अब तक आपने पढ़ा निहारिका अपने ऑफिस में काम
करती है, अचानक एक दिन हुए सिर दर्द से परेशान वो
आँखों के डॉक्टर, फिर ब्रेन के डॉक्टर
के पास तक चली जाती है, जहाँ उसे ब्रेन कैंसर
बता दिया जाता है। तभी उसका दोस्त यश, उसे ठीक करने कि बात
करता है..... अब आगे
डर (भाग-२)
अगले दिन माँ के बहुत कहने पर वो यश से मिलने चली गयी। दोनों Dr. ने पूरा test दो-दो बार किया। पर वो दोनों बार एक ही
निर्णय पर रहे कि निहारिका को कोई भी problem नहीं है। पर निहारिका ने जिस Dr. को पहले दिखाया था, वो भी अच्छे
Dr, थे। यश ने रचित
से पूछा, कि
आखिर माजरा क्या है? उन
लोगों ने निहारिका से पूछा, जब
तुमने test कराया था, तो बहुत ही
भीड़ थी क्या? हाँ
निहारिका बोली। रचित बोला, cancer निहारिका को नहीं, इस report वाले को है।
अरे फिर मुझे इतना सिर दर्द क्यूँ होता है, और धुंधला क्यूँ दिखता
है। ok , चल वो भी check कर लेता
हूँ।
यश ने मज़ाक मज़ाक में बोला मैं जादूगर हूँ , अभी सब ठीक कर देता हूँ। सुन कर निहारिका खिलखिला दी, अब उसका डर कम जो हो रहा था। अच्छा निहारिका ये बताओ, अभी भी सिर दर्द हो रहा है? थोड़ी देर सोच के बोली, नहीं! अच्छा अब जरा, रचित के laptop में पढ़ कर देखो, तुम्हें धुंधला दिखाई दे रहा है। निहारिका ने पढ़ा, तो सब साफ साफ दिखाई दे रहा था। यश बोला madam , मुझे मेरी मन मांगी मुराद देने को तैयार हो जाओ। इस जादूगर ने आपकी सारी problem दूर कर दी है। कुछ सोचती हुई सी निहारिका बोली, नहीं एक रह गयी है यश, मुझे पहले धुंधला क्यूँ दिखाई देता था।
यश ने मज़ाक मज़ाक में बोला मैं जादूगर हूँ , अभी सब ठीक कर देता हूँ। सुन कर निहारिका खिलखिला दी, अब उसका डर कम जो हो रहा था। अच्छा निहारिका ये बताओ, अभी भी सिर दर्द हो रहा है? थोड़ी देर सोच के बोली, नहीं! अच्छा अब जरा, रचित के laptop में पढ़ कर देखो, तुम्हें धुंधला दिखाई दे रहा है। निहारिका ने पढ़ा, तो सब साफ साफ दिखाई दे रहा था। यश बोला madam , मुझे मेरी मन मांगी मुराद देने को तैयार हो जाओ। इस जादूगर ने आपकी सारी problem दूर कर दी है। कुछ सोचती हुई सी निहारिका बोली, नहीं एक रह गयी है यश, मुझे पहले धुंधला क्यूँ दिखाई देता था।
ok चलो तुम्हारे office चल कर ये problem भी दूर
कर देते हैं। office पहुँचते ही निहारिका को उसकी colleague राधिका
बोली, निहारिका
तुम बहुत सही समय से
आई हो। राजन तुम्हारे computer
पर ही काम करने लगा था, उसे भी धुंधला दिखाई देने लगा था और उसके भी सिर में बहुत
ही दर्द रहने लगा था। आज ही वो पूछ रहा था, कि तुमने
कौन से Dr. को follow किया है?
यश बोला उससे कह दो, अब
इस office में किसी के भी सिर में दर्द
नहीं होगा। क्योंक Dr.
यश जहाँ होता है, वहाँ दर्द नहीं होता
है। उसकी इस बात पे
सबसे तेज़ निहारिका हँस रही थी। वो बोला problem
इस computer में ही है, इसे
किसी Engineer को
दिखाओ। वैसा ही किया गया, problem computer के software
में ही थी।
लौटते हुए, यश
बोला, निहारिका
अब मुझे इनाम मिलना
चाहिए? और
वो क्या है? निहारिका
मुस्कुरा के बोली।
तुम मुझ से शादी करके America चलोगी, पिछली
बार मैं आया था, तब
तुम नहीं मानी थीं, पर
अब मैं तुम्हारी एक
नही सुनुंगा। अच्छा एक बात और बता दो, मेरी eye sight का क्या है? सब
ठीक है।
कुछ Dr. अपना clinic
चलाने के लिए ऐसे ही patient
बना लेते हैं। तुम्हारे
glasses में
power भी नहीं हैं, इसलिए उस Dr .ने
तुम्हें glasses भी
अपने यहाँ से ही दिये थे। और हाँ तुम्हारे retina
में भी कोई problem नहीं
है।
निहारिका
ने यश को हाँ कर दी, वो
आज बहुत खुश थी, उसे
अपने बेमतलब के डर से आज़ादी
जो मिल गयी थी। जो बीमारी उसे कभी थी ही नहीं, उसे उसके डर
ने बना के उसे सचमुच का बीमार बना दिया था। यश भी बहुत खुश था, उसकी
dream girl हमेशा के लिए उसकी जो होने जा रही थी।