विवाह भाग-3 के आगे…
विवाह भाग - 4
घर पहुंचने के बाद से दोनो को पहली बार यह एहसास हुआ कि वो जीवन साथी हैं।
इतना खूबसूरत जीवन साथी पाकर, संजय मौका तलाशने लगा, चंदना के निकट रहने का...
एक दिन संजय, जब office से लौट कर आया तो वो अपनी मां से बोला, बहुत गर्मी हो रही है क्यों ना, Mango shake और आम पन्ना पिया जाए?
ठीक है, तुम कच्चे पक्के दोनो तरह के आम लेते आना, तो मैं एक एक दिन कर के दोनो बना दूंगी, मां ने कहा।
लेते आना, नहीं मैं अभी लेकर आता हूं। साथ ही तरबूज और खरबूजा भी लेता आऊंगा।
ठीक है, लेकर आजा सब, चंदना को भी गर्मी में फलों का आनन्द मिल जाएगा।
मां, अगर आप को ठीक लगे तो चंदना को भी ले जाऊं? फलों को छांटने और पकड़ने में मदद हो जाएगी।
ठीक है, ले जा, पर तेरे पापा जी आएं, उससे पहले आ जाना, वर्ना वो नाराज होंगे कि नई बहू को भेज दिया, काम कराने।
हां हां, मां जल्दी आ जाएंगे।
संजय, चंदना को लेकर, सीधे रमेश चाट भंडार वाले के पास पहुंच गया।
रमेश चाट भंडार वाले को देखकर, चंदना ने प्रश्न सूचक निगाहों से संजय को देखा...
कल जब हम लोग लौट रहे तो मैंने तुम्हें इस ओर बड़ी हसरत भरी नजरों से देखते हुए देखा था,, फलों का तो बहाना था, दरअसल तुम्हे यहां लाना था...
और फल?
वो भी ले लेंगे, पहले तुम चाट के मजे तो ले लो।
चंदना, संजय के प्यार और care से खुश हो गई। उसने मन ही मन, अपने सब बड़ों को धन्यवाद दिया कि उन्होंने उसके लिए इतना अच्छा जीवन साथी ढूंढ के दिया।
लौटते समय वो लोग फल लेकर लौटे..
चंदना ने खाना खाने के बाद सबके लिए Mango shake बनाया।
सबको कांच का गिलास दिया, पर संजय को स्टील का।
मां ने पूछा, स्टील का क्यों दे रही हो, तो उसने बोल दिया कि कांच के गिलास खत्म हो गए थे।
जबकि हकीकत यह थी कि उसने संजय के लिए ज्यादा गाढा Mango shake बनाया था, क्योंकि संजय को Mango shake ज्यादा आम वाला पसंद था।
दिन-दिन बीतते गये और दोनो का एक-दूसरे के लिए प्यार और care बढ़ती ही गई।
आज उनकी 10 anniversary थी। उसमें जब रंजना बुआ आई तो दोनो ने उनका आशीर्वाद लेते हुए धन्यवाद दिया और कहा कि अगर आप ने, उस दिन हम लोगों को विवाह और उसमें भी arrange marriage का सही अर्थ ना समझाया होता तो यह शुभ दिन भी नही आता।
और आप ने सही कहा था कि arrange marriage, बहुत सारे gift rapers में लिपटा जिंदगी का सबसे खुबसूरत gift है। जिसमें हर दिन एक नया सा लगता है।