Friday, 14 March 2025

Poem : रंगों का मिलन

होली एक ऐसा त्यौहार है, जिसके हर रंग में प्यार है, हर ओर उत्साह और उमंग की बहार है। अगर बात करें बच्चों की, तो उनका सबसे पसंदीदा त्यौहार है।

तो आज की यह कविता, जिसे अद्वय ने लिखी है, आप सभी को साझा कर रहे हैं। पसंद आने पर उसका उत्साह वर्धन अवश्य करें 🙏🏻😊

रंगों का मिलन


जहाँ होता है रंगों का मिलन,

खुशी, उमंग और उत्साह का मिश्रण।

वही त्यौहार तो है होली,

जिसमें होती है बस प्रेम की बोली।


जब गुझिया बनती घर-घर में 

जब गुलाल उड़ता है अम्बर में।

जब पिचकारियां हो जाएं तैयार,

और उमड़ आए सब में उमंग अपार।


जब फूल खिल उठते हैं डाली पे,

जब भर जाते हैं लोग खुशहाली से।

जब केशव खेलें राधा संग,

और झूम उठे हर एक तरंग।


जब पीते सब शीतल ठंडाई,

और चट कर जाते सारी मिठाई।

जब पक्षी करते हैं कलरव,

बस यही है, होली का उत्सव।।




आप सभी को होली के रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ 💐🙏🏻😊