कितनी अच्छी थी जिंदगी, जब हम लोग छोटे थे। हर त्यौहार की अपनी रौनक और अपने ही मज़े....
रक्षाबंधन का त्यौहार है, भाई-बहन का त्यौहार, सुखद अनुभूति और उल्लास का त्यौहार, मस्ती और धमाल का त्यौहार... सुबह जल्दी उठकर नहा-धोकर खूब अच्छे से तैयार हो जाते थे। फिर खूब सुंदर-सुंदर राखियों से दोनों भाईयों की कलाई सजाते थे और मिठाई से मुंह मीठा कराते थे। दोनों भाई भी बड़े से gift के साथ तैयार रहते थे, Gift देकर पैर छूते थे।फिर सब मिलकर, मम्मी का बनाया हुआ स्वादिष्ट खाना खाते और मिठाइयां खाते थे। पर राखी बांधने से पहले कुछ नहीं खाते थे, या कहिए व्रत ही रहता था।
मतलब रक्षाबंधन एक त्यौहार नहीं था, बल्कि एक पूजा थी, भाई-बहन के अटूट प्रेम के साक्ष्य की पूजा...
जिसमें राखी बांधने का परम्परागत कार्य पूर्ण होने पर ही कुछ खाते थे।
दिन भर राखी में मामा जी और बुआ जी लोग आते रहते थे, मम्मी से राखी बंधवाने और पापा जी के राखी बांधने.. राखी बांधने का कोई निर्धारित समय या मुहूर्त नहीं था। सब अपनी सुविधा और समय के अनुसार आते थे...
पर अब तो सभी त्यौहारों से रौनक ही जाती जा रही है। कुछ लोगों में उमंग कम हो गया है और बची-खुची रौनक, दुनिया भर के मुहूर्तों ने कम कर दी है।
जी हां इस बार भी राखी के मुहूर्त को लेकर बहुत तरह की बातें चल रही है। तो आप भी जानना चाह रहे होंगे कि क्या है राखी का मुहूर्त, इसलिए आज इसे ही साझा कर रहे हैं।
राखी के शुभ मुहूर्त
राखी सावन माह में पूर्णिमा के दिन हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है।
30 August को पूर्णिमा है, अतः रक्षाबंधन पर्व भी 30 August को ही होना चाहिए, पर पूर्णिमा के साथ ही उस दिन भद्रा काल भी है।
पंचांग के अनुसार इस बार श्रावण पूर्णिमा तिथि दो दिन यानी 30 और 31 अगस्त को पड़ रही है। 30 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा तिथि पर रात 9 : 01 बजे तक भद्रा का साया भी रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रक्षाबंधन का त्योहार भद्रा का साया रहने पर नहीं मनाया जाता है। भद्रा काल में बहनों को भाई की कलाई पर राखी बांधना वर्जित होता है।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार 30 अगस्त को सुबह 10: 58 बजे से भद्रा लग जाएगी और रात 9:01 बजे तक रहेगी। इस साल भद्रा रक्षाबंधन के दिन पृथ्वी पर वास करेंगी, जिस कारण से भद्रा में राखी बांधना शुभ नहीं रहेगा। वहीं, दूसरी तरफ श्रावण पूर्णिमा 31 अगस्त को सुबह 7:05 मिनट पर ही खत्म हो जाएगी। इसलिए रात में भद्रा खत्म होने के बाद और 31 अगस्त को सुबह 7:05 बजे से पहले राखी बांध सकते हैं।
शुभ मुहूर्त
पूर्णिमा और भद्रा काल दोनों को देख कर चलें तो शुभ मुहूर्त 30 August को रात 9:02 min से 31 August की सुबह 7: 05 min तक रहेगा।
वैसे रात में राखी बांधना, उतना शुभ नहीं होता है अतः अगर संभव हो तो सुबह ही राखी बांधें। अन्यथा 30 August में रात को 9:02 बजे के बाद और 31 August को सुबह 7:05 min. तक आप कभी भी राखी बांधने का उत्सव मना सकते हैं।
भाई-बहन का प्यार होता है अनमोल
उसको मुहूर्त के तराजू में, क्यों रहा है तोल
बाकी आप को शुभ मुहूर्त भी बता दिए हैं, आप अपनी सुविधा और मान्यता के अनुसार इस उत्सव को हर्षोल्लास के साथ celebrate कीजिए...
Happy Rakhi 🏵️
सभी भाई-बहन, सुखी, स्वस्थ, प्रसन्न व चिरायु रहें व प्रेम के अटूट बंधन में बंधे रहें 🙏🏻😊