कोरोनावायरस का सटीक इलाज़
आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कोरोनावायरस का सटीक इलाज़ क्या है?
जब कोरोनावायरस आया तो, सेनिटाइजर जी, अपने साथी Mask के साथ, 2 गज की दूरी लेकर आये, और आते ही पूरी दुनिया में छा गए। अमीर से गरीब तक सब के पास सेनिटाइजर मौजूद हो गया। लोगों ने इसका इस्तेमाल कर करके अपने हाथों का सत्यानाश कर लिया। पर यह सिर्फ तब तक कारगर थे, जब तक कोरोना ना हो, पर अगर कोरोना हो गया, तो इनकी कोई हस्ती ही नहीं थी।
उसके बाद India से लेकर America तक सब जगह एक ही दवा का नाम गूंज रहा था, वो थी HCQS.
दुनिया भर के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई, सब इसे खरीद कर अपने पास store करने लगे। उनमें कुछ इतने ज्यादा आशावान हो गये कि बिना कोरोना के ही दवा खाने लगे। नतीजतन मौत को गले लगा लिया। दवा की shortage हो गई, जिससे जिन को जरुरत थी, उन्हें भी नहीं मिल पाई। पर कुछ ही दिनों में यह तथ्य सामने आ गया कि HCQS कारगर नहीं है।
फिर बारी आयी, प्लाज़्मा बाबू की, लोग ठीक भी होने लगे, और कालाबाजारी भी करने लगे। पर बहुत जल्दी ही यह बात भी सामने आ गयी कि प्लाज़मा बाबू किसी काम के नहीं हैं।
अब सामने आई, अब तक की सबसे महंगी remdesivir, जितना लम्बा नाम, उतने मंहगे दाम। और कालाबाजारी तो इस कदर की, गरीब की पहुंच में तो थी ही नहीं, Middle class वालों की भी चूलें हिल गईं।
Result तो ऐसा की इस का injection लेने के बाद भी हर कोई बच ही जाएगा, इसका कोई दावा नहीं।
परेशान व कोरोना पीड़ितों से दुनिया के पैसे लूटने के बाद इसको भी अयोग्य घोषित कर दिया गया।
तब आखिरकार कोरोना का सटीक इलाज़ है क्या?
सिर्फ और सिर्फ इम्यूनिटी और सकारात्मकता।
इतनी सारी दवाएँ, इंजेक्शन और उपाय आये और आगे भी आते रहेंगे, जिनसे कुछ लोग ठीक हो जाते हैं, जबकि कुछ पर बेअसर।
क्यों, आखिर क्यों?
क्योंकि जिनमें इम्यूनिटी और सकारात्मकता अधिक थी, वो बच गए और जो कमज़ोर पड़ गये, वो इस दुनिया से विदा लेकर चले गए।
साथ ही जिनका समय पूर्ण हो चुका था, वो भी हमें अलविदा कह गए।
अतः यह पूर्णतया सत्य है कि आप को कोरोनावायरस से अगर कोई बचा सकता है तो वह है, भारतीय संस्कृति।
नीम, गिलौय, तुलसी, नींबू, हल्दी, भाप, साफ़-सफाई, प्रणाम, ॐ का जाप, प्रणायाम, योग, साधना, सकारात्मकता और अटूट विश्वास की ईश्वर कृपा हम पर सदैव है, सब अच्छा होगा।
तो कोरोना से बचने के लिए, अगर आप Sanitizer, Mask और 2 गज की दूरी के साथ, भारतीय संस्कृति को भी अपनी जिंदगी का हिस्सा बना लें, फिर कोरोना तो क्या, इससे भयंकर बीमारियांँ भी आप का कुछ नहीं बिगाड़ पायेगी।
जय हिन्द जय भारत 🇮🇳