Thursday 11 June 2020

Story of Life: भय (भाग-2)


भय ( भाग -1) के आगे......


भय (भाग-2)


पर रंजना की माँ का भय सही निकला, एक दिन रात के समय लौटते समय रंजना को चार वहशी दरिंदों ने घेर लिया, और उसकी अस्मत तार- तार कर दी।

रंजना घर तो आ गयी, पर उस दिन से वो इतनी भय ग्रस्त रहने लगी, कि वो कमरे से भी बाहर नहीं निकलती थी।

ऐसे ही 1 महिना निकल गया, एक दिन वो TV. देख रही थी, तो उसमें news आ रही थी, उन्हीं चार दरिंदों ने एक और मासूम को बर्बाद कर दिया। इस बात से रंजना डरी नहीं, उसमें एक अलग ही हौसला जाग गया।

उसने उस रात अपने को मजबूत करने और अपने भय को हराने की बहुत सारी योजना बनाई।

अगले दिन वो अपनी एक दोस्त से मिली, और उसके साथ 1 हफ्ता गुजर दिया।

एक हफ्ते बाद वो उस जगह  बहुत style से ready होकर एक bag लेकर अकेले पहुँच गयी।


उसको अकेला देखकर वो दरिन्दे अपनी क्रूर हँसी के साथ उसको घेर कर खड़े हो गए। पर आज वो डर नहीं रही थी, क्योंकि उसे कुछ खोने का भय भी नहीं था।

उनमें से एक जैसे ही उस पर झपटा, उसने उस पर pepper spray, कर दिया। pepper spray से उसकी आंखे कसकर जलने लगी, वो अपनी आँख मलते हुए पीछे खिसक गया।

जैसे ही दूसरा आगे बढ़ा, उसने उस पर acid फेंक दिया, दूसरा भी दर्द से करहा गया।

अब बाकी दोनों एक साथ उस पर टूट पड़े। पर उसने बढ़ी फुर्ती के साथ अपनी gun निकली और दोनों के पैरों पर गोली चला दी। अब चारों बुरी तरह करहा रहे थे, वो सपने में भी नहीं सोच पाये थे, कि कोई लड़की इस तरह से उन पर वार कर सकती है।

जब वे सब घायल थे, रंजना ने.....

आगे जानने के लिए पढ़ें, भय के अंतिम भाग, 

भय ( भाग - 3) में ....