Christmas, एक ऐसा festival है, जिसे Jesus Christ के जन्म दिवस की खुशी में celebrate जाता है।
पर Christmas इस रुप में European countries and Christian लोग ही celebrate करते हैं।
बाकी सबके लिए तो Christmas, festival है मासूम बच्चों का।
जिनकी दुनिया में सब जगह खुशियाँ हैं, जिसमें हैं Santa Claus, gifts, chocolates, cakes, ice-cream, toffees etc.....
तो सोचा, आज हम आपको उसी खुशियों से भरी दुनिया में ले चलते हैं, जिसके लिए एक 8 वर्षीय मासूम बच्चे की कल्पना को प्रस्तुत कर रहे हैं।
आज हम आप सबके साथ अद्वय सहाय की कविता साझा कर रहे हैं, इस कविता को आप पढ़कर और सुनकर आनन्द लें सकते हैं।
Christmas आया, Christmas आया,
Christmas है आया।
Jingle Bells, Jingle Bells,
सबने है गाया॥
Santa Claus आए,
तोहफ़े छुपाए।
अच्छे बच्चे देखकर
उनको मुस्कुराए॥
Christmas आया, Christmas आया,
Christmas है आया।
Jingle Bells, Jingle Bells,
सबने है गाया॥
तोहफ़े चाहिए तो,
अच्छे बच्चे बनो।
वरना मुंह लटका कर,
हर जगह घूमो॥
Christmas आया, Christmas आया,
Christmas है आया।
Jingle Bells, Jingle Bells,
सबने है गाया॥
पच्चीस दिसंबर,
Christmas का नंबर।
बच्चों की खुशियों का,
है यह समुंदर॥
Christmas आया, Christmas आया,
Christmas है आया।
Jingle Bells, Jingle Bells,
सबने है गाया॥