अनोखा तोहफ़ा
अभिषेक और अनीता की शादी तय हो गयी थी, courtship period चल रहा था। किसी की भी ज़िंदगी के
सबसे हसीन पल होते हैं courtship period, सपनों की दुनिया से
भी ज्यादा खूबसूरत। उनके भी थे, नया-नया mobile चला था, तब whatsapp नहीं हुआ
करता था। call and sms का ज़माना था।
दोनों ही बहुत कलाकार आशिक थे, तो उनके sms में, प्यार की मीठी नोकझोंक, शायरी, फिल्मी songs, या कभी ऐसे sms भी होते थे,
कि पढ़कर लगे कि साथ ही रह रहे हैं, ऐसे dialogue भी होते थे। पर उनके sms में ऐसी कोई बात नहीं होती
थी, कि कोई दूसरा पढ़े तो शर्म से तार-तार हो जाए।
अनीता तो अपने sms कभी भी अपनी
बहन और माँ को पढ़वा देती थी। कहीं कुछ ढका-छुपा नहीं था। वैसे अभिषेक इस बात से
अंजान था, कि उनके बीच की प्यार की बातों का आनन्द पूरा घर
ले रहा था।
4 महीने का हसीन पल कब ख़त्म होने को आ गया पता ही
नहीं चला, आखिरी के दिनों में अभिषेक अनीता से बोला, हमारा courtship
period ख़त्म होने को आ गया है, तो मैंने सोचा
है, तुम्हें बहुत ही अनोखा तोहफ़ा दूँगा, जो तुम्हें बहुत ही अच्छा लगेगा।
अब तो अनीता तोहफ़े में ना जाने क्या-क्या हसीन
ख़्वाब सजाने लगी, खूब बड़ा rose bouquet, ख़ूब सारी chocolates, कोई सुंदर-सी dress, या शायद सोने या diamond का set।
अनीता रोज़ ही पूछने लगी, कब भेजोगे, और अभिषेक हमेशा कहता थोड़ा सब्र कर लो।
अब शादी को सिर्फ चार दिन बचे थे, तो अभिषेक बोला, अब तो
हम दोनों के घरों में मेहमान
आने लगेंगे और rituals भी शुरू हो जाएंगे, तो मैंने तुम्हें तुम्हारा तोहफ़ा...
आगे पढ़ें, अनोखा तोहफ़ा (भाग- 2) में...