समस्या: बात-बात पर रोता है।
कहानी: फिर राजा नहीं आया।
एक राजा था जो अपने राज्य में घूम-घूम कर
सबकी परेशानी दूर करता था। एक दिन वो एक घर के सामने से जा रहा था, वहाँ उसे एक बच्चा रोता हुआ दिखाई दिया।
उसने बच्चे से पूछा- क्या हुआ? वो बोला- मुझे बहुत नींद आ रही है और माँ उठ कर पढ़ने के लिए कह रही है। राजा बोला “इसके लिए तुम्हें रात में जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठना चाहिए, क्यूंकि अगर तुम पढ़ोगे तभी अच्छे इंसान बनोगे”।
उसने बच्चे से पूछा- क्या हुआ? वो बोला- मुझे बहुत नींद आ रही है और माँ उठ कर पढ़ने के लिए कह रही है। राजा बोला “इसके लिए तुम्हें रात में जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठना चाहिए, क्यूंकि अगर तुम पढ़ोगे तभी अच्छे इंसान बनोगे”।
दूसरे दिन राजा ने देखा वो बच्चा फिर रो
रहा है। राजा ने पूछा- आज क्या हुआ? वो बोला- मुझे और
खाना नहीं खाना पर माँ कह रही हैं कि पहले खाना खत्म करो फिर
जो करना है करो। राजा बोला “माँ ठीक ही कह रही है क्योंकि खाना खाने से ही ताक़त आती है।
तीसरे दिन राजा ने फिर देखा वो बच्चा फिर
रो रहा है। राजा ने पूछा- अब आज क्या हुआ? वो बोला- मेरे
दोस्त हमेशा वो नहीं खेलते जो मैं खेलना चाहता हूँ। राजा बोला- हमेशा सब तुम्हारे
मन का तो नहीं खेलेंगे, कभी-कभी तुम्हें भी उनके मन का खेलना पड़ेगा।
चौथे दिन राजा ने फिर देखा वो बच्चा आज
भी रो रहा है। राजा ने पूछा- अब क्या हुआ? वो बोला- मुझे
खेलने जाना है और माँ कह रही हैं कि सो जाओ नहीं तो तुम्हें मेले मे जाने के समय
नींद आएगी। राजा बोला- माँ ठीक कह रही हैं। हमे ये समझ में आना चाहिए कि क्या ज़रूरी है क्योंकि खेल तो तुम रोज़ ही लोगे पर मेला अगर खत्म हो
गया तो साल भर बाद आयेगा। और मेले के समय अगर तुम सो गए तो तुम्हें उसका साल भर
इंतज़ार करना पड़ेगा।
उसके बाद राजा ने उस तरफ आना बंद कर
दिया। बच्चा कुछ दिन तक उसका इंतज़ार करता रहा और जब राजा नहीं आया तो वो उसके महल
में आ गया और राजा से उसके ना आने का कारण पूछा। तो राजा बोला- तुम तो हर बात पर
रोते रहते हो, और जो बच्चे अपनी
परेशानी खुद दूर नहीं करते और हर बात पर रोते रहते हैं उन्हे कोई पसंद नहीं करता।
उस दिन से उस बच्चे ने बात-बात पर रोना बंद कर दिया और सब उसे पसंद करने लगे।