India Together
हमारे देश में होने वाले किसान आंदोलन की इंतहा बढ़ती जा रही है।
26 January में जिस तरह से आंदोलन का रुख हुआ था, तो लगा था कि शायद सब ठीक हो जाएगा।
पर अब तो लग रहा है कि इसका अंत ना जाने ही कहाँ होगा? क्योंकि अब यह किसान आंदोलन कम और राजनैतिक जंग ज्यादा लगने लगा है, क्योंकि ना जाने कितने राजनेता और अन्य लोग ने किसान आंदोलन का बखेड़ा बनाकर रख दिया है।
आप को भी देखकर वही लग रहा होगा, जैसा हमें लग रहा है कि, एक तरफ BJP है और दूसरी तरफ बाकी सारे।
सभी के मत एक नहीं होते हैं, मतभेद चलते ही रहते हैं और सभी देशों में ऐसा होता है।
पर हमने इंतहा शब्द इसलिए use किया है क्योंकि, राजनैतिक जंग का नतीजा यह है कि आज विदेश के वो लोग, जिन्हें हमारे देश से कोई सरोकार नहीं है, ना ही उन्हें हमारे देश की कोई समझ है, ना वो कोई विशेष हस्ती हैं, हमारे देश के लिए अनर्गल बातें कर रहे हैं।
यह कहाँ तक उचित है?
अपने देश का पूर्ण सम्मान कीजिए। अपने देश की किसी भी बातों को व्यर्थ में बढ़ा चढ़ा कर देश को बदनाम ना करें।
जो बात हमारे देश की है, उसका निर्णय करने के लिए हमारा देश सक्षम है और वो ही उचित निर्णय लेगा।
व्यर्थ में अन्य देश के लोग, उसके लिए कुछ ना बोलें, वो ही अच्छा है।
हम भारतवासियों को इस समय एक रहना होगा, किसी को भी अपने देश की संप्रभुता को नष्ट नहीं करने देना होगा।
सबसे बड़ी खुशी की बात यह है कि उन विदेशियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हमारे देश की हस्तियों ने भी कमर कस ली है।
अभी सबका एक ही लक्ष्य होना चाहिए,
India together, protest propaganda.
अगर आप को भी है देश से प्यार, तो बना लीजिए राष्ट्रीय एकता को हथियार।
जय हिन्द जय भारत 🇮🇳🙏🏻