सावन का महीना
सावन का महीना,
प्रेम, प्रीत और मिलन की,
आस लाता है,
त्यौहारों के साथ आता है।
सैंया से भैया तक,
सबके मन को भाता है।
तीज से आरंभ होकर,
राखी तक जाता है।
नभ, धरा और सभी को,
सुख का एहसास दिलाता है।
हर दिल को इसलिए ही,
सावन बहुत हर्षाता है।
चातक की प्यास बुझाने,
गोरी को साजन से मिलाने,
भाई की कलाई सजाने,
सावन का महीना आता है।
प्रेम, प्रीत और मिलन की,
आस लाता है।