Advay the hero : नई कार
पापा को कार
लिए हुए 15 साल हो रहे थे, और दिल्ली
में ये नियम लागू हो गया था, कि 15 साल
बाद कार change करनी होती है।
तो पापा सबसे
बोल रहे थे, कि जो कार पसंद हो बता दो तो, वो ही नई कार ले ली जाए। सब लोग laptop में रोज नई कार देखने लगे।
सबके साथ advay भी देखने बैठ जाता था। एक दिन advay खेल के लौटा, तो उसने देखा mumma papa आपस में, नई कार खरीदने के लिए रुपए के arrangement की बात कर
रहे थे। तो advay उनके पास चला गया। उसने पापा से कहा, पापा मैंने बहुत सारी कार देखी हैं। कार तो बहुत महंगी होती हैं।
पापा बोले, तुम्हें कैसे पता, कार महंगी
होती हैं?
मैंने जब
देखी थी ना, तभी उसके price भी देख लिए थे। शुरू से ही advay काफी intelligent और sincere बच्चा था।
Very good, बेटा, पापा ये सुनकर खुश हुए।
हाँ बेटा, कार महंगी तो होती ही है, पापा ने कहा।
Advay बोला- पापा, फिर आप इतने सारे रुपए कहाँ से लाएँगे?
सोचते हैं, मैंने saving करके रखी है, उसी से लेंगे, पापा ने कहा।
Saving क्या होती है, पापा?
जैसे तुम
गुल्लक में पैसे रखते हो, वैसे ही
मैंने bank में रुपए जमा किए हैं।
अच्छा पापा, रुकिए मैं अभी आता हूँ, कह कर advay दौड़ के चला गया। थोड़ी देर बाद
वो अपनी गुल्लक ले आया, और बोला
पापा मेरे पास बहुत सारे रुपए इकठ्ठा हो गए हैं।
पूरे 20 thousand हैं, आप ये सारे ले लीजिये, और उनसे नई
कार ले आइएगा। तब आपके पैसे कम लगेंगे।
पापा ने mumma से पूछा, इसके पास इतने सारे रुपए कैसे आ गए?
तब माँ बोलीं, इस साल कुछ ज्यादा ही लोग आए थे, और आपका बेटा सबका लाडला है ना। तो सबने जो जाते समय जो रुपए दिये थे, उन्हीं को ये इकठ्ठा करता रहता है।
तब माँ बोलीं, इस साल कुछ ज्यादा ही लोग आए थे, और आपका बेटा सबका लाडला है ना। तो सबने जो जाते समय जो रुपए दिये थे, उन्हीं को ये इकठ्ठा करता रहता है।