वही पल, वही क्षण,
फिर वही दिन आया है।
जिसने आप सबको,
हमसे मिलाया था।
आप सबको,
मेरा अपना बनाया था।।
आप सभी का तहेदिल से धन्यवाद 🙏🏻
आज एक और साल पूरा हो गया हमारे गठबंधन का...
गठबंधन?
सातवीं सालगिरह
बिल्कुल गठबंधन ही तो है...
जैसे शादी के पवित्र बंधन में बंधने के लिए सात फेरे लेने होते हैं, वैसे ही तो आप सभी से मिलने वाले पवित्र प्रेम, सानिध्य और प्रेरणा के सात साल पूर्ण हो गये...
विश्वास नहीं हो रहा ना, कि सात साल पूरे हो गए...
सात साल निरंतरता से हमारा एक-दूसरे से जुड़े रहना, अपने आप में एक उपलब्धि है।
इसके लिए हृदय की गहराइयों से सबसे पहला धन्यवाद ईश्वर को, जिनकी कृपा के बिना, कुछ भी संभव नहीं था।
मैं कहां काबिल थीं,
मुझे लिखना सिखाया आपने।
एक पल भी न डगमगायी,
मुझे थामा था जो आपने।।
हे ईश्वर आपसे यही कामना है कि सदैव ऐसे ही अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखियेगा 🙏🏻
दूसरा धन्यवाद मन से, आप सभी के अपार प्रेम, सानिध्य और सहयोग के लिए, बिना आपकी प्रेरणा के इतने सालों का अथक परिश्रम व्यर्थ हो जाता...
साथ चले हैं,
साथ ही रहना।
आप सब से करबद्ध,
होकर यही है कहना।।
एक बार फिर से अपनी बेटी अद्विका को दिल से धन्यवाद कि उसने हमें हमारे जन्मदिवस पर यह blog gift के रूप में दिया। साथ ही शुरुआत में post से related सभी काम, जैसे photo, video बनाना और post publish करना, सब उसने ही किया। जब सब सुचारू रूप से चलने लगा तो वह अपनी पढ़ाई-लिखाई में व्यस्त हो गई।
दिल से धन्यवाद अपने बेटे अद्वय का भी क्योंकि सात साल की निरंतरता में उसका बहुत सहयोग है।
मुझे लगातार लिखते रहने को प्रेरित करना, सारी photos, videos बनाना, post publish करना, साथ ही बीच-बीच में कुछ अपनी रचनाओं को भी publish करते रहना, बेटी की व्यस्तता के बाद, अद्वय ने बखूबी सब संभाल लिया।
कृपा ईश्वर की, आशीर्वाद बड़ों का, प्रेरणा, प्रेम और सानिध्य आप सभी का, सहयोग दोनों बच्चों का...
बस यूं ही कारवां चलता गया और सात साल पूरे हो गए। इसके लिए बधाई की पात्र सिर्फ मैं नहीं हूं, बल्कि हम सब हैं।
वैसे भी यह केवल मेरा blog नहीं है, बल्कि एक मंच है, आप सभी का... जिसमें आप सभी अपनी कृतियों को भेज सकते हैं, जिसे आपके नाम से ही publish किया जाएगा।
पहले भी कुछ लोगों की रचनाएं publish की जा चुकी है, उन सबको भी धन्यवाद...
आगे जिनकी रचनाएं publish हो चुकी है वो, और बाकी आप सब भी आमंत्रित हैं, अपनी रचनाओं के साथ... बस प्रार्थना आप से सिर्फ इतनी है कि आपकी रचना मौलिक हो...
चलिए इसी के साथ इस बार के data details को share कर देते हैं...