नानक जी के वचन
गुरु नानक देव जी की
है वर्षगांठ पांच सौ पचास
आओ याद करें हम शिक्षा उनकी
सोचें क्यों कहलाता यह पर्व प्रकाश
ईश्वर है एक ही
एक पर ही करो विश्वास
वो हम सब में बसा
गांठ बांध लो बात
जिस ने उसको भज लिया
ईश्वर रहता उसके पास
फिर भय तुझको काहे का
जब ईश्वर रहते साथ
कर मेहनत ईमानदारी से
और बुरा ना कर कोई काज
फिर तू हरदम प्रसन्न रह
खुश रहने का यही राज
धन का संचय करने में
ना जीवन कर बर्बाद
संग अपने, दूजे का पेट भरे
तो, सुख रहे तेरा आबाद
स्त्री, पुरुष, कोई नहीं छोटा बड़ा
सब हैं एक समान
इन सब बातों का ध्यान धरो
नानक जी के वचन महान
इन सब बातों का ध्यान धर लें तो
प्रकाश ही प्रकाश हो जाए सर्व
इसलिए ही जन्म दिवस उनका
कहलाता है प्रकाश पर्व
550वें प्रकाश पर्व की लख लख बधाईयाँ