गर्व है बेटियों पर
आज भारत का सीना सचमुच 56 inch का हो गया है, जब उसकी हौसले और जोश से भरपूर बेटियाँ Tokyo में आयोजित Olympic games में Medals जीत रही हैं। तिरंगे की आन, बान और शान बढ़ा रही हैं।
फिर वो चाहे मीराबाई चानू हो, पी. वी सिधु, लवलीना बोरगोहेन हो या हाॅकी की सेमी-फाइनल में पहुंच चुकी, महिला हाॅकी टीम की रानी रामपाल सिंह, वंदना कटारिया, नेहा गोयल, सविता पूनिया, गुरजीत कौर, और इनके साथ ही अन्य महिला खिलाड़ी भी...
इन बेटियों ने यह केवल भारत को ही नहीं वरन् पूरे विश्व को दिखा दिया है कि उन्हें जिस भी क्षेत्र में आने का मौका मिलेगा, उस हर क्षेत्र में भारत का तिरंगा सर्वोच्च स्थान पर लहराएगा।
इन बेटियों में कुछ तो गरीब परिवारों से भी हैं, जहाँ उचित रूप से खाने को नहीं मिलता है। वहाँ किसी क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर के सफलता के झंडे गाड़ देना, बहुत ही प्रेरणादायक है।
इस तरह से वो हमारे युवा वर्ग के लिए प्रेरणा स्रोत भी हैं कि सफलता पाने के लिए सभी परिस्थितियाँ आप के अनुरूप हों, यह आवश्यक नहीं है। किसी भी परिस्थिति को अपनी असफलताओं के लिए ढाल बनाने वाला कभी सफल नहीं हो सकता।
सफलता उनको मिलती है, जिनमें जोश हो, जज्बा हो, जुनून हो, लगन हो, कुछ कर गुजरने की इच्छा हो, अथक परिश्रम करने की काबिलियत हो। उनको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है, स्वयं ईश्वर उनको सफल बनने में मदद करते हैं।
आप सभी भारतीय खिलाड़ियों को सम्पूर्ण भारत की तरफ से शत् शत् नमन। आप ऐसे ही सदैव हमारे देश को और अपना नाम पूरे विश्व में उज्जवल करते रहें।
आप के उज्जवल भविष्य के लिए हम सभी मंगल कामनाएँ कर रहे हैं।
तिरंगा ऊंचा ऊंचा करते जाना
सम्पूर्ण विश्व में भारत को विजयी बनाना
ईश्वर की कृपा रहे सदा
तुम तिरंगे की आन और शान बढ़ाना।।
🥇🥈🥉🇮🇳 जय हिन्द, जय नारी शक्ति 🇮🇳🥇🥈🥉