Advay the hero : Pain( part - 1) के आगे.....
तभी advay का ध्यान गाय के पैरों की तरफ गया, उसने देखा गाय चिल्लाने के साथ साथ अपना पैर भी बार बार उठा रही थी।
Advay the hero : Pain( part -2)
उसे याद आया, ma’am जब animals का chapter पढ़ा रहीं थीं, तब उन्होंने बताया था, कि जब जानवर के कुछ चुभ जाता है, तो वो pain में ऐसे ही बेकाबू होकर अपना दर्द बताते हैं, क्योंकि ये हमारी तरह बोलकर नहीं बता सकते।
Advay ने पापा से कहा, पापा आप गाय को किसी को मारने मत दीजिएगा, मैं अभी आया। बोलकर वो होटल की तरफ दौड़ गया।
उसने होटल वाले से पूछा, आप किसी जानवर के doctor को जानते हैं? होटल वाला बोला, हाँ पर क्यों?
आपने सुना नहीं? वहाँ गाय कितना चिल्ला रही है।
अरे बेटा ये तो यहाँ हर कुछ दिन में होता है, तुम परेशान ना हो, वहाँ के लोग समझ लेंगे।
डॉक्टर ने आकर देखा, तो बताया इसके पैर में काँच चुभ गया है, उन्होंने उसे निकाल दिया, गाय कुछ देर में शांत हो गयी।
तभी advay को याद आया, वहाँ कुछ बच्चे काँच की बोतल के साथ ही खेल रहे थे, शायद वही टूट के वहाँ पहुँच गया हो, और गाय के चुभ गया हो। उसने वो बात वहाँ खड़े लोगों को बताई।
Advay की सूझबूझ से गाय ठीक हो गयी थी। और उसके बाद वहाँ फिर कभी बच्चों को काँच की बोतल से खेलने नहीं दिया गया।