आज की कहानी, हमने एक reader
की demand पर लिखी है, सभी बच्चों को इससे aware भी होना चाहिए। इसे अपने
बच्चों को जरूर सुनिए, जिससे वो भी सुरक्षित रहें।
Advay the Hero: लापरवाही
जबकि
बाकी बच्चे अकेले सड़क पार करने से भी डरते थे। advay तरुण को
भी ऐसा करने को माना करता था, तो वो हमेशा advay
को चिढ़ाता, मैं तुम्हारी तरह डरपोक नहीं हूँ।
तरुण
की इन सब हरकतों से कुछ बच्चों को भी लगने लगा कि तरुण बहुत smart है।
एक
दिन छुट्टी के समय तरुण ऐसे ही दौड़कर सड़क पार कर रहा था कि तेज़ी से एक ट्रक तरुण की
तरफ आने लगा, उसे देखकर तरुण बहुत तेज़ घबरा गया, और वहीं गिर
गया।
उसे
गिरा देखकर सारे बच्चे बहुत ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगे, किसी को कुछ
सूझ नहीं रहा था, क्या करें।
Advay
भी सोच रहा था,
तरुण को कैसे बचाए, तभी उसे वहाँ
एक सब्जी का ठेला दिखा, उसने अपने दोस्तों की मदद से ठेले को सड़क की ओर धक्का दे दिया।
अब
ट्रक और तरुण के बीच ठेला आ गया था। बच्चों के शोर से teacher भी आ गए, उन्होंने
दौड़कर तरुण को उठा लिया।
तरुण
बहुत रो रहा था, सारे बच्चे भी तरुण के पास पहुँच गए। तरुण ने advay से sorry बोला, कहा मैं खुद
को हमेशा smart समझता था, और तुम्हें डरपोक कहकर चिढ़ाता था। पर आज तुम्हारी सूझबूझ
के कारण ही मैं बच पाया हूँ।
Advay
ने कहा, दोस्तों में sorry
नहीं बोलते,
वैसे भी सड़क सुरक्षा, जीवन रक्षा
यह कहकर उसने तरुण को गले लगा लिया।