आज कल देश-विदेश में जो मुद्दा सबसे ज़्यादा गरमाया हुआ है, वो है मोदी जी द्वारा भारत के सबसे छोटे केंद्र शासित प्रदेश, लक्षद्वीप की यात्रा करना और उसकी ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करना...
लक्षद्वीप हमारा अभिमान
लक्षद्वीप भारत का सबसे छोटा केंद्र शासित प्रदेश है, जो केवल 32.62 वर्ग किमी में फैला है। भारत के दक्षिण पश्चिम तट से लक्षद्वीप की दूरी 200-400 किमी है।
इस यात्रा में मोदी जी ने एक नया ही आह्वान किया है। जो आह्वान उन्होंने पहले किया था, वो तो आपने सुना ही होगा, उन्होंने Made in India का नारा देकर स्वदेशी सामानों को बढ़ावा दिया था।
वैसे ही जब उन्होंने लक्षद्वीप का दौरा किया तो लक्षद्वीप की अनछुई, अद्भुत सुंदरता का वर्णन करते हुए, अपनी कुछ तस्वीरें लक्षद्वीप के beach में बैठकर, life jacket पहनकर, आदि को अपने X acount ( formerly Twitter) पर डाल दी। इन तस्वीरों में लक्षद्वीप की अद्भुत सौंदर्य की छटा साफ दिखाई दे रही है, उसकी स्वच्छता, उसकी निर्मलता और उसके सौन्दर्य का आकर्षण, सब ऐसा अद्भुत प्रतीत हो रहा है कि मन स्वतः ही उसकी ओर आकर्षित हो जाए। उन्होंने लक्षद्वीप दौरे के साथ ही Wed-in India (wedding in India) का नया नारा दिया है और यह भी कहा कि हमारा भारत अद्भुत सौंदर्य का भंडार है, आप उन सबको explore कीजिए। आपको सब अपने ही देश में मिलेगा।
दरअसल आजकल destination wedding का प्रचलन बहुत बढ़ गया है और लोग शादी-विवाह के लिए विदेशों की बहुत सी जगहों को wedding place के रूप में select करने लगे हैं।
हमारे मोदीजी तो ठहरे देशभक्त और देश के हित में सोचने वाले, तो उन्होंने सोचा कि अगर destination wedding के लिए लोग, लक्षद्वीप को चुनेंगे तो उसका पर्यटन विभाग सुदृढ़ होगा, इससे लक्षद्वीप का विकास होगा, साथ ही देश का पैसा देश में रहेगा।
क्या ग़लत किया मोदी जी ने? अपने देश के विकास के लिए सही निर्णय लेना और उसका विकास सोचना, यही तो है ना, देश के प्रधानमंत्री का काम?
बस वही किया, कहीं भी विदेश के किसी भी अन्य स्थल के विषय में कुछ नहीं बोला, ना किसी की तारीफ की, ना विरोध किया...
तो फिर विरोध किसे है और क्यों?
मालदीव को!...
पर क्यों?
मालदीव एक island country है, जहां main revenue tourism से आता है।
आप इस बात को मानें, चाहे ना मानें, पर हकीकत यही है कि मोदी जी के followers देश और विदेश सब जगह बहुत ज़्यादा हैं। वो एक बहुत बड़े influencer हैं। इसलिए अगर मोदी जी किसी बात को कह दें तो उसका असर लोगों पर पड़ता है। वो सिर्फ़ भारत के प्रधानमंत्री नहीं है, बल्कि बहुत से लोगों के लिए एक icon हैं।
बस यही बात, मालदीव में कुछ लोगों को खटक गई कि मोदीजी ने आह्वान किया है तो लोग लक्षद्वीप जाने लगेंगे तो मालदीव में tourist कम आएंगे और उनके देश का revenue कम हो जाएगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जिन तीन बड़े देशों से मालदीव को बड़ा revenue मिलता है, वो हैं रूस, भारत और चीन। जिसमें रूस और भारत से 11% और चीन से 10%...
बस इसके चलते ही उन्होंने हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को clown, terrorist and puppet of Israel कहा और साथ ही हमारे देश को भी बहुत से अपशब्द कह डाले...
मोदी जी के आह्वान से लोग जितना लक्षद्वीप जाने के लिए प्रेरित हो रहे थे, उससे ज़्यादा इस बात से क्रोधित हो गए कि मालदीव के चंद लोगों ने भारत और भारत के प्रधानमंत्री के विषय में अपशब्द कैसे कहे?
मुद्दा अब देश की अस्मिता पर आ गया। भारत की incredibility पर आ गया है..
जिसका समर्थन करने बहुत से film stars जैसे अजय देवगन, अक्षय कुमार, वरुण धवन, सलमान खान, श्रद्धा कपूर, अमिताभ बच्चन, जॉन अब्राहम, जैकलीन फर्नाडीज आदि ने and sports stars, like Sachin Tendulkar, Virendra Sehwag, etc भी आ गये। बहुत सी established ferms ने भी इसका समर्थन किया और सब मालदीव के विरोध में एकजुट हो गए। #BoycottMaldives #चलो लक्षद्वीप जैसे hashtags social media पर trand करने लगे।
सबने कहा कि मालदीव बहुत सुन्दर है पर अगर बात हमारे देश के सम्मान की है तो हम पहले देश का साथ देंगे।
और बस धड़ाधड़, लोगों ने मालदीव के 3000+ hotels bookings and 9000+ flights cancel कर दीं। और बस दो ही दिन में मालदीव को अपनी ग़लती का एहसास हो गया।
जिन्होंने पीएम मोदी की आलोचना की थी, "यह अनुमान लगाते हुए कि यह केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप को मालदीव के alternative tourism place के रूप में पेश करने का एक प्रयास था।" वे तीन मंत्री थे मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महज़ूम माजिद। उन्हें terminate कर दिया गया।
साथ ही क्षमा मांगते हुए कहा कि वो सोच उनकी व्यक्तिगत थी, पूरा मालदीव ऐसा नहीं मानता है।
उनकी नज़र में भारत के लिए बहुत सम्मान है और भारत से अपने रिश्ते को मधुर ही बनाए रखना चाहते हैं।
लक्षद्वीप सचमुच बहुत सुंदर island है और वो खूबसूरती में मालदीव के समकक्ष ही है। और सच में भारत सौन्दर्य का भंडार है, अगर explore किया जाए तो यहां आपको वो सब कुछ मिल जाएगा, जिसकी तलाश में लोग विदेशों में जाते हैं।
चलिए हम भी अपने देश का साथ दें और बता दें दुनिया को, कि हमें अपने देश का सम्मान सर्वोपरि है। कोई हमारे देश के लिए अपशब्द कहेगा तो हम वो बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारा भारत, अब पहले से बहुत अधिक सशक्त और समृद्ध है, उससे पंगे लेने वाले को उचित मुआवजे का भुगतान करना पड़ेगा।
हमारा देश और उसकी धरोहर, हमारे लिए आन और मान है
इसलिए हर देश को हमारे देश भारत को सम्पूर्ण सम्मान देना होगा।
जय हिन्द जय भारत 🇮🇳