आज चुनाव का नतीज़ा निकलना है कि पूरे देश में किस political party का वर्चस्व है।
देश की जनता के लिए क्या priority है, उनकी निजी आवश्यकताएं या देश की सुरक्षा, विकास और संस्कृति?
क्या फिर से BJP सत्तारढ़ होगी?
या INDIA alliance का दबदबा रहेगा?
कौन संभालेगा देश
अगर BJP जीतती है, जैसा कि रुझान से दिखाई भी दे रहा है, तो एक बार फिर देश मोदी जी के नेतृत्व में आगे बढ़ेगा।
दो साल के अपने सफलतम कार्यकाल के पश्चात्, तीसरा सत्र उनका कैसा रहेगा?
हमारे देश के साथ-साथ, विदेशी देशों की भी नज़र चुनाव के नतीजों पर टिकी हुई है।
वह भी देख रहे हैं कि उन्हें भारत में निवेश करना है कि नहीं?
कल sensex बहुत तेजी के साथ खुला था और शेयर बाजार में एक बड़ी उछाल आई थी।
लेकिन आज के रूझान को देखते हुए, share market थोड़ा ठंडा हुआ है…
Share market के गर्म या ठंडे होने से क्या औचित्य है? तो आपको बता दें कि देश की अर्थव्यवस्था कैसी होगी, इसका पूरा link, share market के गर्म या ठंडे होने पर ही निर्भर करती है।
इसी से यह निर्धारित होता है कि विदेशी देश, कितना निवेश कर रहे हैं। और यह तो सीधा सा गणित है कि जिस देश में सबसे ज़्यादा निवेश होगा, वो देश उतना ही विकसित और उन्नत होगा।
INDIA alliance के आने से एक बात सोचने वाली रहती है कि सत्ता कौन संभालेगा, क्योंकि जैसा कि saying है, 'Too many cooks spoil the broth…'
जब सब की सोच ही एक सी नहीं, तो देश किस सोच से चलेगा?
लोकसभा चुनाव होने में दो states का महत्वपूर्ण स्थान है, पहला उत्तरप्रदेश और दूसरा महाराष्ट्र...
वो क्यों?
क्योंकि इन दोनों ही states में सबसे ज्यादा seats होती है।
यह नेता लोग जो कि किसी भी परीक्षा के परिणामों को महत्वपूर्ण नहीं समझते हैं, उन्हें लोगों पर पड़ने वाले pressure की कोई चिंता नहीं रहती है।
वो आज के दिन सबसे ज़्यादा मानसिक तनाव में रहते हैं। पांच साल के कार्यकाल में उन्होंने क्या ऊपर-नीचे किया है? उन सब का परिणाम होता है, नतीजों का दिन...
पर साथ ही यह दिन यह भी निर्धारित करता है, आगे देश का कितना उत्थान होगा या पतन?
एक देश पर सत्तारूढ़ हुई political party यह भी निर्धारित करती है कि उसका दूसरे देशों के साथ संबंध मधुर बनेंगे या खटास वाले?
इस तरह से देश का विकास, सुरक्षा और संस्कृति सब आज के नतीजे पर ही निर्धारित होगी।
अब results तो वही आएंगे, जिस हिसाब से लोगों ने votes दिए हैं...
बस ईश्वर से यही प्रार्थना है कि जो भी देश संभाले, वो देश का विकास करे ना कि अपना और अपने परिवार का..
उसके लिए देश की सुरक्षा प्रथम हो...
उसके लिए देश की सभ्यता और संस्कृति सर्वप्रिय हो...
बस वही बने जो देश को अखंड रख सके...