Selfie mania (भाग - 3)
इधर अनन्या ने फोटो click करके सक्षम को post की, उधर उन्होंने उसे घेर लिया।
अरे तितली कहाँ से
उड़ कर हमारे पास आ गयी?
ऐसी हसीना तो अभी तक देखने को भी नहीं मिली थी, और आज पास भी आ गयी।
उनकी ऐसी बातें सुनकर अनन्या को समझ आया, कि आज वो selfie के चक्कर में फिर फंस गयी है। दूर दूर तक कोई नहीं था, उसे बचाने को।
उसे सक्षम हमेशा कहता था, कोई भी शौक बुरा नहीं है। पर अगर अपना आपा खोकर hobby, mania बन जाए तो हमेशा फँसाती ही है।
वो सोच ही रही थी कि क्या करे, तभी एक car उसके एकदम नज़दीक रुकी। और एक फौलादी हाथों ने उसे अंदर खींच लिया। जब तक वो गुंडे और अनन्या कुछ समझते, कार ने speed पकड़ ली।
आज भी अनन्या को एक भारी आवाज़ में डांट पड़ रही थी, हद हो गयी, तुम्हारे selfie mania की। अनन्या ने जब अपने बचाने वाले की तरफ देखा, तो वो सक्षम ही था। गुस्से से एक दम आग बबूला हो रहा था।
और अनन्या सोच रही थी, कि आखिर सक्षम आज फिर कैसे आ गया?
सक्षम गुस्से में कहने लगा, वो तो आज मुझे meeting के लिए इसी road से जाना था, तभी तुम्हारी उन गुंडो के साथ की selfie आ गयी। उनको फोटो में देखकर मैं समझ गया, कि तुम मुसीबत में हो।
Selfie के background से तुम्हारी exact location भी पता चल गयी, तो मैं दुगनी speed से आया हूँ। आज तुम्हारा selfie mania हम दोनों में से किसी एक की जान ले कर ही मानता।
अनन्या को बहुत ही पछतावा हुआ, आज उसके कारण सक्षम की जान भी खतरे में आ गयी थी। वो वहीं रोने लगी। मुझे माफ कर दो सक्षम, मैं आगे से कभी selfie के चक्कर में नहीं पड़ूँगी। उसको रोता देखकर सक्षम, ने कार रोक दी। और प्यार से उसे गले लगा लिया, और फिर से वही कहने लगा, hobby hobby ही रहेगी, तब तक ठीक है, mania नहीं बनना चाहिए।
उसके बाद से कभी भी
अनन्या ने वैसा पागलपन नहीं किया।