं, जिन्होंने mask नहीं लगाया। दूरी बरकरार नहीं रखी और भीड़ बढ़ाने में सहयोग प्रदान किया।

और अब फिर बहुत से लोग यही कर रहे हैं।

जानते बूझते, आंखों को बंद कर लेना, या उन लोगों का मज़ाक उड़ाना जो protocol follow कर रहे हैं। या खुद protocol follow ना कर के अपने को बहादुर या महान साबित करने से आज नहीं तो कल कौन अलविदा कह देगा। ईश्वर जाने!

कोरोना की तीसरी लहर को invitation देने के जिम्मेदार मत बनें। 

देश के विकास और सुरक्षा की सारी जिम्मेदारी सरकार की ही नहीं होती है। अगर देश के नागरिक जागरूक व समझदार हैं। तभी देश सुरक्षित व विकसित रहता है।

थोड़ा सा सब्र रखें और protocol follow कीजिए। कम से कम तब तक तो, जब तक सबको vaccination ना हो जाए।

फिर हम सब उत्सव मनाएंगे... 

Monday 12 July 2021

Recipe : Vintage Car Chocolate cake

आज बच्चों का most favourite cake, chocolate cake की recipe, share कर रहे हैं। 

हमारे एक viewer की demand है कि हम कोई ऐसी design भी share करें, जो boys की favourite हो, साथ ही घर में easily, prepare भी हो जाए।

 तो आज आप को boys की favourite car design को कैसे prepare कर सकते हैं, वो भी बता रहे हैं।

Vintage Car Chocolate cake




Ingredients 

For base-

All purpose flour (Maida) - ¾ cup

Cocoa powder - ¼ cup

Fresh Curd - ¾ cup

Fresh मलाई - 2 tsp

Sugar - 1 cup

Milk  - 1 tbsp

Eno fruit salt - 1 sachet 


For Icing 

Non dairy whip cream - 2 cup

Chocolate slab - ½ portion of slab

Harshey's chocolate syrup - 2 tbsp

Oreo biscuit - 2


Method - 

For base -

  1. मैदा और cocoa powder डालकर अच्छे से mix कर लीजिए और इसे 2 to 3 times छानकर cake flour ready कर लें। 
  2. Cake container में घी लगाकर, मैदा को dust कर के ready कर लीजिए।
  3. दही में चीनी डालकर अच्छे से mix कर लीजिए, कि वो उसमें घुल जाए।
  4. दूध में पड़ी ताजी मलाई 2 tsp add करें और अच्छे से mix करें।
  5.  इसमें थोड़ा-थोड़ा करके cake flour डालते हुए mix करें।
  6. इसमें दूध डालकर mix कर लीजिए।
  7. अब इसमें 1 sachet eno fruit salt अच्छे से mix कर दीजिए।
  8. Microwave oven को preheat करने के लिए 1 cup पानी, 1 min के लिए microwave करने के लिए रख दीजिए। 
  9. Meanwhile, container में cake mix डाल दीजिए । 
  10. Cup को निकाल कर container को microwave में रख दीजिए और full temperature पर 3 to 4 min के लिए microwave कर लीजिए।
  11. Cake container को बाहर निकाल लीजिए, उसे ढक कर ठंडा होने तक, रख दीजिए।
  12. जब वो पूरा ठंडा हो जाएगा, तो वो container की wall को छोड़ देगा।
  13. अब cake को de-mould कर लीजिए। 

For Icing 

  1. Non dairy whip cream को stiff peaks आने तक whip कर लीजिए। इसको कैसे ready करते हैं, इसके लिए आप Icing tips and tricks click करें।
  2. Chocolate slab को grate कर के chocolate shaving prepare कर लीजिए। 
  3. Half whip cream में, chocolate shaving and hersheys' chocolate syrup add कर के अच्छे से mix करेंगे। Chocolate whippped cream ready हो जाएगी।
  4. Cake base के तीन horizontal side, cut कर लीजिए। 
  5. आप base की layer में white whipped cream लगा कर crumb coat कर लीजिए।
  6. Final icing में chocolate whip cream से icing करेंगे।
  7. अब हम आपको बताने जा रहे हैं कि अगर आप car की design का cake बनाना चाहते हैं तो आप को क्या करना है।
  8. Cake के base के लिए container, rectangular shape का लीजिए।
  9. अगर आप कोई particular shape बनाना चाहते हैं तो, जो quantity हमने आपको बताई है, उसकी double करनी होगी।
  10. तो हमने double quantity से दो rectangular shape के cake prepare कर लिए हैं।
  11. Cake base के दो horizontal layer sheet काट लीजिए।
  12. तीन layer, rectangular ही रखेंगे, और एक  layer को बीच में से cut कर के 2 square shape ready कर लेंगे।
  13. अब तीन layers में white whipped cream लगा कर, एक के ऊपर एक रख देंगे। 
  14. Third layer पर white whipped cream लगा कर अब उस पर पीछे की तरफ square shape की दोनों layer पर white cream लगा कर car का shape दें देंगे।  
  15. हम white cream से car का पूरा shape दे देंगे, और उसका crumb coat, complete कर देंगे। अब इसे 15 minutes के लिए freezer में रख देंगे, जिससे अच्छे से icing set हो जाए।
  16. अब chocolate cream से हम car design का outer look दें देंगे।
  17. हमने vintage style रखा है, इसलिए light colour रखें हैं। आप dark colour भी कर सकते हैं। 
  18. चाहें तो gel colour use कर सकते हैं।
  19. Gems and chocolate pops भी use कर सकते हैं। आप अपनी imagination से cake जैसे चाहें, वैसे decorate कर सकते हैं।
  20. Car के wheels के लिए, हमने oreo biscuit use किया है।
  21. साथ ही car की lights के लिए oreo biscuit की cream use की है।
  22. तो लीजिए ready है, vintage car chocolate cake.

आप भी अपनी imagination को use कीजिए और tempting cake बनाइये। और हमारे साथ अपने cake की pic share कीजिए 😊

चलिए चलते-चलते, कुछ tips and tricks भी हो जाए...

Tips and Tricks 

  • Curd बिल्कुल fresh होना चाहिए। 
  • एकदम भी खट्टा नहीं होना चाहिए, वरना cake का taste खराब हो जाएगा।
  • Cake को ढक कर ही ठंडा कीजिए, जिससे cake की steam उसमें lock हो जाए। इससे cake ठंडा होने पर भी, ज्यादा spongy and moist रहता है।
  • Cake की horizontal layer में cream लगाने से cake ज्यादा tasty and soft बनता है।
  • Cake mix, इडली के घोल जैसा रहेगा, अगर सारे ingredients डालने पर घोल ऐसा ना बने तो, थोड़ा milk add करके अच्छे से mix कर लीजिए।
  • Microwave को preheat जरुर से कीजिएगा। वरना cake hard बनेगा।
  • इसमें मलाई, घी, oil use नहीं किया है, इसलिए यह fridge में रखने पर भी soft ही रहता है।
  • Final decoration, cake cutting से ½ hours पहले ही कीजिए, वरना decoration fade हो जाती है।
  • हम cake decoration, में natural materials से ही colour लाते हैं। अगर आप चाहें तो gel colour use कर सकते हैं। पर यह artificial होते हैं। इनके use से बहुत बार cake का taste bitter हो जाता है।तो हम colour से compromise कर लेते हैं, पर health and taste से नहीं। आप की क्या priority है, वो आप की मर्जी है।
  • तो बस रखिए, इन छोटी-छोटी बातों का ख्याल और cake बनाएं बेमिसाल।

Thursday 8 July 2021

Poem : हर तस्वीर कहानी कहती है

 हर तस्वीर कहानी कहती है


हर तस्वीर कहानी कहती है।

कुछ नयी, कुछ पुरानी रहती है।।


इस तस्वीर की सुन्दरता भी,

बड़ी अजब निराली है।

दादी वरमाला लिए,

दादा जी की होने वाली हैं।।


हर तस्वीर कहानी कहती है।

कुछ नयी, कुछ पुरानी रहती हैं।।


इस तस्वीर में दो रंग,

सफ़ेद काले संग-संग।

नानी जब नाना की हुई थीं,

सकुची सी शर्माई हुईं थीं।।


हर तस्वीर कहानी कहती है।

कुछ नयी, कुछ पुरानी रहती हैं।।


यह तस्वीर लगती कितनी अच्छी है,

सपनों से सुन्दर, वर्तमान सी सच्ची है।

पापा ने जब माँ को पहली बार था देखा,

वही थी हमारे अस्तित्व की रेखा।।


 हर तस्वीर कहानी कहती है।

कुछ नयी, कुछ पुरानी रहती हैं।।


इस तस्वीर में रंगों की छटा छाई, 

तुम्हारे-हमारे मिलन की घड़ी आई।

संग जो एक-दूजे का पाया था,

अरमानों का संसार बसाया था।।


 हर तस्वीर कहानी कहती है।

कुछ नयी, कुछ पुरानी रहती हैं।। 


इस तस्वीर से नज़र हटती नहीं,

इस दिन मैंने अपनी परछाई थी पाई।

जहाँ भर की खुशियाँ झोली में समाई, 

परियों से भी सुन्दर, मैंने बिटिया पाई।।


 हर तस्वीर कहानी कहती है।

कुछ नयी, कुछ पुरानी रहती हैं।।


इस तस्वीर में जो नजर टिकती है,

लाख चाहो, तो भी नहीं हटती है।

मेरे परिवार को पूरा करने आया,

कान्हा सा सुंदर बेटा है पाया।।


 हर तस्वीर कहानी कहती है।

कुछ नयी, कुछ पुरानी रहती हैं।।


समय के साथ सब बदलता है,

रोके किसी के कहाँ रुकता है।

पर तस्वीर, अपने अन्दर, 

उन पलों को समेट लेती है।।


हर तस्वीर कहानी कहती है।

कुछ नयी, कुछ पुरानी रहती हैं।।

Wednesday 7 July 2021

Article : India towards formal economy

एक पुराना सवाल, जिसका जवाब बहुत लोगों को सही नहीं मिला। पर उसके कारण बहुत लोगों ने मोदी जी को ग़लत जरुर मान लिया। आज उसी सवाल का जवाब लेकर आए हैं....

शायद सभी के आंखों के सामने से गलतफहमी का पर्दा हट जाए....

India towards formal economy 




1947 से आज तक India में 15 Prime ministers रह चुके हैं।

जिसमें कांग्रेस से लेकर BJP व other parties की government रही है।

यह तो आप सबको पता ही होगा, किसी भी देश के विकास के लिए, देश से एकत्र किया जा रहा tax ही काम आता है। 

फिर चाहे, सड़कों का निर्माण हो, या पुल का, स्कूल, काॅलेज, अस्पताल खोलने हों या शहरीकरण करना या गांवों का विकास, देश‌ को महामारी से बचाना हो या सेना का सशक्तीकरण या ऐसे ही और बहुत से काम.....

देश की सुरक्षा और विकास के लिए tax बहुत जरूरी है।

पर 1947 से लेकर 2014 तक india में 3 करोड़ लोग ही direct tax pay करते थे। 

Direct tax pay को आसान भाषा में कहें तो income tax.

जिसमें अधिकांश Middle class salaried employees ही रहते हैं। जबकि देश की जनसंख्या लगभग 135 करोड़ है।  

2014 में demonetization किया गया था।

जिसे बहुत लोग अच्छा मानते हैं, पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टी के अलावा भी बहुतों के मन में यह रोष है कि यह करना पूर्णतया गलत था।

चलिए आज इसी बात पर चर्चा कर लेते हैं कि demonetization क्यों आवश्यक था, इससे देश को क्या लाभ मिला।

जो BJP समर्थक हैं, उन्हें कुछ बताने की आवश्यकता नहीं है कि मोदी जी, देश के लिए कितना कुछ कर रहे हैं, पर जो विरोधी हैं, उनका थोड़ा ध्यान खींचना है। 

Effects of demonetization and GST 

आप में से कितने लोग यह जानते हैं कि 2014 के पहले 1000 and 500 के नोट भारत में नहीं बल्कि Europe and USA में बनते थे। और इसके एक नोट की लागत approx 4.50 रुपए और 3 रुपए क्रमशः थी। और बाकी सभी नोट भारत में ही बनते थे।

पर जब मोदी जी सत्ता में आए तो उन्होंने अपने मंत्रीमंडल के साथ मिलकर यह तय किया कि अब से विदेश से भारत के रुपए छप कर नहीं आएंगे।

जिसके कारण demonetization में 1000 and 500 रुपए scrap किए गए। 

आज India की सारी currency, India में ही बन रही है। जिसके कारण हमें करोड़ों का फायदा हुआ है। 

साथ ही 1000 and 500 के नोट चलने बंद हो रहे थे तो सबको उन्हें 1 हफ्ते की समय अवधि में जमा करने थे। 

जिससे लोगों की जमाखोरी सामने आ गई। सज़ा और जेल से बचने के लिए ना जाने कितने कालाबाजारी सुधर गये।

नक़ली नोटों का कारोबार ठप हुआ, साथ ही आतंकवादियों का समर्थन करने वालों पर भी गाज गिरी। तो आतंकवाद भी कम हो गया।

जब सबकी जमा पूंजी निवेश सामने आया, तो tax pay ना करने वालों की संख्या का कच्चा चिट्ठा खुल गया और अपने को बचाने के लिए tax payers की संख्या मात्र चार सालों में तकरीबन 3 करोड़ से बढ़कर 6 करोड़ से आगे बढ़ गई। यह वो लोग हैं जो direct individual income tax payers हैं।

Demonetization के साथ ही GST लागू किया गया। जिसके कारण लगभग 4 लाख shell company के registration खारिज कर दिए गए।

जिनको clear कराने कोई नहीं आया, क्योंकि companies चलाने वाले भी जानते थे, clear कराने पर पूछा जाएगा कि इसको चलाने के लिए पैसे कहाँ से आए, तो उसका कोई जवाब नहीं होगा।

GST से पहले मात्र 65 लाख व्यापारी tax pay करते थे पर जबसे GST आया, तब से 1 करोड़ के ऊपर व्यापारी tax pay कर रहे हैं।

अब आपको समझ आया कि demonetization and GST के क्या effects आए हैं।

और यह भी समझ आया होगा कि क्यों किया गया। 

क्या कहा, नहीं आया?

अरे भाई, इसलिए कि tax pay करने का काम सिर्फ middle class salaried employees को ही ना करना पड़े।

बल्कि देश की सुरक्षा और विकास की जिम्मेदारी सब उठाएं।

जब देश सबका तो जिम्मेदारी भी सबकी।

अब समझ आया कि मोदी जी जैसे दूरदर्शी प्रधानमंत्री की भारत को कितनी आवश्यकता है।

जब तक आप सिर्फ़ अपने बारे में सोचेंगे, आप को मोदी जी कभी पसंद नहीं आएंगे, जिस दिन देश को अपना समझ कर सोचेंगे, उस दिन से मोदी जी आपको सबसे ज्यादा पसंद आएंगे।

जय हिन्द जय भारत 🇮🇳

Tuesday 6 July 2021

Kids Story : नन्हें पौधे

 नन्हें पौधे



राज और नंदनी, पापा से बोले- इस बार बहुत गर्मी पड़ रही है कि पंखा भी बहुत गर्म हवा दे रहा है।

पापा बोले, हाँ बच्चों गर्मी तो बहुत है, साथ ही हम लोग इस बार top floor पर हैं, इसलिए और भी ज्यादा गर्मी लग रही है।

नंदनी बोली पापा, top floor से क्यों?

पापा बोले, क्योंकि छत गर्म होने से हमारा घर भी गर्म हो जाता है।

ओह! मतलब हम पूरी गर्मी में ऐसे ही परेशान होंगे, दुखी होकर राज बोला।

पापा के जाने के बाद, नंदनी और राज सोचने लगे कि क्या किया जाए कि गर्मी से राहत मिले।

अभी वो बैठ कर सोच ही रहे थे कि राज बोला मुझे एक idea आया है। चल माँ से पुराने डिब्बे लेकर आते हैं।

पुराने डिब्बे....

उनका क्या करोगे भइया ?

अरे तू चल तो....

राज ने माँ से पूछा, माँ आप ने पुराने डिब्बे कहाँ रखें हैं?

क्यों, क्या करना है तुम्हें?

माँ, आप दीजिए ना?

अच्छा भाई, वहाँ कोने पर plastic bag में रखें हैं।

प्यारी माँ कह कर राज ने माँ को गले लगा लिया।

फिर plastic bag लेकर नंदनी के साथ बाहर आ गया।

चल नंदनी, सारे डिब्बों में मिट्टी भरनी है।

डिब्बों में मिट्टी भरकर दोनों बच्चे छत पर पहुंच गए।

माँ कुछ चने, मेथी, धनिया, और जो कुछ भी बीज आप के पास हों दे दीजिए।

क्यों चाहिए, तुम्हें?

माँ मुझे पौधे लगाने हैं?

इतनी घूप में कौन से पौधे उग आएंगे?

तुम एक काम करना, मेरे संग nursery चलना, वहाँ से गर्मी में लगने वाले पौधे ले लेना।

वो लोग शाम को गुड़हल, सूरजमुखी, गेंदा आदि के नन्हेे-नन्हे पौधे लेकर आ गये।

उन पौधों को पूरी छत में जगह जगह रख दिया। सब में पानी भी डाल दिया।

अब तो दोनों बच्चे रोज़ सुबह-शाम पौधों में पानी डालते।

कुछ दिन में उन नन्हें पौधों में फूल खिल आए।

इससे दो काम हो गये, पहला तो छत खिले हुए फूलों से बहुत सुन्दर लगने लगी। दूसरा छत पर पौधे रखे थे इसलिए, उन पर सुबह-शाम पानी डालने से छत भी ठंडी रहने लगी थी।

इसका असर यह हो रहा था कि कमरा भी ठंडा रह रहा था। अब पंखा गर्म हवा नहीं दे रहा था। साथ ही फूलों की खुशबू से घर भी महक रहा था।

एक शाम पापा ने, राज और नंदनी को अपने पास बुलाया और कहा कि तुम दोनों की मेहनत ने तो कमाल ही कर दिया।

एक अच्छी सोच और परिस्थितियों से मुकाबला करने की तुम लोगों की इच्छा ने घर को बहुत बेहतरीन बना दिया है।

राज बोला, पापा यह तो नन्हें पौधों का कमाल है।

हाँ बेटा, हम पौधों के लिए थोड़ा भी करें, तो वो हमें बहुत कुछ देते हैं। और इनके लिए वो मेरे बच्चों के नन्हें हाथों ने किया है।

यह कहकर पापा ने दोनों बच्चों को गले लगा लिया और दोनों को दो-दो बड़ी सी chocolate 🍫 दी।

Thank you Papa, हम जा रहे अपने नन्हें पौधों को पानी देने।

Monday 5 July 2021

Article : वाह ये हिन्दुस्तान!

 वाह ये हिन्दुस्तान!




अपने हिन्दुस्तान की भी हम क्या तारीफ़ करें। जहाँ किसी के किये हुए काम का आंकलन किस प्रकार से किया जाता है, भगवान ही जाने!

राहत इंदौरी, मुनव्वर राना, आमिर खान, नसीरुद्दीन शाह, जावेद अख्तर, आदि... जैसे लोगों को, जो देश के विरुद्ध बोलते हैं, उन्हें सिर-माथे बैठाया जाता है।

जो नेता, दुनिया भर के घोटाले करते हैं, उनके लिए कोई प्रश्न नहीं उठाते हैं।

और जो देश हित में कार्यरत हैं, उन पर प्रश्नों की झड़ी लगा दी जाती है। 

फिर वो चाहे, मोदी-योगी हों, टाटा-अम्बानी हों, सोनू सूद- अक्षय हों या इनके जैसे और बहुत से अच्छे लोग हों....

प्रदेश और देश के संवरे हुए स्वरुप तो खुद गवाही दे रहे हैं कि कौन क्या कर रहा है। विकास पहले क्या था और अब क्या है। फिर इस तरह का भेदभाव क्यों? 

हाँ, अगर आप के देखने का नजरिया यह है कि, मेरा कितना फायदा हुआ है तो अलग बात है। 

पर जब तक हमारी सोच संकीर्ण रहेगी,  तब तक देश का विकास किस तरह संभव है? 

तो हमें अपने लाभ से थोड़ा सा ऊपर तो उठना ही होगा। 

साथ ही ऐसे लोगों, जो देश के विरुद्ध बोलते हैं, उनके प्रति कानून को सख्त नियम लागू करने चाहिए। जिससे कोई भी देश के विरुद्ध बोलने से पहले दस बार सोचे।

और साथ ही हम लोगों को भी ऐसे लोगों का पुरजोर विरोध करना चाहिए।

ऐसे व्यक्ति कलाकार तो हो ही नहीं सकते हैं, जो देश की अखंडता पर प्रश्नचिह्न लगाते हैं। और अगर ऐसे कोई कलाकार हैं तो वह हमें पसंद नहीं हैं। 

अभिव्यक्ति की आजादी का यह मतलब कतई नहीं होना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति, चाहे वो कोई भी हो, वो देश के सम्मान को ठेस पहुंचा सकता है।

अब तो ऐसे लोगों को सिर माथे से उतार कर, इनको इनकी सही जगह दिखानी ही चाहिए।

Saturday 3 July 2021

Recipe : Kathal Biryani

गर्मी के दिनों में, tasty dish बनाना कठिन होता है। फिर अगर आप vegetarian हैं तो यह मुश्किल और बढ़ जाती है

पर जब आप Shades of Life से जुड़े हैं तो, आप को परेशान तो हम बिल्कुल भी नहीं होने देंगे।

तो चलिए आज आप के लिए एक ऐसी recipe share कर देते हैं, जिसे खाकर आप उंगलियांँ चाटते रह जाएंगे।

गर्मियों में कटहल, एक खास सब्जी होती है, चलिए उसे कुछ और खास बनाते हैं। 

आज हम आपके लिए कटहल बिरयानी की recipe लेकर आए हैं।


 कटहल बिरयानी 




Ingredients

Jackfruit - 500 gm.

Rice - 250 gm. 

Salt - as per taste

Garam Masala powder - ¼tsp.

Red chilli powder - as per taste

Onion - 4 medium size 

Tomato - 1 big size

Garlic - 4 to 5 pods 

Ginger - ½ Inch

Curd - 1 ½ tbsp.

Green cardamom - 1

Cinnamon stick - ¼ inch 

Clove - 2

Saffron threads - 2

Milk - 2 tbsp.

Black pepper - 3 to 4 kernels 

Chat masala - 1 ½ tbsp.

Ghee - 3 tbsp.

Oil - for frying 

Method -

दूध में केसर के धागे भिगो दें।

 Rice preparation

  1. Rice को अच्छे से wash करके आधे घंटे के लिए soak करने के लिए रख दीजिए।
  2. Soaked rice में ¼ tsp. salt व whole garam masala डाल दीजिए। 
  3. Rice को al dente  होने तक steam कर लीजिए।

कटहल मसाला preparation

  1. कटहल को छीलकर, उसके बीज हटा दीजिए और उसके ½ inch के blocks काट लीजिए।
  2. कटहल को pressure cooker में डाल दीजिए।
  3. Pressure cooker में इतना पानी डाल दीजिए कि कटहल हल्का सा डूब जाए। इसमें ¼ tsp salt डालकर 2 whistle high flame पर और 1 whistle slow flame पर दें दीजिए। 
  4. Pressure down होने पर extra पानी drain out कर लीजिए।
  5. 2 onion के लम्बे, पतले julienne काट लीजिए। बाकी 2 onion and tomato को finely chop कर लीजिए। 
  6. Ginger garlic paste, prepare कर लीजिए।
  7. 1 wok लीजिए, उसमें oil डालकर गर्म कर लीजिए।
  8. तेल गरम हो जाने पर उसमें onion julienne डालकर golden brown fry कर के निकाल लीजिए।
  9. फिर उसमें कटहल डालकर golden brown fry कर के निकाल लीजिए।
  10. अब इस wok में सिर्फ 1 tbsp. oil छोड़कर बाकी निकाल लीजिए।
  11. इस oil में chopped onion डालकर sauté कर लीजिए।
  12.  अब इसमें टमाटर डालकर गलने तक पकाएं।
  13. अब इसमें, नमक, गर्म मसाला पाउडर, लाल मिर्च पाउडर डालकर अच्छे से भून लें।
  14. अब दही add कर के भून लीजिए। जब मसाला, oil छोड़ने लगे तो उसमें fried कटहल डालकर भून लें। 
  15. अब इसे ढक-कर 5 minutes के लिए slow flame पर पका लें।

Assembling

  1. एक glass bowl में rice की एक layer, फिर कटहल मसाला की layer, उस पर चारों तरफ 1 tbsp घी डाल दें, फिर fried onion julienne, व चाट मसाला पाउडर छिड़क दें। 
  2. अब ऐसे ही rice और कटहल मसाला के साथ सब की layer बनाते जाएं। 
  3.  3 to 4 layers बन जाएंगी।
  4. सबसे आखिर में केसर दूध डाल दीजिए।
  5. अब bowl पर plate ढक दीजिए। 
  6. अब इस Bowl को microwave oven में रखकर 5 minutes  के लिए microwave कर लीजिए।

Aromatic and tasty kathal biryani is ready to serve.

You can serve it with Raw mango and mint ki chutney , Burani raita and mirchi ka salan.

चलिए अब कुछ tips and tricks भी बता देते हैं, जिससे आप की बिरयानी बहुत ही लज्जतदार बने।

Tips and Tricks


  • कटहल के बीज जरुर से निकाल दीजिए, जिससे बीज बिरयानी के मजे को बार-बार रोके नहीं।
  • कटहल ऐसा लीजिए, जिसमें रेशा अच्छे से हो।
  • Rice, बासमती ही लीजिए, जिससे बिरयानी देखने में भी खूबसूरत लगे।
  • Rice में एक कनकी जरुर से छोड़ें, नहीं तो जब आप बाद में microwave करेंगे तो rice खिला-खिला नहीं रहेगा।
  • बिरयानी की layer में घी जरुर डालियेगा, इससे बिरयानी खिली-खिली बनती है, साथ ही घी से बिरयानी का स्वाद दोगुना बढ जाता है।
  • आप चाट मसाले की जगह बिरयानी मसाला पाउडर भी डाल सकते हैं।
  • Rice में salt जरुर से डालकर steam कीजिए, वरना rice फीका-फीका लगेगा।
  • आप rice और कटहल steam करते समय salt डाल रहें हैं। और layer में भी चाट मसाला पाउडर या बिरयानी मसाला पाउडर डाल रहे हैं। इसलिए जब कटहल मसाला बना रहे हों तो नमक का अंदाज सही रखिएगा।
  • Fried onion julienne की layer बिरयानी की जान होती है, उसे डालना ना भूलें ‌। 
  • आप mint leaves भी layer में डाल सकते हैं।
  • कटहल को मसाले में डालकर 5 minutes तक, slow flame पर जरुर से पकाएं, जिससे कटहल मसाले को अच्छे से absorb कर सके।
  • अगर आप के पास microwave oven नहीं है तो आप layer को भगौने में बनाकर plate से ढक-कर तवे पर रखकर दम दे सकते हैं। 
  • तवे को 5 minutes slow flame पर रखना होगा। साथ ही तवे पर 2 tbsp. पानी डाल दीजिए।

तो आज ही बनाएँँ और शान से कहें - 

"बिरयानी खाने का शौक तो हम भी रखते हैं, बशर्ते उसमें किसी मासूम का खून नहीं बहा हो"।