आज चैत्र नवरात्र की अष्टमी है। इस पावन दिवस पर माता रानी के, गौरा रुप की पूजा अर्चना की जाती है। मां गौरी हों और गणेश जी की स्तुति ना हो यह तो हो ही नहीं सकता है...
आज के इस भजन में गौरा माता और गणेश जी कि स्तुति की गई है। इसमें गणेशजी के जन्मोत्सव का बड़ा ही मनोरम वर्णन किया गया है..
यह भजन लखनऊ से श्रीमती प्रीति सहाय जी की मधुर आवाज़ में साझा कर रहे हैं। ढोलक पर सुरीली थाप, नुपुर सहाय जी की है..
आइए इस मनोरम और मधुर भजन को पढ़कर व सुनकर आनन्द लें...
गौरा गोद में गणेश जी को ले के निकली
गौरा गोद में गणेश जी को,
ले के निकली-2
हो गौरा ले के निकली,
गौरा गोद में गणेश जी को
ले के निकली....
ब्रम्हा आए विष्णु आए,
आए भोले नाथ,
गणपत जी ने जनम लियो है,
नारद वीणा बजाएं
गौरा गोद में गणेश जी को....
रामा आए लक्ष्मण आए,
संग में सीता आई,
गणपत जी ने जनम लियो है,
हनुमत चुटकी बजाएं,
गौरा गोद में गणेश जी को....
राधा आई रुक्मण आई,
संग में ललिता आई,
गणपत जी ने जनम लियो है
कान्हा ने मुरली बजाएं,
गौरा गोद में गणेश जी को.....
जय माता दी 🚩
आप सभी को चैत्र नवरात्र की दुर्गाष्टमी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं 💐🙏🏻
माता रानी, हम सब पर सदैव अपनी कृपा दृष्टि बनाएं रखें 🙏🏻🙏🏻
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