Advay the Hero : नकल
Advay की class में तृषा भी पढ़ती थी, पढ़ने में अच्छी भी थी।
पर पिछले कुछ दिनों से वो स्कूल नहीं आ रही थी। Teacher ने कारण पूछा तो, उसकी मम्मी ने बताया कि, वो गिर गई थी, तो उसके fracture हो गया है, इसलिए वो 1 month तक school नहीं आ पाएगी।
1 month बाद जब वो स्कूल आयी, तो उसकी पढ़ाई बहुत छूट गई थी।
अब उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता था।
School में half yearly exam आ गये थे, और तृषा को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें।
Advay की class में ही तपन भी पढ़ता था, वो पढ़ने में कमजोर और शरारतों में बहुत तेज था।
उससे जल्दी कोई दोस्ती नहीं करता था।
उसने सोचा, तृषा आजकल कम पढ़ती है, पर पढ़ने में तेज है, तो exam के लिए उसके साथ मिलकर नकल की planning की जाए, तो कम मेहनत के काम बन जाएगा।
वो तृषा के पास गया, और उससे बोला, चोट लगने के कारण तुम कम पढ़ पायी हो, पर मेरे पास एक बहुत अच्छा idea है।
जिससे हम दोनों के बहुत अच्छे marks आ जाएंगे।
तृषा सुनकर बोली अच्छा, वो कैसे होगा?
आधा तुम पढ़ कर आना, आधा मैं पढ़कर आऊंगा, दोनों पास पास बैठेंगे, और एक दूसरे को बता देंगे।
यह तो नक़ल हुई ना?.... तृषा डरकर बोली।
अररे..... यह सब मत सोचो, ऐसे ही कम मेहनत में ज्यादा marks आएंगे।
ज्यादा marks के लालच में तृषा ready हो गई।
अब वो और तपन नकल के लिए आधी आधी पढ़ाई कर रहे थे।
पर तपन आधी पढ़ाई भी नहीं करना चाह रहा था, इसलिए वो Advay के साथ बैठने का मन बनाने लगा, क्योंकि Advay हमेशा first आता था।
तपन ने सोचा, अगर Advay की copy से नकल करने को मिल गई, तो बिना पढ़े, अच्छे marks मिल जाएंगे।
एक दिन तृषा को पता चला कि तपन Advay की copy से नकल करने की सोच रहा है, तो वो रोने लगी, क्योंकि वो तो आधी पढ़ाई ही कर रही थी।
Advay तृषा के पास गया और उससे पूछा, क्यों रो रही हो?
तो उसने तपन वाली सारी बात बता दी।
Advay बोला, तपन bad boy है। नकल से किसी के अच्छे marks नहीं आते हैं, तभी तो तपन के भी ख़राब marks आते हैं।
तुम तो पढ़ने में तेज हो, सब पढ़ लोगी। अपनी मम्मी के साथ बैठकर ज्यादा मेहनत कर लो।
अपनी मम्मी से कहना, Ma'am से वो सब पूछ लें, जो तुम्हारा छूट गया है। फिर तुम पढ़कर हर बार की तरह अच्छे marks लाओगी।
तृषा ने वही करा, और उसके अच्छे marks आए।
तपन नकल करते हुए पकड़ा गया, उसे school से निकाल दिया गया।
तृषा Advay से बोली, आज तुम्हारे कारण मैंने नकल नहीं की, वरना मुझे भी तपन की तरह school से निकाल दिया जाता।
साथ ही तुम्हारे कहने से मैंने मेहनत भी की, तो मेरे marks भी अच्छे आए।