हिन्दुत्व को बढ़ावा
कोई इस बात को माने या ना माने, पर इस सत्य को झूठलाया नहीं जा सकता है कि हिन्दुत्व बढ़ता जा रहा है।
आज पूरे विश्व में हिन्दू अपने धर्म के प्रति जागरूक होते जा रहे हैं।
आज वो पहले की तरह secular नहीं रह गये।
आज वो भी समझ रहे हैं कि उन्हें secularism का पाठ पढ़ाकर केवल मूर्ख बनाया जा रहा था।
ऐसे करने के प्रति मकसद सिर्फ़ और सिर्फ़ इतना है कि हिन्दू धर्म को समाप्त कर दिया जाए।
पहले आए दिन मंदिर तोड़ दिए जाते थे।
कभी शहरीकरण के नाम पर, कभी सौंदर्यीकरण के नाम पर, और भी बहुत से बातों को मुद्दा बनाकर, ना जाने कितने ही मंदिर तोड़ दिए गए।
और उनकी कोई सुनवाई नहीं होती थी। ना ही इस बात को कोई तूल दिया जाता था।
हिन्दू देवी-देवताओं के नाम पर ना जाने कितने निम्न स्तर के व्यंग बनते थे।
Entertainment world में कितनी ही films, songs में हिन्दू धर्म का मज़ाक उड़ाया गया था।
पर नहीं, अब नहीं.....
अब हिन्दू जाग रहा है, अब उसे भी अपने धर्म को सम्मान देना है। आज ऐसी बातों का पुरजोर विरोध किया जा रहा है, जिसमें हिन्दू धर्म का अपमान किया जा रहा है।
अब मंदिरों के निर्माण का कार्य आरंभ कर दिया गया है।
इन सब का जीवन्त उदाहरण है कि राम मंदिर का निर्माण।
दो-तीन दिन पहले, दिल्ली के चांदनी चौक में सौन्दर्यीकरण के नाम पर हनुमान जी के पुरातन मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया।
पर जनता के अत्याधिक रोष प्रदर्शन के कारण, पुनः मंदिर निर्माण की बात कही गई है।
और यह बात जानकर आपको सबसे ज्यादा प्रसन्नता होगी कि हाल ही में पाकिस्तान में एक स्वामी जी का मंदिर तोड़ दिया गया था।
वहाँ भी जनता ने बहुत रोष प्रदर्शन किया, जिससे वहाँ भी इमरान खान को पुनः मंदिर निर्माण का आदेश देना पड़ा। ऐसा उन्हें, BJP के दवाब में आकर करना पड़ा।
पर आप ने कभी सोचा, ऐसा क्या हुआ है? जिसके कारण ऐसा हो रहा है।
शायद हमें बताने की जरूरत नहीं है। क्योंकि आप सभी जानते हैं कि, ऐसा सब उसी एक नाम के कारण हो रहा है, जिसका बोल-बाला पूरे विश्व में है।
वैसे भी यह हिन्दुस्तान है, तो यहाँ हिन्दुत्व को बढ़ावा दिया भी जाना चाहिए।
हमें तो बस सबसे इतना कहना है कि जो अलख जगी है, उसे जगाए रखिएगा, हिन्दुत्व को बढ़ावा दीजिएगा और अब उसका मान-सम्मान बढ़ाते रहिएगा।
सभी अपने धर्मों को सर्वोच्च रखते हैं, उसका मान-सम्मान करते हैं। तभी किसी और धर्म के विषय में अनर्गल बातें करने की किसी की हिम्मत नहीं होती है।
तो अब हम हिन्दू ही secularism का चश्मा क्यों पहने?
हिन्दुत्व अस्तित्व हमारा है,
उसका सम्मान हमें प्यारा है।
हिन्दुत्व को दें बढ़ावा
यही हमारा नारा है।।