Clone
रविना बहुत ही खूबसूरत थी, हर जगह उसकी खूबसूरती के चर्चे थे, पर उसकी शादी बहुत ही साधारण से दिखने वाले लड़के, ऋतिक से हुई।
रविना को ऋतिक सिर-आंखों पर रखता था, और रविना उसके प्यार से निहाल थी। कभी भी उसने ऋतिक को हिकारत भरी नज़रों से नहीं देखा।
हां, जब वह कहीं बाहर जाते तो, यह जुमला ऋतिक को अक्सर सुनने को मिल जाता कि "लंगूर के हाथ अंगूर", ऋतिक तिलमिला कर रह जाता, पर सच्चाई तो यही थी।
कभी-कभी वो यह सोच कर भी अफसोस करता कि रविना को उससे बेहतर जीवन साथी भी मिल सकता था। उसकी ना तो ढंकी शक्ल है, ना ही कोई status.
पर रविना हमेशा कहती, मुझे तुम जैसे हो, वैसे ही बहुत अच्छे लगते हो।
जीवन सुकून से चल रहा था। शादी के दो साल बाद रविना pregnant हो गई।
Pregnancy के तीन महीने बाद से ही ऋतिक के सुर बदलने लगे।
ऋतिक ने पूरे घर में खूब सारे रविना के फोटो, कुछ heroes के फोटो लगा दिए।
यहां तक तो समझ आया। पर उसने अपने सारे फोटो छिपा दिए, जो फोटो उसके रविना के साथ थे, उन्हें मोड़ दिया।
और हद तो तब हो गई, जब उसने रविना से मुंह फेर कर सोना शुरू कर दिया, और रविना के उसके नज़दीक आने पर बहाना बनाकर पलट जाता।
रविना, ऋतिक के इस रवैए से परेशान रहने लगी। जो ऋतिक उस पर जान छिड़कता था, वो अब पराया-सा व्यवहार क्यों करने लगा?
जब उसे उसके साथ की सबसे ज़्यादा ज़रूरत है, तो वो कटा-कटा सा क्यों रहने लगा है?
क्या उसके pregnancy से बढ़ते हुए मोटापे के कारण?
क्या अब वो पहली-सी सुंदर नहीं रही?
पर जवाब उसे कुछ नहीं मिल रहा था।
एक दिन सुबह उठकर, वो खूब जोर-जोर से रोने लगी।
रविना को रोता देखकर ऋतिक उसके पास दौड़ा चला आया, और रोने का कारण पूछा…
रविना बिना कुछ बताए, बस रोती जा रही थी।
ऋतिक दुखी हो गया, क्योंकि वो कभी रविना की आंखों में आंसू नहीं देख सकता था। वो वहीं पर बैठा, बराबर रोने का कारण पूछता रहा…
थोड़ी देर बाद रविना ने कहा, तुम मुझसे प्यार नहीं करते हो…
यह क्या कह रही हो, मैं मर जाऊंगा, जिस दिन तुम से प्यार करना छोड़ दूंगा।
तो तुम ऐसे कटे-कटे क्यों रहने लगे हो?
नहीं रविना, ऐसा कुछ नहीं है... मैं बस अपनी छाया अपने बच्चे पर पड़ने नहीं देना चाहता हूं।
मैं चाहता हूं, अगर लड़की हो तो, वो तुम्हारी तरह खूबसूरत और अगर लड़का हो तो Hero जैसा smart हो।
नहीं ऋतिक, मैं नहीं चाहती कि हमारा बच्चा तुम्हारे जैसा हो…
वही तो… ऋतिक ने मायूस होकर, प्रश्नवाचक दृष्टि से रविना को देखा
हां ऋतिक, मैं नहीं चाहती कि हमारा बच्चा तुम्हारे जैसा हो, लेकिन तुम मायूस ना हो, क्योंकि मैं अपने जैसा बच्चा भी नहीं चाहती हूं…
पर क्यों? अब ऋतिक आश्चर्यचकित होते हुए बोला…
और मैं यह भी नहीं चाहती कि हमारा बच्चा, किसी भी hero की तरह हो…
अरे! तो तुम चाहती क्या हो? ऋतिक झुंझलाते हुए बोला…
मैं चाहती हूं कि हमारा बच्चा, किसी का clone ना हो, उसकी अपनी एक हस्ती हो, अपना एक व्यक्तित्व हो…
रविना की बात से ऋतिक सहमत हो गया और प्रसन्न भी…
सभी लोग बच्चे के होने पर ऐसे ही खूबसूरत pics लगाते हैं, इसलिए मैं भी ले आया…
पर तुम सही कहती हो, बच्चे की अपनी हस्ती और अस्तित्व होना चाहिए, ना कि वो किसी का clone होना चाहिए।
अच्छा सुनो ऋतिक, तुम अपनी फोटो भी वापस लगा दो, साथ ही यह सारे heroes की pics हटा कर भगवान जी की फोटो लेते आना, जिससे हमारे बच्चे पर हर दम उनकी कृपा रहे।
और हां, एक और बात, जो मैं हमेशा कहती हूं, मुझे तुम जैसे हो, वैसे ही बहुत अच्छे लगते हो।
कभी अपने को किसी से कम मत समझना…
ऋतिक की आंखों से प्रेम पूरित अश्रु धारा बह निकली…
वो बस एक ही बात सोच रहा था कि रविना जितनी खूबसूरत है, मन से भी उतनी ही सुन्दर और समझदार भी…
मेरी तो किस्मत खुल गई, जो मुझे ऐसी जीवन साथी मिली…