असमय सफेद बाल (grey hair), आखिर क्यों?
मेरे बाल 12 साल में ही सफ़ेद हो गये, जिससे मेरी मां अक्सर मेरे बालों को लेकर बहुत परेशान रहती हैं।
यह एक आम समस्या बनती जा रही है, बच्चों और उनके माता-पिता की।
आज इसी विषय में बात कर लेते हैं।
अगर आप चाहते हैं कि आपके या आपके बच्चों के बाल असमय सफेद न हों तो, आप के घर जितने भी सदस्य हैं, सभी के towel and comb अलग-अलग होने चाहिए। और वो समय-समय पर साफ़ भी होते रहने चाहिए।
आप को लगेगा, इतने क्यों?
इतना सफ़ाई पसंद होने से क्या होगा?
बात केवल सफ़ाई की नहीं है, सफ़ाई के साथ-साथ, यह इसलिए भी है कि आप के घर में किसी के सफ़ेद बाल हों तो आप के ना हो।
भारत में 40 की उम्र के बाद बाल सफ़ेद हों तो इसे बीमारी नहीं माना जाता।
बालों के असमय सफेद होने को बालों की एक बीमारी Canitis के नाम से जाना जाता है, इसके बहुत से कारण हैं...
Hereditary (Genetic)
Anaemia
Low protein
Thyroid problem
Canitis की problem को दूर करने के लिए आप को अपने खाने-पीने का विशेष ध्यान रखना होगा।
आप अपनी-अपनी diet plan में protein rich, iron rich veggies, fruits and dry fruits को शामिल कर सकते हैं जैसे, broccoli, curry leaves, potato, mushroom, walnut, amla, आदि... चीजें शामिल कर सकते हैैं। यह बालों को काला बनाए रखने में सहायक होते हैं।
Canitis के लिए दवाइयां और shampoo भी बाज़ार में उपलब्ध हैं, लेकिन उनसे केवल 20 से 30 फ़ीसदी सफलता ही मिल सकती है।
कोशिश करनी चाहिए कि बालों में किसी तरह का chemical न लगाया जाए।
पर अक्सर anti dandruff shampoo में बालों को नुकसान पहुंचाने वाले chemicals का प्रयोग किया जाता है। ऐसे shampoo, week में maximum दो बार ही लगाएं।
बालों को काला करने के लिए, बाजार में बहुत से product उपलब्ध हैं।
पर उसमें natural products ज्यादा अच्छे होते हैं।
ऐसे में मेंहदी एक अच्छा उपाय है।
कल की tips में हम आपको मेहंदी के फायदे बताएंगे, साथ ही उसे बालों में कैसे लगाएं यह भी बताएंगे।
उसके अगले दिन बालों की विभिन्न समस्याओं को दूर करने में मेंहदी कैसे सहायक है वो बताएंगे।
So stay tuned with me...