Selfie mania
अनन्या अपने माँ-पापा की
इकलौती बेटी थी, बहुत सुन्दर,
शैतान,
जवानी की दहलीज़ पर कदम रखते ही, उसे new technology से भरपूर mobile
मिल गया। बस फिर क्या था, दिन भर mobile के साथ
ही गुजार देती।
उसके friends भी उसके
जैसे ही थे। आज कल लोगों में selfie का craze सर चढ़ कर बोल रहा है, या यूँ
कहें सेल्फ़िग्रस्त हो गए हैं। एक रोग की तरह सारे शहरों में फैल चुका है, और इसका
कोई इलाज़ भी नहीं दिख रहा है। कहीं खड़े हों, दिमाग
में बस यही चलता रहेगा, “एक selfie हो
जाए”। माहौल दुख का हो या
खुशी का “selfie तो
बनती है”। अब तो selfie, के साथ
साथ groupie का भी चलन हो गया है।
पहले photo खींचती
थी, तो हम लोग मुस्कुरा के और good expression के
साथ फोटो खिंचवाते थे। पर अब तो ना जाने कौन कौन से आढ़े-टेढ़े मुँह बना बना कर फोटो
ली जाती है। और pose वो तो और भी सुभान अल्लाह।
और groupie में तो सब एक दूसरे के ऊपर चढ़े जा रहे हैं, ऊपर से
नीचे से, इधर से उधर से, कहीं से
भी बस frame में अट जाएँ। और जब से ये selfie stick आई
है, उसने तो और ही सितम ढा दिये हैं।
बस जी यही हाल था, अनन्या and group का। पर
उनमें जवानी का जोश भी शामिल था, तो उनकी selfie
भी
normal नहीं हुआ करती थी।
सब ने मिल कर ये decide किया हुआ
था, कि जो सबसे अलग या adventures selfie डालेगा, group में उसकी
ही photo का DP लगेगा।
जिसका नतीजा ये था, कि उनके
पूरे group को selfie mania था, और
अनन्या तो उनमें सबसे आगे थी। selfie लेने में कुछ आगा- पीछा नहीं देखना था।
आगे क्या हुआ जानते हैं, Selfie mania भाग - 2 में....