Wednesday 19 June 2019

Story Of Life : Selfie mania

Selfie  mania


अनन्या अपने माँ-पापा की इकलौती बेटी थी, बहुत सुन्दर, शैतान, 
चुलबुली सी। हरदम मस्ती के mood में भरी हुई। 

जवानी की दहलीज़ पर कदम रखते ही, उसे new technology से भरपूर mobile मिल गया। बस फिर क्या था, दिन भर mobile के साथ ही गुजार देती।

उसके friends भी उसके जैसे ही थे। आज कल लोगों में selfie का craze सर चढ़ कर बोल रहा है, या यूँ कहें सेल्फ़िग्रस्त हो गए हैं। एक रोग की तरह सारे शहरों में फैल चुका है, और इसका कोई इलाज़ भी नहीं दिख रहा है। कहीं खड़े हों, दिमाग में बस यही चलता रहेगा,एक selfie हो जाए”। माहौल दुख का हो या खुशी का “selfie  तो बनती है”। अब तो selfie, के साथ साथ groupie का भी चलन हो गया है।

पहले photo खींचती थी, तो हम लोग मुस्कुरा के और good expression के साथ फोटो खिंचवाते थे। पर अब तो ना जाने कौन कौन से आढ़े-टेढ़े मुँह बना बना कर फोटो ली जाती है। और pose वो तो और भी सुभान अल्लाह। 

और groupie में तो सब एक दूसरे के ऊपर चढ़े जा रहे हैं, ऊपर से नीचे से, इधर से उधर से, कहीं से भी बस frame में अट जाएँ। और जब से ये selfie stick आई है, उसने तो और ही सितम ढा दिये हैं।

बस जी यही हाल था, अनन्या and group का। पर उनमें जवानी का जोश भी शामिल था, तो उनकी selfie  भी normal नहीं हुआ करती थी। 

सब ने मिल कर ये decide किया हुआ था, कि जो सबसे अलग या adventures selfie  डालेगा, group में उसकी ही photo का DP लगेगा।

जिसका नतीजा ये था, कि उनके पूरे group को selfie mania था, और अनन्या तो उनमें सबसे आगे थी। selfie लेने में कुछ आगा- पीछा नहीं देखना था।

एक दिन पूरा group trekking के लिए गया, तो अनन्या selfie लेने के लिए बहुत तेज़ी से, सबसे ऊँची पहाड़ी पर चढ़ गयी, और अपने सबसे favorite pose  बतख़ सी चोंच निकाल कर selfie लेने को मुड़ी ही थी, कि...... 

आगे क्या हुआ जानते हैं, Selfie  mania भाग - 2 में....