Advay the Hero : Tiffin
Advay के school में ये rule
था कि हर दिन nutritious food ले जाना रहता था, केवल Friday को
ही कुछ भी, biscuit, cake, chips ले जा सकते थे।
पर इधर कुछ दिन से
रंजना रोज Friday वाला ही Tiffin ला
रही थी। और सबसे छुप छुप के tiffin
finish करती थी।
एक दिन advay ने उससे पूछ
ही लिया, तुम रोज Friday वाला tiffin
क्यों लाती हो? और सबसे छुप कर क्यों tiffin
finish करती हो?
रंजना रोने लगी। उसको रोता देखकर advay ने पूछा, क्या हुआ रंजना क्यों रो रही हो?
वो बोली मेरी mumma hospital में
हैं, पापा को कुछ बनाना नहीं आता है। इसलिए मैं ऐसा Tiffin
लाती हूँ।
Mumma को ठीक होने में अभी दस दिन
और लगेंगे। मैं कैसे खाना ला पाऊँगी। Ma’am ने देख लिया तो
डांटेगी। Advay बोला, तुम मत रो, Ma’am नहीं डाटेंगी।
Advay अपने friends के पास
गया। उसने सबसे बोला रंजना की mumma की तबीयत खराब है। दस
दिन में वो ठीक हो जाएंगी। दस में से पाँच दिन की छुट्टी है।
अगर हम लोग उसके लिए Tiffin
ले आएंगे, तो उसकी डांट नहीं पड़ेगी। दीपिका बोली, मैं रोज ज्यादा खाना लाऊँगी तो, mumma डांटेगी। अक्षय ने भी दीपिका की हाँ में हाँ मिलायी।
Advay बोला पाँच दिन है, हम
भी पाँच है। अपने मम्मी- पापा को बता देंगे, कि हम रंजना की help
कर रहे हैं। वो डाटेंगे नहीं, बल्कि हमारी help
करेंगे।
रोज हम में से एक ही friend ज्यादा खाना
लाएगा। तो हम लोगों की घर में डांट नहीं पड़ेगी, और रंजना की school
में। वरुण और यश ज़ोर से चिल्लाये, क्या idea
है।
दीपिका और अक्षय भी ready हो गए।
जब स्कूल खुला रंजना अपना Tiffin लाई थी, उसकी mumma ठीक हो गईं
थीं।
वो सबके लिए chocolate लायी थी। उसने सबको chocolate
दी, और कहा mumma ने
सबको thank you बोला है।
Advay को दो chocolate
ज्यादा दी, क्योंकि advay के कारण ही उसे खाना मिल रहा था, और ma'am से डांट भी नहीं पड़ रही थी।
Advay ने एक chocolate रख
ली, बाकी अपने friends और रंजना के साथ
share कर ली। सारे friends बोले
East or west, Advay is the best