Tuesday 27 June 2023

Article : वाह री दुनिया!

 वाह री दुनिया!

आज ऐसे ही Facebook देख रहे थे। देखते देखते, एक site पर price लिखे दिखे, कंडे के, पत्तल के, दोने के, ऐसे ही बहुत सारे भारतीय देशी चीजों के, और वो भी बहुत अधिक...  तो मन से बस यूं ही निकल गया, वाह री दुनिया! 

यह सब भारतीय देशी चीजें, जो सचमुच बेमिसाल हैं, पर हमने इनकी कद्र नहीं की। 

हमने समझा ही नहीं, कि ईश्वर ने उन्हें ही सबसे बड़ी नियामत से नवाजा है, जिन्होंने भारत में जन्म लिया है।

यहां सदियों से उपयुक्त होने वाली सभी चीजें अतुलनीय हैं, सर्वश्रेष्ठ हैं। फिर वो वस्तुएं हों, संस्कार हों या संस्कृति हो।

यहां से बढ़कर कुछ नहीं...

हमने तो, पत्तल दोने, गोबर के कंडे, मिट्टी के बर्तन, पीतल, तांबे, कांसे के बर्तन, चूल्हे पर बना हुआ खाना, जमीन में बैठ कर बहुत से काम करना, त्यौहार की महत्ता, आदि, सबको तिलांजलि दे दी। 

पर इन सबका महत्व विदेशों में बहुत अच्छे से समझा जा रहा है। और उन का महत्व समझ कर जब वो इसकी अहमियत पूरी दुनिया को बताते हैं, तो बाकियों के साथ हम भारतीयों को भी समझ आता है।

जिसका नतीजा यह होता है कि जिसको हमने व्यर्थ समझकर, तिरस्कार कर दिया था, अब उसी को ऊंचे दाम पर सिर-माथे पर बैठा रहे हैं....

तो इसे क्या कहेंगे? वाह री दुनिया!... है ना?

पर अगर आप को, फिर से भारतीयता पर स्नेह और सम्मान आ गया है तो, एक काम कीजिए, इस तरह के सामान, online नामी-गिरामी sites और ऊंची-ऊंची दुकानों से ना लेकर, उनसे लीजिए, जो इसके निर्माता हैं। जो आज भी इन सब चीजों को बनाकर- बेचकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं।

उससे बहुत से फायदे हैं, पहला तो आप का, वो यह कि, आप को सामान बहुत सस्ता मिलेगा, बहुत variety मिलेगी.... 

जिससे आप लेंगे, उससे उसको भी आर्थिक लाभ मिलेगा, उसका जीवन स्तर ऊंचा भी होगा... 

देश का पैसा, देश में रहेगा तो हमारा भारत और सुदृढ़ व विकसित होगा...

आप इस तरह की चीजों का अवश्य इस्तेमाल करें, यह बहुत ज्यादा स्वास्थ्य वर्धक हैं। पर खरीदें, अपने ही देश के लोगों से...

जिससे यह ना कहना पड़े, वाह री दुनिया! अपना तब अच्छा समझ आया, जब दूसरों ने बताया... 

अपने का मोल, तभी समझ लीजिए जब वो आपका अपना हो, दूसरे के पास चला गया तो ऐसा भी हो सकता है कि, फिर आप के समझ आने तक कभी वह आपको मिल ही ना पाए...

एक बार फिर से कहेंगे कि भारत में सदियों से उपयुक्त होने सभी चीजें अतुलनीय हैं, सर्वश्रेष्ठ हैं। फिर वो वस्तुएं हों, संस्कार हों या संस्कृति है और सदियों तक रहेंगी...

जय हिन्द जय भारत 🇮🇳🙏🏻