Tuesday 30 November 2021

Article : Corona Omicron

Corona Omicron




जब से corona virus आया है, 20 March से जिंदगी रुकी-रुकी सी चल रही है। एक variant ख़त्म होता है, जिंदगी समान्य भी नहीं हो पाती है कि दूसरा नया variant आ जाता है।

बार-बार lockdown।

इसने ना जाने कितने लोगों से उनके अपने को छीन लिया, कितनों की जिंदगी तबाह हो गई।

जब vaccination आई तो लोगों ने चैन की सांस ली कि चलो अब तो जिंदगी फिर से जी उठेगी।

पर अभी कुछ दिन ही चैन से व्यतीत हुए थे, ज़िन्दगी फिर से पटरी पर आ रही थी कि corona का new variant, omicron आ गया है।

कोरोना वायरस के इस नए variant Omicron ने पूरी दुनिया में एक बार फिर भूचाल ला दिया है। 

South Africa के doctors ने इलाज के दौरान जो कुछ समझा वो काफी डराने वाला है। Doctors का कहना है कि इस New variant को हल्के में बिल्कुल नहीं लेना चाहिए। ये delta variant से बिल्कुल अलग है और उससे ज्यादा खतरनाक भी है। विश्व के तमाम देशों ने new variant के कारण travel ban कर दिए हैं और भारत ने भी new guidelines जारी कर दी हैं। 

चलिए जान लेते हैं कि अब तक doctors  ने omicron के क्या symptoms बताए हैं- 

Omicron से पीड़ित patients को बहुत अधिक थकान, सिर और शरीर में दर्द और कभी-कभी गले में खराश और खांसी की problem हो रही है। 

जबकि delta संक्रमण में down pulse rate कारण बना था जिसके परिणामस्वरूप low oxygen levels, सांस फूलना, smell और taste का नहीं आना शामिल था।

Omicron से बचने के लिए...

Government ने जो guidelines जारी की है, उसे ठीक से follow किया जाए।

Travel ban को strictly follow किया जाए।

साथ ही हमें भी जो corona related guidelines दी गई हैं,  जैसे social distancing, hand sanitization and wearing Mask, etc. हम उनको strictly follow करें, जिससे हमारा कोई भी हम से दूर ना हो।

सुरक्षित रहें, स्वस्थ रहें... 

Monday 29 November 2021

Article : Invest once, get ₹1,11,000 lifelongl

Invest once, get ₹1,11,000 lifelong


आज हम आपके लिए एक ऐसी news share कर रहे हैं, जो शायद बहुत से लोगों के लिए कारगर साबित होगी।

जब हम लोगों के पापा, चाचा, मामा आदि job करते थे, तब after retirement उन्हें pension मिला करती थी।

जिससे उनके लिए after retirement, life spent करना easy होता था।

पर आज कल ज़्यादातर लोग private job करते हैं, जिसमें pension का option नहीं होता है।

पर साथ ही, PSU companies as well as government companies में भी pension का option खत्म करते जा रहे हैं।

ऐसे में after retirement life spend करना बहुत difficult होता जा रहा है.. 

तब सवाल उठता है कि ऐसे में क्या करना चाहिए... 

तो आज का article इसी सवाल का जवाब है। 

सिर्फ एक बार निवेश करने पर जिंदगी भर  1,11,000 रुपये पेंशन मिलेगी, जानते हैं कैसे apply कर सकते हैं?

यह option पूरी तरह secure है, क्योंकि यह scheme एक government scheme है। फिर भी आप की किसी भी तरह की queries है तो आप नीचे दिए गए numbers पर call कर सकते हैं।

तो आप पूरा article अवश्य पढ़ें और निष्कर्ष निकालें कि यह scheme आप के लिए कितनी useful है। 


PM Vaya Vandana Yojana -

केंद्र सरकार (Central Government) की ओर से आम जनता के लिए कई खास scheme चलाई जाती हैं। आज हम आपको सरकार की एक ऐसी scheme के बारे में बताएंगे, जिसमें आपको 1,11,000 रुपये की pension मिल सकती है। इसके लिए आपको कोई नौकरी करने की भी जरूरत नहीं है। अगर आप भी अपने बुढ़ापे को सुखमय करना चाहते हैं तो फटाफट इस scheme के बारे में जान लें..


1. एक बार लगाना है पैसा :

इस scheme में आपको lump sum पैसों का investment करना होता है। हर साल 1 अप्रैल को इस scheme समीक्षा की जाती है, जिसके बाद इसके return में फेरबदल किया जाता है। इसमें pension, quarterly, monthly, half yearly and yearly के according दी जाती है।


2. कितना करना होगा investment :

इस scheme में आपको minimum 1,000 रुपये का investment करना होता है। इसके अलावा customers को न्यूनतम 1.62 लाख रुपये का investment करना होगा। वहीं, quarterly के हिसाब से आपको 1.61 लाख, half yearly में 1.59 लाख और yearly के according आपको 1.56 लाख रुपये का investment करना होगा। वहीं, अधिकतम 15 लाख का करना होगा investment।


3. कितनी मिलेगी pension :

इस scheme में investors को अधिकतम 9,250 रुपये pension मिलेगी। इसके अलावा quarterly के according इस scheme में आपको 27,750 रुपये, 6 months के हिसाब से आपको 55,500 रुपये और yearly के हिसाब से आपको 1,11,000 रुपये पेंशन मिलेगी।


4. कितना मिलेगा interest :

अगर आप अभी यानी साल 2021 में 15 लाख का investment करते हैं तो साल 2031 तक 7.4 percent return fixed रूप में मिलेगा।


5. Policy duration में installment का क्या है नियम:

अगर pension लेने वाला व्यक्ति 10 साल की policy duration के दौरान भी जीवित रहता है तो उसे pension की last installment के साथ में invest किया गया amount वापस मिल जाता है। वहीं, अगर policy धारक की मृत्यु हो जाती है तो उसका सारा पैसा nominee को दे दिया जाता है.


6. अपनी queries के लिए कौन-सा number dial करें :

इस scheme के बारे में अपनी queries के लिए आप 022-67819281 या 022-67819290 पर call कर सकते हैं। इसके अलावा toll free number - 1800-227-717 और email id & onlinedmc@licindia.com के जरिए भी scheme के बारे में जानकारी ले सकते हैं।

Friday 26 November 2021

Recipe : Instant Creamy Paneer

आज पनीर week का last day है तो सोचा आज अपने लाडलों‌ की favourite recipe को share किया जाए।

आप को दो सब्जी, instant अचारी पनीर और instant हरियाली पनीर चटपटे flavour की बता दी...

Instant Mexican Paneer salty flavour का, South Indian Paneer, tangy flavour का बताया है।

तो एक सब्जी creamy and slightly sweet flavour की भी होनी चाहिए...

यह recipe सारे ही छोटे बच्चों को बहुत पसंद आती है। इसका taste restaurant की सब्जी से मिलता जुलता है। 

साथ ही यह सब्जी creamy and slightly sweet flavour की है। 

हमारी यह recipe भी without onion and garlic है।

Instant Creamy Paneer




Ingredients :

Paneer - 250 gm.

Cashew nuts - 50 gm.

Roasted peanuts - 10 gm.

Cream - 100 gm.

Garam masala - ½ tsp.

Salt - as per taste

Sugar - 1 tsp. 

Ghee (clarified butter) - ½ tbsp. 


Method :

  1. Cashew nuts and roasted peanuts में पानी डालकर 15 to 20 minutes के लिए soak करने रख दीजिए।
  2. Paneer के thick blocks cut कर लीजिए।
  3. Mixer jar में काजू और भुनी मूंगफली को डालकर महीन paste prepare कर लीजिए। 
  4. Wok में घी डालकर गर्म कर लीजिए।
  5. इस घी में काजू paste डालकर भून लीजिए।
  6. Paste तब तक भूनना है, जब तक paste घी छोड़ने लगे।
  7. अब इसमें, Salt, garam masala and sugar डालकर अच्छे से mix कर लीजिए।  
  8. Paste में सिर्फ उतना पानी डालें कि उसमें पनीर के टुकड़े डालने से मसाला उसमें लिपट जाए।
  9. अब paste में पनीर के thick blocks डालकर हल्के हाथों से mix कर लीजिए।
  10. अब इसमें cream डालकर हल्के हाथों से अच्छे से mix कर लीजिए।

Instant Creamy Paneer is ready to serve..

आप इसे नान, पराठा, रुमाली रोटी और चावल के साथ serve कर सकते हैैं...

चलिए अब कुछ tips and tricks भी बता दिया जाए।


Tips and Tricks :

  • Paneer fresh लीजिएगा, जिससे वो soft हो पर brittle ना हो।
  • Paneer, fry करके नहीं डालना है, वरना पनीर hard and chewy हो जाएगा।
  • अगर आप चाहें तो इसमें onion भी डाल सकते हैं, तब आप को मसाला भूनने के लिए 1 tbsp. Ghee लेना होगा।
  • काजू और मूंगफली दोनों से ही oil निकलता है इसलिए इसके paste को भूनने के लिए ½ tbsp. sufficient होता है। लेकिन अगर आप को लगे कि भूनने के लिए और घी चाहिए तो आप 1 tbsp. घी भी ले सकते हैैं। 
  • आप कच्ची मूंगफली भी use कर सकते हैं, पर भुनी मूंगफली से taste ज्यादा अच्छा आता है। 
  • आप भुनी मूंगफली के लिए Haldiram का roasted peanuts का 5 rupees वाला packet भी ले सकते हैं। उससे सब्जी का बहुत अच्छा taste आता है, हम भी यही use करते हैं।
  • अगर आप के पास cream नहीं है तो आप fresh and thick मलाई भी ले सकते हैं। अगर आप मलाई use कर रहे हैं तो सब्जी में डालने से पहले मलाई को फेंट कर डालिए।
  • लेकिन ध्यान रखना चाहिए कि मलाई सिर्फ उतना ही फेंटे कि वो uniform हो जाए, उसका butter नहीं निकलना चाहिए।
  • आप चाहें तो इसमें tomato puree भी डाल सकते हैं।
  • आप चाहें तो इसे gravy वाली भी बना सकते हैं, उसके लिए दूध use कीजिए।
  • दूध की जगह पानी भी डाल सकते हैं पर इससे सब्जी जल्दी पनियल सी लगने लगती है।
  • अगर आप पानी डाल रहे हैं तो boiled water डालिए साथ ही याद रखियेगा gravy गाढ़ी ही होनी चाहिए।
  • Serve करने से कम से कम ½ घंटे पहले सब्जी बना लीजिए, जिससे पनीर मसाले को पूरी तरह absorb कर ले और पनीर का हर टुकड़ा, स्वाद से भरपूर रहे।

तो बनाएं, इसे अपने लाडलों के लिए और उनका खूब सारा प्यार पाएं।

Thursday 25 November 2021

Recipe : South Indian Paneer

इस हफ्ते का सबसे special day, my Anniversary Day... 

आप सभी की बहुत सारी शुभकामनाएँ एवं आशीर्वाद के लिए ह्रदय से अनेकानेक आभार 🙏🏻❤️

आप सब का आभार कि आप सभी को पनीर की सब्जी, में  instant अचारी पनीर, instant हरियाली पनीर और instant Mexican Paneer सारी ही बहुत पसंद आ रही है...

आज अपनी anniversary पर हम Paneer की सब्जी का वो flavour डाल रहे हैं, जो हमें बहुत पसंद है और वो है South Indian flavour.

बाकी पनीर की सब्जी की तरह यह भी बहुत delicious है। और without onion and garlic recipe है, साथ ही चटपटे flavour की भी है, तो सभी को खाकर मजा आ जायेगा...


South Indian Paneer




Ingredients :

Paneer - 250 gm.

Tomato - 2 medium size

Coconut powder - 1 tbsp.

Ginger - 1 inch

Red chili powder - 1 tsp.

Sarson seed - ½ tsp.

Curry leaves - 4 to 5

Salt - as per taste 

Mustard oil - 1 tbsp.


Method :

  1. Mixer jar में टमाटर, अदरक, नारियल पाउडर डालकर महीन paste बना लीजिए।
  2. Paneer के thick blocks cut कर लीजिए।
  3. Wok में Mustard oil गर्म कर लीजिए। 
  4. इसमें Mustard seeds, वो लाल मिर्च डालकर चटका लें। 
  5. अब इसमें curry leaves डालकर चला लें।
  6. अब इसमें टमाटर का paste, नमक और लाल मिर्च पाउडर डालकर अच्छे से भून लें।
  7. अब इसमें पनीर के blocks डालकर हल्के से भून लें। 

लीजिए आप का delicious South Indian Paneer ready है।

चलिए अब कुछ tips and tricks भी हो जाए। 


Tips and Tricks : 

  • Paneer fresh लीजिएगा, जिससे वो soft हो पर brittle ना हो।
  • Paneer, fry करके नहीं डालना है, वरना पनीर hard and chewy हो जाएगा।
  • Mustard oil ही use कीजिएगा, क्योंकि हम South Indian flavour बना रहे हैं और South Indian flavour, Mustard oil में ही सबसे अच्छा लगता है।
  • आप को South Indian Paneer, जितना tangy बनाना हो, आप इसमें उतना ही टमाटर डालिएगा। 
  • Dry red whole chilli and chilli powder अपने taste के according डालें।
  • Serve करने से कम से कम ½ घंटे पहले सब्जी बना लीजिए, जिससे पनीर मसाले को पूरी तरह absorb कर ले और पनीर का हर टुकड़ा, स्वाद से भरपूर रहे।
  • इसे आप सांभर और चावल या रोटी, परांठे के साथ serve कर सकते हैैं।

तो सोच क्या रहे हैं, आज शाम को ही पनीर मंगा लीजिए, or spicy, tangy tasty की easily prepare होने वाले South Indian Paneer को पूरी family के साथ enjoy कीजिए।

Wednesday 24 November 2021

Recipe : Instant Mexican Paneer

Wow! आप तो आज बिल्कुल ready हैं, अपने fresh Paneer के साथ। 

तो चलिए एक और easily prepare, होने वाली instant recipe बता देते हैं। 

आप को दो चटपटे flavour अचारी पनीर और हरियाली पनीर की recipe हम बता चुके हैं.. 

इस recipe की पहली दोनों recipes से entirely different taste है।

आज की पनीर की सब्जी का taste, बच्चों को और उन लोगों को बहुत अच्छा लगेगा, जिन्हें mexican flavour बहुत पसंद आता है। 

Instant Mexican Paneer 




Ingredients

Paneer - 250 gm.

Butter - 50 gm. 

Mix herbs - 1tbsp.

Cheese - 100 gm. 


Method 

  1. Paneer के thick blocks cut कर लीजिए।
  2. एक glass bowl में Paneer blocks, butter, herbs and cheese डालकर microwave oven में 5 min. के लिए microwave कर लीजिए। 
  3. अब इसे निकालकर हल्के हाथों से mix कर लीजिए।

Now your Instant Maxican Paneer ready to serve.

आप इसे नान या रुमाली रोटी के साथ serve कर सकते हैं।


Tips and Tricks :

  • Paneer fresh लीजिएगा, जिससे वो soft हो पर brittle ना हो। 
  • Paneer, fry करके नहीं डालना है, वरना पनीर hard and chewy हो जाएगा।
  • Serve करने से कम से कम ½ घंटे पहले सब्जी बना लीजिए, जिससे पनीर, herb, butter and cheese के flavour को पूरी तरह absorb कर ले और पनीर का हर टुकड़ा, स्वाद से भरपूर रहे।
  • आप इसे as a snack or a starter भी serve कर सकते हैैं। आप इसे पाव or bread के साथ भी serve कर सकते हैं।
  • यह starter or snacks के रूप में अपने आप में complete है, इसके साथ चटनी या sauce की requirements नहीं है। 
  • अगर आप के पास microwave oven नहीं है तो आप इसे non-stick wok में भी बना सकते हैैं।

तो बस आज का Delicious Instant Mexican Paneer बनाकर बच्चों को अपने हाथों के खाने का दीवाना बना लीजिए।

Tuesday 23 November 2021

Recipe : Instant Hariyali Paneer

आज आप अपने Paneer के साथ ready हैं ना...

तो चलिए आज आपको easily prepare होने वाली Paneer की एक और instant सब्जी share कर रहे हैं।

हरे धनिया की कोई भी recipe आप को बनानी है तो उसके लिए winter season  सबसे अच्छा मौसम है, क्योंकि इस समय ही हरा धनिया सबसे अच्छा आता है। 

तो हमारी आज की recipe का main ingredient, Paneer है और second ingredient हरा धनिया है।

आप, अपने taste के according इसे with or without garlic बना सकते हैं... 

यह easily prepare होने वाला बहुत ही tasty and healthy Paneer recipe है। इसलिए यह diet conscious लोगों को भी बहुत पसंद आएगी...


Instant हरियाली पनीर 


Ingredients 

Paneer - 250 gm.

Coriander leaves - 100 gm.

Green chillies - 2 to 3 no. 

Garlic - 3 to 4 pods 

Ginger - ½ inch 

Salt - as per taste

Lemon juice - ½ tbsp.

Mustard oil - 1 tsp.

Cumin seeds - ½ tsp.


Method 

  1. Mixer jar में धनिया, मिर्च, नींबू, लहसुन और अदरक और नमक डालकर महीन paste prepare कर लीजिए।
  2. पनीर के thick blocks cut कर लीजिए। 
  3. Wok में 1 tsp. oil डालकर गर्म कीजिए। 
  4. इसमें जीरा डालकर हल्का सा भून लें।
  5. अब इसमें पनीर के blocks व नमक डालकर हल्के हाथों से चला लें।
  6. अब इसमें धनिया का paste डालकर हल्के हाथों से mix कर लीजिए।

Now ready to serve your Hariyali Paneer.

आप इसे रुमाली रोटी व दाल मखनी के साथ serve कर सकते हैैं। यह dal-rice के साथ भी बहुत yummy लगता है।

आप इसे snacks and tea-time में भी serve कर सकते हैं। इसे as a chat भी serve कर सकते हैं।

चलिए आप को कुछ tips and tricks भी बता देते हैं-

Tips and Tricks :

  • Paneer fresh लीजिएगा, जिससे वो soft हो पर brittle ना हो। 
  • Paneer, fry करके नहीं डालना है, वरना पनीर hard and chewy हो जाएगा।
  • Serve करने से कम से कम ½ घंटे पहले सब्जी बना लीजिए, जिससे पनीर धनिया paste को पूरी तरह absorb कर ले और पनीर का हर टुकड़ा, स्वाद से भरपूर रहे।
  • अगर आप इसे as a snack or a starter serve कर रहे हैं तो उसमें पनीर के blocks को हल्का सुनहरा कर लीजिएगा। उसमें garlic and ginger की quantity कम कर लें और उसमें थोड़ा चाट मसाला भी छिड़क दें। 
  • यह starter or snacks के रूप में अपने आप में complete है, इसके साथ चटनी या sauce की requirements नहीं है।
  • अगर आप लहसुन नहीं खाते हैं तो, इसमें  लहसुन को avoid भी कर सकते हैैं, लहसुन के बिना भी यह बहुत tasty लगता है।

तो बस झटपट बना डालिए आज की yummy tasty instant Hariyali Paneer.

Monday 22 November 2021

Recipe : Instant Pickle Paneer

यह week हमारे anniversary का week है तो सोचा कि इस हफ्ते कुछ special होना चाहिए...

पर special क्या किया जाए?...

तब सोचा कि हम vegetarian लोगों के लिए special means, पनीर... 

लेकिन पनीर की सब्जी भी हम घर पर 2 से 3 तीन तरह की ही बनाते हैं, तो हमेशा वही repeated सब्जी खाकर सब bore हो जाते हैं...

तो चलिए इस पूरे हफ्ते पनीर की, instant and easily prepare होने वाली, different flavours की सब्जियों की recipe, share कर देते हैं...

सभी पनीर की सब्जी, special and rare हैं, so don't miss anyone..

और हाँ इसमें से कुछ recipe, without onion and garlic भी है, तो जो प्याज और लहसुन नहीं खाते हैं, उनके लिए तो सुनहरा मौका है...

चलिए आज से हमारे साथ ही बनाते जाइएगा, तो यह week हमारे साथ-साथ आपके लिए भी special हो जाएगा।

आज की recipe, without onion and garlic की spicy flavour की पनीर की सब्जी है...

Instant Pickle Paneer



Ingredients :

Paneer ( cottage cheese) - 250 gm.

Mustard oil - 1 tsp. 

Asafoetida powder - a pinch 

Mango pickle masala - 1 to 2 tbsp. 

Salt - as per taste 

Dry Red whole chilli - 2 to 3 no. 

Turmeric powder - ¼ tsp. 

Red chili powder - as per taste


Method :

  1. पनीर के thick block cut कर लीजिए।
  2. Wok में Mustard oil गर्म कीजिए।
  3. इसमें सूखी लाल मिर्च डालकर, चलाते हुए करारी भून लीजिए।
  4. अब इसमें में हींग पाउडर और हल्दी पाउडर, नमक डालकर चलाएं।
  5. इसमें पनीर के blocks डालकर हल्के हाथों से चला लें। 
  6. अब इसमें अचार का मसाला डालकर हल्के हाथों से चला लें, जिससे पनीर में मसाला तो चिपक जाए, पर पनीर ना टूटे।

Now Instant and spicy Pickle Paneer is ready to serve...

चलिए झटपट tips and tricks भी देख लेते हैं।

Tips and Tricks : 

  • Paneer fresh लीजिएगा, जिससे वो soft हो पर brittle ना हो। 
  • Paneer, fry करके नहीं डालना है, वरना पनीर hard and chewy हो जाएगा।
  • अचार का मसाला taste कर लीजिएगा जिससे आप जब पनीर में salt डाल रहे हों तो सब्जी में नमक तेज ना हो। Means salt डालते समय मसाले में पड़े नमक व अपने taste के according नमक को ध्यान में रख कर ही डालें।
  • Mustard oil ही use कीजिएगा, क्योंकि हम अचारी flavour बना रहे हैं और अचारी flavour, Mustard oil में ही सबसे अच्छा लगता है।
  • आप को अचारी पनीर जितना spicy बनाना हो, अचार का मसाला उतना ही डालिएगा। 
  • Dry red whole chilli and chilli powder अपने taste के according डालें।
  • Serve करने से कम से कम ½ घंटे पहले सब्जी बना लीजिए, जिससे पनीर मसाले को पूरी तरह absorb कर ले और पनीर का हर टुकड़ा, स्वाद से भरपूर रहे।

इसे आप दाल मखनी, नान, पराठा, पूड़ी, रुमाली रोटी, rice किसी के भी साथ serve कर सकते हैं।

तो सोच क्या रहे हैं, आज शाम को ही पनीर मंगा लीजिए, or spicy, tasty, easily prepare होने वाले Istant Pickle Paneer को पूरी family के साथ enjoy कीजिए, यह बहुत कम oil में बन जाती है। 😊 

So diet conscious भी इसको enjoy कर सकते हैैं।

यह एक ऐसी dish हैं, जिसमें स्वाद भी है और सेहत भी।

और हांँ, कल के लिए भी पनीर मंगवा लीजिए and don't miss the opportunity 😊🙏🏻

Friday 19 November 2021

Tips : बालों की समस्याएं और मेंहदी

अब जबकि हमने आपको Tip, सफेद बाल और मेंहदी में मेंहदी की ख़ासियतें बता दीं और यह बात भी बता दी है कि बालों में मेंहदी कैसे लगाएं।

तो अब समय आ गया है कि हम आपको मेंहदी में ऐसी प्राकृतिक चीज़ें मिलाने के बारे में जानकारी दें, जो आपके बालों के लिए ‘एक पंथ दो काज’ की तरह काम करें।

यानी मेंहदी, बालों को फ़ायदे पहुंचाने के साथ-साथ बालों से जुड़ी कुछ अन्य समस्याओं को भी ठीक कर दे।

तो आइए ये बात भी जान लीजिए कि मेंहदी को तब कैसे लगाएं, जब आप अपने बालों की कुछ अन्य समस्याओं से निपटना चाहते है...

बालों की समस्याएं और मेंहदी


जब बाल बढ़ाना हो :

यदि बाल बढ़ाना चाहते हैं तो 150ml. तिल के तेल को गर्म करें। इसमें दो बड़े चम्मच मेंहदी का पाउडर मिलाएं और ठंडा होने पर एक bottle में भर कर रख लें। एक week में दो-तीन बार रात को यह तेल लगा कर मालिश करें, shower cap पहन कर सो जाएँ और सुबह किसी mild shampoo से बाल धो लें। 


जब बालों को झड़ने से रोकना हो :

इसके लिए 150ml. Mustard oil में कुछ मेंहदी के पत्ते और दो चम्मच भृंगराज पाउडर डालें। इस तेल को उबालें। ठंडा कर के एक bottle में भर लें।

यह तेल 20-25 दिनों तक इस्तेमाल किया जा सकता है। Week में दो-तीन बार रात में इसे लगा कर, shower cap पहन कर सो जाएं और सुबह बाल mild shampoo से धो लें। कुछ ही हफ़्तों में आपके बालों का झड़ना कम हो जाएगा।


जब बालों की conditioning करनी हो :

यदि बालों की conditioning करना चाहती हैं तो दो चम्मच चायपत्ती को पानी में डाल कर उबालें। पानी को ठंडा होने दें। 

इस पानी और मेंहदी पाउडर को मिला कर गाढ़ा पेस्ट बनाएं। इसमें एक चम्मच नींबू का रस डालें। इसे 15-20 मिनट भीगने दें।

अब इसमें दो चम्मच दही मिलाएं। इस मिश्रण को बालों में लगाएं। एक घंटे बाद बालों को धो लें। अपने बालों की चमक से आपको प्यार हो जाएगा।


जब बालों से dandruff हटानी हो :

मेंहदी बालों से dandruff हटाने में कारगर होती हैं और यदि आप dandruff हटाने के लिए मेंहदी का इस्तेमाल करना चाहती हैं तो एक tablespoon मेथी दाने रात को पानी में भिगो दें। सुबह इन्हें पीस लें। 

अब थोड़े से नारियल के तेल में मेथी के दानों का paste मिलाएं और बालों की लंबाई के अनुसार (जिससे यह बालों में अच्छी तरह लग सके) मेंहदी का पाउडर मिला कर मिश्रण तैयार करें।  

यदि आप चाहें तो इस मिश्रण में थोड़ा आंवले का पाउडर भी मिला सकती हैं। इस मिश्रण को बालों पर अच्छी तरह लगाएं। लगभग एक घंटे के बाद बालों को mild shampoo से धो ले।

Note - आप को जब भी बालों में solution लगा कर सोना है, तो उसके लिए एक rough pillow बना लें। जो कि इस समय लगाकर सो सकें, जिससे आप को shower cap लगाकर ना सोना पड़े। 

अब आप को मेंहदी के benefits, बालों में मेहंदी को  लगाने का सही तरीका और साथ में बालों की other problems के होने से मेंहदी के साथ अन्य natural products मिला कर problem को solve कैसे करें, यह पता चल गया है।

तो अब सोचना क्या है, हर problem को naturally solve कीजिए और व्यर्थ में chemical का use बंद कीजिए।

Wednesday 17 November 2021

Tips : सफेद बाल और मेंहदी

आज एक ऐसी समस्या का समाधान करने के लिए tip डाल रहे हैं, जो लगभग सभी की समस्या बनती जा रही है। 

बालों का सफेद होना... 

क्या कहा आपने? आपकी भी यही problem है... 

कोई बात नहीं, आपकी इस problem को naturally solve करने का ही उपाय बता रहे हैं...

आप कहेंगे, मेंहदी यह कौन सा नया उपाय है?

बिल्कुल नहीं है, पर मेंहदी ही क्यों? उसके क्या फ़ायदे हैं? और मेंहदी को सही तरीके से बालों में कैसे लगाएं, वो सब आप को इस Tip में बताएंगे...

सफेद बाल और मेंहदी 


अक्सर लोग बालों में मेंहदी, सफ़ेद बालों को छुपाने के लिए लगाते हैं। पर मेंहदी केवल बालों को रंग देने का ही काम नहीं करती। यह बालों के लिए एक औषधि की तरह है। मेंहदी में anti-bacterial गुण होते हैं, जो संक्रमण से बचाते हैं।

अत: यदि आप बालों को colour करने के साथ-साथ लंबे, मज़बूत, घने और नर्म-मुलायम बाल पाना चाहती हैं तो बाज़ार में उपलब्ध कृत्रिम रूप से बनाए गए products की बजाय बालों पर मेंहदी लगाने को तरजीह दें।


मेंहदी के कुछ फ़ायदे : 

  • यह बालों के लिए conditioner का काम करती है, बालों पर चमक लाती है। 
  • बालों को घना बनाती हैं।
  • बालों की सतह पर एक तरह की पर्त बना कर यह बालों को धूप व पर्यावरण से होने वाले नुक़सान से बचाती हैं‌।
  •  बालों का झड़ना कम करती है, रूसी यानी dandruff हटाने में कारगर होती है... 
  • तो हमने आपको मेंहदी क्यों लगाएं इस बात के सारे कारण गिना दिए हैं।

हमें पता है आपका अगला सवाल होगा कि बालों में मेंहदी कैसे लगाएं? तो धीरज रखिए, हम आपके इस सवाल का जवाब भी दे रहे हैं...

बालों में मेंहदी कैसे लगाएं :

बालों में लगाने वाली मेंहदी तैयार करना -

  1. मेंहदी का घोल तैयार करने के लिए आपको चाय के पानी की ज़रूरत होगी। 
  2. एक बर्तन में‌ 1 glass पानी उबाल लें।
  3. अब इसमें एक-दो चम्मच चायपत्ती डाल कर बुलबुले आने तक उबालते रहें, अब छान कर पानी को अलग कर लें। 
  4. इस पानी को गुनगुना हो जाने दें। इसमें मेंहदी का powder मिला कर थोड़ा गाढ़ा घोल तैयार कर लें। 
  5. जिसे बालों पर लगाने से वह टपके नहीं। 
  6. इस घोल को कम से कम आठ घंटे या रातभर भीगा रहने दें। 
  7. मेंहदी को बालों में लगाने से पहले इसमें नींबू का रस और आंवले का powder मिलाएं।

मेंहदी लगाने का तरीका -

  1. जिस bowl में मेंहदी का घोल है, उसे paper पर रख लें, ताकि यहाँ-वहाँ मेंहदी के दाग न लग पाएं।
  2. अपने कंधों पर पुराने कपड़े को किसी shawl की तरह लपेटें।
  3. हाथों में दस्ताने पहन लें।
  4. Brush के पिछले हिस्से या उंगलियों की सहायता से बालों के section बनाएं और हर section में मेंहदी लगाते चले जाएं।
  5. जब मेंहदी पूरे बालों में अच्छी तरह लग जाए तो बालों पर shower cap लगा लें।
  6. दो घंटे बाद बालों को किसी mild shampoo से धोएं।
कल आप को बालों की अन्य समस्याओं को मेंहदी के द्वारा कैसे दूर किया जाए, वो बताएंगे...
So stay tuned with me...

Tuesday 16 November 2021

Article : असमय सफेद बाल, (grey hair)आखिर क्यों?

असमय सफेद बाल (grey hair), आखिर क्यों?


मेरे बाल 12 साल में ही सफ़ेद हो गये, जिससे मेरी मां अक्सर मेरे बालों को लेकर बहुत परेशान रहती हैं।

यह एक आम समस्या बनती जा रही है, बच्चों और उनके माता-पिता की।

आज इसी विषय में बात कर लेते हैं।

अगर आप चाहते हैं कि आपके या आपके बच्चों के बाल असमय सफेद न हों तो, आप के घर जितने भी सदस्य हैं, सभी के towel and comb अलग-अलग होने चाहिए। और वो समय-समय पर साफ़ भी होते रहने चाहिए।

आप को लगेगा, इतने क्यों?

इतना सफ़ाई पसंद होने से क्या होगा?

बात केवल सफ़ाई की नहीं है, ‌सफ़ाई के साथ-साथ, यह इसलिए भी है कि आप के घर में किसी के सफ़ेद बाल हों तो आप के ना हो।

भारत में 40 की उम्र के बाद बाल सफ़ेद हों तो इसे बीमारी नहीं माना जाता।

बालों के असमय सफेद होने को बालों की एक बीमारी Canitis के नाम से जाना जाता है, इसके बहुत से कारण हैं...

Hereditary (Genetic) 

Anaemia 

Low protein 

Thyroid problem 

Canitis की problem को दूर करने के लिए आप को अपने खाने-पीने का विशेष ध्यान रखना होगा।  

आप अपनी-अपनी diet plan में protein rich, iron rich veggies, fruits and dry fruits को शामिल कर सकते हैं जैसे, broccoli, curry leaves, potato, mushroom, walnut, amla, आदि... चीजें शामिल कर सकते हैैं। यह बालों को काला बनाए रखने में सहायक होते हैं। 

Canitis के लिए दवाइयां और shampoo भी बाज़ार में उपलब्ध हैं, लेकिन उनसे केवल 20 से 30 फ़ीसदी सफलता ही मिल सकती है।

कोशिश करनी चाहिए कि बालों में किसी तरह का chemical न लगाया जाए। 

पर अक्सर anti dandruff shampoo में बालों को नुकसान पहुंचाने वाले chemicals का प्रयोग किया जाता है। ऐसे shampoo, week में maximum दो बार ही लगाएं। 

बालों को काला करने के लिए, बाजार में बहुत से product उपलब्ध हैं। 

पर उसमें natural products ज्यादा अच्छे होते हैं। 

ऐसे में मेंहदी एक अच्छा उपाय है।

कल की tips में हम आपको मेहंदी के फायदे बताएंगे, साथ ही उसे बालों में कैसे लगाएं यह भी बताएंगे।

उसके अगले दिन बालों की विभिन्न समस्याओं को दूर करने में मेंहदी कैसे सहायक है वो बताएंगे।

So stay tuned with me...

Monday 15 November 2021

Superstition : क्यों रोते हैं कुत्ते रात में

आज से एक और segment start कर रहे हैं। क्या जो मान्यता बहुत दिनों से चलती आ रही हैैं, उसके पीछे कोई तथ्य है या वो महज अंधविश्वास (superstition) हैं।

एक नया नज़रिया, हर बात को देखने का, उसके पीछे के सत्य को जानने का, यह जानने की वो कहीं myth तो नहीं है। 

तो चलिए आज एक बहुत common topic को देखने और समझने की कोशिश करते हैं....

क्यों रोते हैं कुत्ते रात में 


रात में कुत्ते के रोने के पीछे के बहुत सारे कारण माने जाते हैं, जिसके कारण कुत्ते के रोने से बहुत से लोग डर जाते हैं, वहीं बहुत लोग परेशान हो जाते हैं। जिससे कुत्ते को मारपीट कर भगा दिया जाता है। 

आज आपके इसी भ्रम को दूर करने के लिए इस topic लिख रहे हैं, इससे शायद आप का भ्रम दूर हो जाए और आज के बाद आप कुत्ते के रोने से आतंकित ना हो।

    

किसी के मौत की पूर्व सूचना :

हमारे समाज में प्रचीन काल से ही कई मान्‍यताएं चली आ रही हैं। ये मान्‍यताएं ऐसी हैं, जो सिर्फ मानी जाती हैं। जबकि इनके पीछे की कहानी या तर्क की खोज भी की जाए तो शायद कुछ ना मिले। एक ऐसी ही मान्‍यता है कि कुत्ते का रोना बुरा होता है। यानी कि अपशकुन। कहा जाता है कि कुत्ते का रोना मतलब आने वाले समय में किसी की मौत की पूर्व सूचना। जाहिर है ऐसी बात सुनकर तो कोई भी डर जाए।


ज्‍योतिष कहते हैं ‘आत्‍मा’ का है मामला :

वैसे, ज्योतिषों का यह मानना है कि कुत्ते सबसे ज्यादा तब रोते हैं, जब उनके आसपास कोई आत्मा होती है। यानी कि आत्‍मा जिसे कि normally लोग नहीं देख सकते, उसे देखकर कुत्ते रोने लगते हैं। इस कारण भी लोग अपने आसपास कुत्ते को रोता हुआ देख उसे भगाने लगते हैं।


विज्ञान और विशेषज्ञ मानते हैं यह बात :

मान्‍यताओं और ज्‍यो‍तष‍ियों से आगे अब आते हैं विज्ञान पर। पहली बात तो यह है कि कुत्ते रोते नहीं हैं। वो Howl करते हैं। HOWL एक तरह की प्रक्रिया होती है। जब कुत्ते अपने झुण्ड से अलग हो जाते है तो वो एक-दूसरे से COMMUNICATE करने के लिए HOWL करना शुरू कर देते है। जिससे एक कुत्ते का location दूसरे कुत्ते को पता चल पाए। और उनके HOWL करने के sounds अलग-अलग होते हैैं। जो सिर्फ कुत्ते ही समझ पाते है। असल में रात में ऐसी आवाज निकालकर वह सड़क या इलाके में दूर अपने दूसरे साथियों तक message पहुंचाते हैं। यह साथ‍ियों के लिए यह संदेश भी है कि वो कहां पर हैं। 


दर्द में साथ‍ियों को बुलाने का तरीका :

जाहिर है कुत्ते भी जीव हैं। लिहाजा, उन्‍हें भी चोट लगती है। दर्द होता है। शारीरिक परेशानी होती है। ऐसी स्‍थ‍िति में भी कुत्ते Howl करते हैं। इस तरह वह दूर कहीं अपने साथियों को अपने पास बुलाता है।


अकेलापन महसूस करने पर भी करते हैं Howl :

इंसान की तरह कुत्तों को भी अकेला रहना पसंद नहीं होता है। इसलिए जब कभी वह अकेला महसूस करते हैं तो अपने साथियों को बुलाने के लिए howl करते हैं।


आप को पूरा कारण बता दिया है। अब तक आप को भी समझ आ गया होगा कि जो डरता है, हर कोई उसे ही डरता है। 

तो अब से बेकार की मान्यताओं और ज्योतिषियों के झूठ में फंसे नहीं। 

अब से कुत्ते के Howl से डरें नहीं। हाँ उसके Howl से आप की नींद disturb हो रही है, तो बेशक आप उसे भगा दीजिए पर मारपीट कर नहीं, क्योंकि वो भी एक जीव है।

Sunday 14 November 2021

Poem : जब हम बच्चे थे

आज बाल दिवस में अपना बचपन याद आ गया, सोचा उसी पर लेखनी चलाई जाए....

जब इसे पढ़िएगा या सुनिएगा तो हर शब्द में डूब जाइएगा, हमें पूरा विश्वास है आप भी अपना बचपन इन चंद लम्हों में पुनः जी लेंगे...

तो चलिए बचपन की गलियों में, उन यादों में जो बहुत मीठी थी... उन दिनों से बढ़कर कोई दौलत नहीं है...


जब हम बच्चे थे



जब हम बच्चे थे,
बड़े अमीर हुआ करते थे।।

पानी में जहाज चलते थे हमारे,
आसमां में भी उड़ा करते थे।
ज़मीं से आसमां तक,
 राज्य किया करते थे।।

जब हम बच्चे थे
बड़े अमीर हुआ करते थे

गुल्लक ही हमारे बैंक होते थे,
100, 200 इकट्ठे हो जाए तो।
हम राजा हो जाया करते थे।।

जब हम बच्चे थे,
बड़े अमीर हुआ करते थे।।

दादी-नानी, बुआ चाची, मौसी मामी,
सारे ही तो हमारे घर हुआ करते थे।
पड़ोसी भी ग़ैर नहीं होते थे।।


जब हम बच्चे थे,
बड़े अमीर हुआ करते थे।।

भूखे होने भर से,
सबके, बस एक एक हिस्से से।
प्लेट भर लिया करते थे।।


जब हम बच्चे थे,
बड़े अमीर हुआ करते थे।।

एक दो के लिए नहीं तरसते थे, 
दोस्तों की पूरी फौज रखते थे।
खेल कूद, मस्ती दिन भर करते थे।।

जब हम बच्चे थे,
बड़े अमीर हुआ करते थे।।

तन्हाई, उदासी तो जानते ही नहीं थे,
दिन भर तितली सा उड़ा करते थे‌।
घर में कैद नहीं रहा करते थे।।

जब हम बच्चे थे,
बड़े अमीर हुआ करते थे।।

जब देखते थे टीवी,
बड़े भी साथ हुआ करते थे।
अकेले बैठ चैनल नहीं बदला करते थे।।

जब हम बच्चे थे,
बड़े अमीर हुआ करते थे।।


जब हम बच्चे थे,
बड़े अमीर हुआ करते थे।।





आप सभी को बालदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ 💐 
Happy children's day 🥳🎂🎁🎉🍕🍟🍫🍭🍿🍧🧁

Thursday 11 November 2021

Article : Bio secure bubble

Bio secure bubble 




आप सभी को पता है कि India T20 World Cup में semi final तक नहीं पहुंच पाई। साथ ही अपने सबसे बड़ी rivalry team Pakistan से भी हार गई। 

यह पहली बार हुआ है जब Pakistan से India इतनी बुरी तरह हारी हो। 

और इस हार का बहुत बड़ा कारण Bio secure bubble को बताया जा रहा है। 

COVID के चलते cricket players की safety के लिए उन्हें Bio secure bubble में रहना पड़ता है। 

पर यह आखिर Bio secure bubble क्या बला है? बहुत दिनों से यही सुन रहे हैं कि players, Bio secure bubble में रह रहे हैं।

तो चलिए आज आपको बता दें कि Bio secure bubble क्या होता है?

Bio secure bubble एक काल्पनिक क्षेत्र है जिसके अंदर रहने वाले लोगों का बाहरी दुनिया के लोगों से किसी भी तरह का संपर्क नहीं होता है। IPL और अन्य cricket match के लिए बनाए गए Bio secure bubble में cricketers के अलावा tournament से जुड़े सभी लोग शामिल थे उन्हें इससे बाहर निकलने की अनुमति नहीं थी। 


इस तरह बनाया जाता है Bio secure bubble :

यह खिलाड़ी जिस भी जगह जाते हैं जैसे stadium या hotel, वहां ऐसी जगह चुनी जाती है जहां bubble के बाहर किसी से आसानी से संपर्क न हो सके। 

खिलाड़ी इन चुनी हुई जगह के अलावा कहीं और नहीं जा सकते हैं। किसी भी series के शुरू होने से ख़त्म होने तक कोई भी खिलाड़ी इस bubble से बाहर नहीं जा सकता है। ऐसे में अगर किसी विशेष परिस्थिति में उन्हें बाहर जाने की अनुमति दी जाती है, तो bubble में लौटने से पहले उन्हें 7 दिन quarantine में रहना पड़ता है। उसके बाद corona test होता है और negative होने के बाद ही वह दोबारा से Bio secure bubble में रह सकते है।


BCCI ने Bio secure bubble में बनाए थे सख्त नियम :

बीसीसीआई ने Bio secure bubble को लेकर सख्त नियम भी बनाए थे। किसी भी वजह से अगर कोई भी खिलाड़ी या अन्य सदस्य Bio secure bubble तोड़ता है तो वो code of conduct का दोषी माना जाता है और उस पर कुछ मैचों का प्रतिबंध लगाया जाएगा। इसके साथ ही players की हर एक movement पर नजर रखने के लिए एक GPS tracking device लगाया जाता है। यह device हर एक player को अपनी कलाई पर पहननी होती है।

इससे पता चलता है कि कौन bio secure bubble के अंदर है और कौन बाहर जा रहा है। आपको बता दें कि 2020 के लिए UAE में tracking device और bio secure bubble की निगरानी Restrata नाम की professional company ने की थी।

इतने restrictions में रहने के कारण players, physically and mentally stressed थे, यही हार का कारण रहा।

पर इन players को जल्द ही इस तरह की situation में रहना सीखना होगा, नहीं तो इसी तरह से सारे cups, India की पहुंच से बाहर हो जाएंगे।

Wednesday 10 November 2021

Article : छठ पूजा

छठ पूजा


भारत त्यौहारों का देश है यहां पर सभी धर्मों के विभिन्न प्रकार के त्यौहार और उत्सव मनाए जाते हैं उन्हीं में से एक छठ पूजा है जो कि हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण त्यौहार है।

छठ पूजा हिन्दू धर्म का एक मुख्य पर्व है इस दिन भगवान सूर्य और छठ माता की पूजा की जाती है। छठ पूजा का पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को पड़ता है। यह प्रमुख रूप से बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश राज्य में मनाया जाता है।

छठ पूजा के दिन श्रद्धालु गंगा नदी के तट पर आकर पवित्र जल में स्नान करते हैं | 

छठ पूजा के त्यौहार का आयोजन चार दिन तक किया जाता है इन दिनों में अलग-अलग विधियों द्वारा इस त्यौहार को धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया जाता है।


प्रथम दिवस : 

छठ पूजा के पहले दिन घर की साफ-सफाई करके पवित्र किया जाता है इसके बाद छठव्रती स्नान करती हैं, शुद्ध शाकाहारी भोजन बनाती हैं, पहले दिन भोजन में चने की दाल, लौकी की सब्जी और रोटी का सेवन किया जाता है।

सर्वप्रथम भोजन व्रत करने वाली महिला द्वारा किया जाता है उसके बाद परिवार के अन्य सदस्य भोजन ग्रहण करते है। हिंदू calendar के अनुसार इस दिन कार्तिक शुक्ल चतुर्थी होती है और छठ पूजा के पहले दिन को “नहाय खाय”के नाम से भी जाना जाता है।


द्वितीय दिवस : 

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, छठ पूजा के दूसरे दिन छठ मैया की पूजा की जाती है और उनसे संतान प्राप्ति और दीर्घायु की कामना की जाती है। 

मान्यता है कि छठ के दूसरे दिन छठी मैया घर-घर आती हैं और अपना शुभ आशीष देती हैं। छठ मैया की वजह से ही इस पर्व का नाम छठ पड़ा है। 

छठ पूजा का दूसरा दिन कार्तिक शुक्ल पंचमी का होता है‌। इस दिन व्रती महिलाएं पूरे दिन उपवास करती हैं और शाम को डूबते सूर्य को अर्ध्य देती हैं। इसके बाद छठव्रती भोजन ग्रहण करती हैं।

इस दिन गुड़ की खीर, चावल का पीठा और घी चुपड़ी रोटी बनाई जाती है। त्यौहार को और आनंदमय बनाने के लिए आसपास के पड़ोसियों को भोजन पर आमंत्रित किया जाता है। छठ पूजा के दूसरे दिन को कुछ जगहों पर “लोहंडा” और कुछ पर “खरना” कहा जाता है।


तृतीय दिवस :

तीसरा दिन कार्तिक शुक्ल षष्ठी का होता है। यह सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है, इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती है, और शाम को अपने सामर्थ्य के अनुसार सात, ग्यारह, इक्कीस व इक्यावन प्रकार के फल-सब्जियों और अन्य पकवानों को बांस की डलिया में लेकर व्रती महिला के पति या फिर पुत्र नदी या तालाब के किनारे जाते है।

नदी और तालाब की तरफ जाते समय महिलाएं समूह में छठी माता के गीतों का गान करती है। नदी के किनारे पहुंचकर पंडित जी से महिलाएं पूजा करवाती है और कच्चे दूध का अर्ध्य डूबते हुए सूरज को अर्पण करती है।

इसके पश्चात नदी और तालाब के किनारे लगे हुए मेले का सभी आनंद उठाते है। यह देखने में बहुत ही सुंदर और रोचक लगता है, ऐसा लगता है कि मानो दीपावली का त्यौहार वापस लौट आया हो।

प्रसाद के रूप में इस दिन 'ठेकुआ' जिसे कुछ क्षेत्रों में 'टिकरी' भी कहते है और चावल के लड्डू, रोटी बनाई जाती है।


चतुर्थ दिवस :

चौथे दिन महिलाएं सुबह सूर्योदय से पहले उठ जाती हैं और उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देती हैं और छठी मैया की पूजा करती हैं।

इसके पश्चात व्रती महिलाएं कच्चे दूध का शरबत और प्रसाद खाकर अपना व्रत पूरा करती है जिसे “पारण” या “परना” कहा जाता है।

पौराणिक कथा व परंपरा के अनुसार आप को बताते हैं, कौन हैं छठ मैया?


पौराणिक कथा :

पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, छठ पूजा में होने वाली छठी मैया भगवान ब्रह्माजी की मानस पुत्री और सूर्यदेव की बहन हैं। इन्हीं मैया को प्रसन्न करने के लिए छठ पूजा का आयोजन किया जाता है। पुराणों के अनुसार, जब ब्रह्माजी सृष्टि की रचना कर रहे थे, तब उन्होंने अपने आपको दो भागों में बांट दिया था। ब्रह्माजी का दायां भाग पुरुष और बांया भाग प्रकृति के रूप में सामने आया। प्रकृति सृष्टि की अधिष्ठात्री देवी बनीं, जिनको प्रकृति देवी के नाम से जाना गया। प्रकृति देवी ने अपने आपको छह भागों में विभाजित कर दिया था और इस छठे अंश को मातृ देवी या देवसेना के रूप में जाना जाता है। प्रकृति के छठे अंश होने के कारण इनका एक नाम षष्ठी भी पड़ा, जिसे छठी मैया के नाम से जाना जाता है। बच्चे के जन्म होने के बाद छठवें दिन जिस माता की पूजा की जाती है, यह वही षष्ठी देवी हैं। षष्ठी देवी की आराधना करने पर बच्चे को आरोग्य, सफलता का आशीर्वाद मिलता है।

कैसे हुई, छठ पूजा की शुरुआत, आइए उसे भी बताते हैं...


छठ पूजा का आरंभ : 

पुराणों के अनुसार, मनु के पुत्र प्रियंवद की काफी समय से कोई संतान नहीं थी, जिसको लेकर वह काफी परेशान होने लगे थे। तब महर्षि कश्यप ने संतान प्राप्ति के लिए राजा प्रियंवद और उनकी पत्नी मालिनी से एक यज्ञ अनुष्ठान करने को कहा। महर्षि कश्यप की आज्ञा से राजा प्रियंवद और रानी मालिनी ने यज्ञ किया और जिसके परिणाम स्वरूप रानी मालिनी गर्भवती हो गईं। लेकिन दुर्भाग्य से उनका बच्चा गर्भ में मर गया। जिससे राजा और उनकी रानी काफी दुखी हुए। तभी राजा ने आसमान से उतरती हुई एक चमकते पत्थर पर बैठी एक देवी को देखा। 

राजा ने देवी से परिचय पूछा। तब देवी ने कहा कि हे राजन, मैं ब्रह्माजी की मानस पुत्री षष्ठी हूं और मैं ही सभी बच्चों की रक्षा भी करती हैं। मेरे ही आशीर्वाद से निसंतान स्त्रियों को संतान की प्राप्ति होती है। तुम मेरी पूजा करो और दूसरों को भी पूजा करने के लिए प्रेरित करो। तब राजा ने षष्ठी देवी की व्रत-पूजा किया, जिससे उनको पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। राजा प्रियंवद ने जिस दिन इस व्रत को रखा था, उस दिन कार्तिक मास की षष्ठी थी। तब से ही छठ के त्योहार की परंपरा शुरू हुई और संतान की रक्षा के लिए छठी मैया का व्रत किया जाने लगा।

Monday 8 November 2021

Rules and Regulations : Indian Railways Rules

आज से एक नया segment शुरू कर रहे हैं, जिसमें हम आपके साथ important and useful Rules and Regulations साझा करेंगे...


Indian Railways Rules




हमेशा से ही त्यौहारों के नज़दीक होने से Trains में reservation मिलना बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अगर आप को कहीं जाना बहुत जरूरी होता है तो आप पशोपेश में पड़ जाते हैं कि क्या किया जाए।

Agents को ज्यादा रुपए देकर आप current में tickets बनवाते हैं। 

आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि यदि आप को reservation नहीं मिलता है और आप किसी agent को भी नहीं जानते हैं।  

तो ऐसे में अगर आप बिना ticket, train  में सफ़र कर रहे हैं तो आप को कितने fine के साथ ticket मिल सकता है। 


For sleeper class : 

Sleeper class में यदि आप बिना ticket के जा रहे हैं तो TTE किराए के साथ 250 रुपए का fine लेकर आपके destination का ticket बना देगा। 

Shatabdi express : 

Shatabdi express में जितना टिकट है उतना ही fine लगाया जाता है। chair car का fine 910 रुपये है तो इतना fine  + destination तक का rent add करके ticket बना दिया जाएगा।


Third Ac. :

Third Ac में 430 रुपये का fine लगता है और train के rent के अनुसार टिकट बना दिया जाता है।


Second Ac. :

Second Ac. में 670 रुपये fine लगाया जाता है। Destination का rent और fine जोड़कर टिकट मिल जाता है।


First class coach : 

First class coach में fine 1120 रुपये के आसपास होता है, जबकि किराया अलग से देना होता है।

Some important points 

  • इसके लिए जरूरी है कि आप TTE को इसकी सूचना दें।
  • इन fines के साथ आपको journey करने को तो मिल जाएगी। पर seat आप को availability के according मिलेगी। 
  • आप जिस station से चढ़े हैं, उसका proof आप के पास होना चाहिए। वो उस दिन का railway का platform ticket हो सकता है, Bus का ticket हो सकता है, cinema hall का हो सकता है या इस तरह का कुछ भी। 

वैसे कभी बिना टिकट यात्रा नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह असम्मानजनक है और  दंडनीय भी।

फिर भी अगर आपको किसी कारण से बिना ticket यात्रा करनी पड़ रही हैं तो डरे नहीं बल्कि आगे बढ़ कर fine pay कर के ticket खरीदें और सम्मान से यात्रा करें।

Saturday 6 November 2021

Kids Story: पनीर का टुकड़ा

 पनीर का टुकड़ा


चंदन आज बहुत खुश था। भाईदूज में बुआ जी घर आ रही थीं। 

माँ पूरे घर की साफ-सफाई और सजावट में लगी हुई थी।

दुकान से उधार पर सामान लेकर आई थीं। घर, पकवानों की खुशबू से महक रहा था।

तभी माँ ने चंदन को आवाज लगाई...

चंदन, मेरे अच्छे बच्चे, ज़रा बगल की दुकान से पनीर ले आओ, तुम्हारी बुआ जी को पनीर बहुत पसंद है।

यह कहकर माँ ने तुड़ा-मुड़ा सा एक नोट पकड़ा दिया। और इसमें से 1 रुपया बचेंगे उससे तुम toffee ले लेना। 

चंदन बहुत खुश हो गया। एक तो माँ बहुत स्वादिष्ट पनीर बनाती थीं, दूसरा सालों बाद पनीर बना रही थीं, ऊपर से माँ ने 1 रुपया की toffee लेने को भी बोल दिया था।

चंदन मन ही मन सोच र में चुनावहा था कि आज तो बहुत ऐश होने वाली है।

माँ ने बहुत ही स्वादिष्ट पनीर भी बना लिया।

शाम को बुआ जी आ गयीं। उनके साथ फूफा जी, और उनके बच्चे, चीकू-पीकू व बुआ के देवर और ननद भी।

सबको देखकर चंदन मायूस हो गया। इतने सारे लोग, अब नहीं बचेगा माँ का बनाया tasty-tasty पनीर।

उसके मुंह में आया पानी, उसके मुंह में ही रह गया।

बुआ जी इतने सारे लोग को लेकर चली आई और साथ में लेकर चली आई, बस ½ kg बूंदी के लड्डू... 

खैर माँ-बाप के संस्कार ऐसे मिले थे कि चाह कर भी कुछ बोल ना सके।

सबका खाना लगा, सबके खाने लगने पर चंदन दौड़-दौड़ कर खाना परोसने लगा।

एक बार खींसे निपोरते हुए फूफा जी बोले भी, आजा चंदन तू भी बैठ जा।

वो बोला नहीं, मैं माँ के साथ खा लूंगा। बुआ जी बोलीं, रहने दो ना, खा लेगा बाद में उसका कौन कहीं जाना है।

बुआ जी सोच रही थीं कि अगर चंदन भी बैठ जाएगा तो परोसने की भाग-दौड़ उन्हें करनी पड़ेगी। और वो कामचोर ऐसी थीं कि भाई के घर आकर भी कभी एक हाथ नहीं हिलाती थीं।

भाभी को ही चक्करघिन्नी बना कर रखती थीं।

सबने खाना, खाना शुरू कर दिया।

धक्का-पेल सब पूड़ी पर पूड़ी उड़ाए पड़े थे। और बेचारा चंदन सब खत्म होते हुए देख रहा था। 

साथ ही सब खाने की बहुत तारीफ करते जा रहे थे। फूफा जी बोले, भाभी आप के द्वारा बनाया गया भोजन बहुत ही स्वादिष्ट होता है, पेट भर जाता है पर मन नहीं। मैं जब भी आता हूँ, ज्यादा ही खा जाता हूँ। यह कहकर उन्होंने 2 पूड़ी और ले लीं। 

और धीरे-धीरे, पनीर की सब्जी भी खत्म होती जा रही थी। बस दो टुकड़े ही तो बचे थे, कि फूफा जी के बेटे चीकू ने एक टुकड़ा जल्दी से अपनी plate में रखना चाहा। 

पर यह क्या, वो पनीर का टुकड़ा जमीन में गिर गया, फूफा बोले-क्या रे चीकू, ठीक से खा, अभी तेरी मामी और चंदन भी खाना खाने को रह गए हैं..

क्या है, आप तो हमेशा चीकू को डांटते रहते हैं। अरे कटोरे में कितनी सब्जी तो दोनों खा लेंगे। यह कहते हुए उन्होंने झूठ-मूठ का गुस्सा दिखाते हुए पनीर का आखिरी टुकड़ा भी चीकू के plate में रख दिया।

सब खाना खा कर जा चुके थे। सब्जी के कटोरों में लगी-पुछी सी सब्जी बची थी।

माँ ने चंदन से कहा, आजा मेरे राजा अब तू भी खाना खा ले।

चंदन ठुनकते हुए बोला, क्या खाऊं? 

खाली पूड़ी? 

पनीर की सब्जी में केवल जरा सा रसा बचा है, एक भी पनीर का टुकड़ा नहीं है।

सूखी mix veg से मुझे खाना नहीं खाना।

मेरा तो सारा पेट सबको खाना खिलाकर भर गया।

माँ रसोई में गई, एक plate में दो फूली पूड़ी और सब्जी लेकर आती हैं। अब भी खाना नहीं खाएगा?

माँ के हाथ में plate देखकर चंदन उछल पड़ा, माँ पनीर के चार-चार टुकड़े। यह कहाँ से आए?

क्यों मैं अपने लाडले का ध्यान नहीं रखूंगी?

चंदन माँ से चिपक गया, मेरी प्यारी माँ...

फिर वो माँ के हाथ से खाना खाने लगा, हमेशा की तरह कमाल का पनीर बना था। उसने माँ को भी अपने हाथ से खाना खिलाया....


भाईदूज पर्व पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ🎉💐💞

Thursday 4 November 2021

Poem : दोहे दीपावली वाले

दोहे दीपावली वाले




गणेश और लक्ष्मी की,

पूजा करे हर कोय।

जिस पल उनकी हो कृपा,

जन्म सफल तब होय।।


दीपावली है त्यौहार,

मातम नहीं है कोय।

इसलिए तो खुश होकर,

पटाखे फोड़े हर कोय।।


उनकी मत सुनिए जो,

पटाखों का करें विरोध।

वो फिर दीप जलने में,

करने लगेंगे अवरोध।।


दीप से दीप जलाकर,

रोशन हो संसार।

खरीदारी हो ऐसी,

ना हो कहीं अंधकार।।


कुम्हार राह देख रहा,

लेकर दीप हजार।

दीपक रोशन तुम करो,

खुश हो उसका संसार।


भड़भूजे वाला भी, ‌

रस्ता रहा निहार।

ले आना खील-बताशे,

उसका हो जाए त्यौहार।।


फूल वाले से लेकर फूल,

महका लेना, घर आंगन।

दीपावली में उसका भी,

घर सुख से हो जाए पावन।।


आप सभी का जीवन दीपक की तरह जगमगाता रहे, फूलों की तरह महकता रहे।।

आप सभी को दीपावली के पावन पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏🏻 🎆🧨🎇💐

Tuesday 2 November 2021

Stories - Devotional : धनतेरस पर्व का आरंभ व पावन कथा

धनतेरस पर्व का आरंभ व पावन कथा

हमेशा मन में यही सोचा करते थे कि धनतेरस का यह नाम क्यों पड़ा? आखिर धन और तेरस का आपस में क्या सम्बंध है? 

पर आज हमें अपने प्रश्न के उत्तर मिल गये, तो सोचा आज यही साझा करते हैं, जिससे सभी को ज्ञात हो सके कि धनतेरस का नाम करण कैसे हुआ। और साथ ही यह भी ज्ञात हो कि इसमें, धन्वन्तरि देव, कुबेर जी व लक्ष्मी माता की पूजा की जाती है।

आप सभी को धनतेरस पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ 💐 

🙏🏻❤️माता लक्ष्मी जी की कृपा हम सब बनी रहे ❤️🙏🏻


कार्तिक माह (पूर्णिमान्त) की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन समुद्र-मंथन के समय आज ही के दिन आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के जन्मदाता भगवान धन्वन्तरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे, इसलिए इस तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी के नाम से जाना जाता है। धन्वन्तरि जी को आयुर्वेद का पहला वैद्य माना जाता है।

‌‍ धन्वन्तरि को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। इनकी चार भुजाएं होती हैं। दो भुजाओं में शंख और चक्र धारण किये हुये हैं। शंख से सांस की बीमारियां दूर होती है और वातावरण शुद्ध होता है, जबकि दो अन्य भुजाओं मे से एक में जलूका और औषधि तथा दूसरे मे अमृत कलश लिये हुये हैं।

भारत सरकार ने धनतेरस को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।

धन के देवता कुबेर और मृत्यु के देवता यमराज की इस दिन पूजा करने का विधान है। उत्तर दिशा को कुबेर का स्थान माना जाता है। इस स्थान को जितना हो सके खाली रखें और सुबह पानी से धोकर साफ करें। फिर तांबे के बर्तन में गंगा जल लेकर उत्तर दिशा और तिजोरी में छिड़काव करें, इस उपाय से कुबेर के स्वागत की तैयारी होती है।

कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी

जैन आगम में धनतेरस को 'धन्य तेरस' या 'ध्यान तेरस' भी कहते हैं। भगवान महावीर इस दिन तीसरे और चौथे ध्यान में जाने के लिये योग निरोध के लिये चले गये थे। तीन दिन के ध्यान के बाद योग निरोध करते हुये दीपावली के दिन निर्वाण को प्राप्त हुये। तभी से यह दिन धन्य तेरस के नाम से प्रसिद्ध हुआ।

इस दिन को मनाने के पीछे धनवंतरी के जन्म लेने की कथा के अलावा, दूसरी कहानी भी प्रचलित है। 

कहा जाता है कि एक समय भगवान विष्णु मृत्युलोक में विचरण करने के लिए आ रहे थे तब लक्ष्मी जी ने भी उनसे साथ चलने का आग्रह किया।

तब विष्णु जी ने कहा कि यदि मैं जो बात कहूं तुम अगर वैसा ही मानो तो फिर चलो। तब लक्ष्मी जी उनकी बात मान गईं और भगवान विष्णु के साथ भू-मंडल पर आ गईं।

कुछ देर बाद एक जगह पर पहुंचकर भगवान विष्णु ने लक्ष्मी जी से कहा कि जब तक मैं न आऊं तुम यहां ठहरो। मैं दक्षिण दिशा की ओर जा रहा हूं, तुम उधर मत आना। विष्णुजी के जाने पर लक्ष्मी के मन में कौतूहल जागा कि आखिर दक्षिण दिशा में ऐसा क्या रहस्य है जो मुझे मना किया गया है और भगवान स्वयं चले गए।

लक्ष्मी जी से रहा न गया और जैसे ही भगवान आगे बढ़े लक्ष्मी भी पीछे-पीछे चल पड़ीं। कुछ ही आगे जाने पर उन्हें सरसों का एक खेत दिखाई दिया जिसमें खूब फूल लगे थे। सरसों की शोभा देखकर वह मंत्रमुग्ध हो गईं और फूल तोड़कर अपना श्रृंगार करने के बाद आगे बढ़ीं। आगे जाने पर एक गन्ने के खेत से लक्ष्मी जी गन्ने तोड़कर रस चूसने लगीं।

उसी क्षण विष्णु जी आए और यह देख लक्ष्मी जी पर नाराज होकर उन्हें शाप दे दिया कि मैंने तुम्हें इधर आने को मना किया था, पर तुम न मानी और किसान की चोरी का अपराध कर बैठी। अब तुम इस अपराध के जुर्म में इस किसान की 12 वर्ष तक सेवा करो। ऐसा कहकर भगवान उन्हें छोड़कर क्षीरसागर चले गए। तब लक्ष्मी जी उस गरीब किसान के घर रहने लगीं।

एक दिन लक्ष्मीजी ने उस किसान की पत्नी से कहा कि तुम स्नान कर पहले मेरी बनाई गई इस देवी लक्ष्मी का पूजन करो, फिर रसोई बनाना, तब तुम जो मांगोगी मिलेगा। किसान की पत्नी ने ऐसा ही किया।

पूजा के प्रभाव और लक्ष्मी की कृपा से किसान का घर दूसरे ही दिन से अन्न, धन, रत्न, स्वर्ण आदि से भर गया। लक्ष्मी ने किसान को धन-धान्य से पूर्ण कर दिया। किसान के 12 वर्ष बड़े आनंद से कट गए। फिर 12 वर्ष के बाद लक्ष्मीजी जाने के लिए तैयार हुईं।

विष्णुजी लक्ष्मीजी को लेने आए तो किसान ने उन्हें भेजने से इंकार कर दिया। तब भगवान ने किसान से कहा कि इन्हें कौन जाने देता है ,यह तो चंचला हैं, कहीं नहीं ठहरतीं। इनको बड़े-बड़े नहीं रोक सके। इनको मेरा शाप था इसलिए 12 वर्ष से तुम्हारी सेवा कर रही थीं। तुम्हारी 12 वर्ष सेवा का समय पूरा हो चुका है। किसान हठ पूर्वक बोला कि नहीं अब मैं लक्ष्मीजी को नहीं जाने दूंगा।

तब लक्ष्मीजी ने कहा कि हे किसान तुम मुझे रोकना चाहते हो तो जो मैं कहूं वैसा करो। कल तेरस है। तुम कल घर को लीप-पोत कर स्वच्छ करना। रात्रि में घी का दीपक जलाकर रखना और सायंकाल मेरा पूजन करना और एक तांबे के कलश में रुपए भरकर मेरे लिए रखना, मैं उस कलश में निवास करूंगी। किंतु पूजा के समय मैं तुम्हें दिखाई नहीं दूंगी।

इस एक दिन की पूजा से वर्ष भर मैं तुम्हारे घर से नहीं जाऊंगी। यह कहकर वह दीपकों के प्रकाश के साथ दसों दिशाओं में फैल गईं। अगले दिन किसान ने लक्ष्मीजी के कथा अनुसार पूजन किया। उसका घर धन-धान्य से पूर्ण हो गया। इसी वजह से हर वर्ष तेरस के दिन लक्ष्मीजी की पूजा होने लगी।

Monday 1 November 2021

Article : पांच दिवसीय दीपोत्सव के पूजा मुहूर्त

पांच दिवसीय दीपोत्सव के पूजा मुहूर्त




पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत दो नवंबर मंगलवार को धनतेरस से होगी और छह को यम द्वितीया तक उत्सव रहेगा। चतुष्ग्रही योग में दिवाली का पर्व चार नवंबर गुरुवार को उल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस दौरान लोग कुबेर और लक्ष्मी का पूजन-अर्चन कर सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। ग्रहीय योग धनतेरस और ज्योति पर्व दिवाली को और मंगलकारी बना रहा है।

धनतेरस पर स्थिर लग्न में पूजन और खरीदारी शुभ :

दीपोत्सव का शुभारंभ दो नवंबर मंगलवार से होगा। इस दिन धनतेरस और धन्वंतरि जयंती मनाई जाएगी। 

मंगलवार सुबह 8:35 बजे से बुधवार सुबह 7:14 बजे तक रहेगा। इस दिन स्थिर लग्न में लक्ष्मी का पूजन और खरीदारी करना शुभ फलदायक रहेगा।


खरीदारी व पूजन का शुभ मुहूर्त :

सुबह नौ बजे से दोपहर 1:30 बजे तक।

शाम 7:30 से रात 9:30 बजे तक।

रात में 10:30 से 1:30 बजे तक।


स्थिर लग्न में पूजन मुहूर्त :

कुंभ : दोपहर 1:26 से 2:57 बजे तक।

प्रदोष काल : शाम छह से 7:57 तक।

सिंह : 12:28 से 2:44 बजे तक।

शुभ चौघड़िया : रात 12:28 से 1:30 बजे तक। 


नरक चतुर्दशी, छोटी दिवाली व हनुमान जयंती :


छोटी दिवाली यानी नरक चतुर्दशी और हनुमान जयंती तीन नवंबर, बुधवार को मनाई जाएगी। इस दिन यम के निमित्त चतुर्मुख दीपदान करने का विधान है।


नरक चतुर्दशी 3 नवंबर 2021 बुधवार को 09 बजकर 2 मिनट से आरंभ होगी और 4 नवंबर 2021, गुरुवार को सुबह 06 बजकर 03 मिनट पर समाप्त होगी। दोपहर 01 बजकर 33 मिनट से 02 बजकर 17 मिनट तक विजय मुहूर्त रहेगा। पूजा पाठ के लिए यह सर्वश्रेष्ठ समय है।


दीपावली व लक्ष्मी पूजन का शुभ योग :

दीपोत्सव का मुख्य पर्व दिवाली चार नवंबर गुरुवार को मनाई जाएगी। पूर्वांचली के अनुसार अमावस्या तिथि गुरुवार को सूर्योदय के पूर्व सुबह 5:31 बजे शुरू हो जाएगी जो गुरुवार को ही रात में 3:32 बजे तक रहेगी। इस दिन चतुष्ग्रही योग बन रहा है। इसमें प्रदोष काल, चित्रा नक्षत्र और स्वाति नक्षत्र रात तक व्याप्त रहेगी। रात 12:42 बजे तक प्रीति योग और आयुष्मान योग रहेगा।

अन्नकूट व गोवर्धन पूजा :

दीपोत्सव के चौथे दिन पांच नवंबर यानी शुक्रवार को अन्नकूट और गोवर्धन पूजन पांच नवंबर को होगा। इस दिन कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा है। 

गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त- सुबह 7:59 से लेकर 10:47 तक होगा। - कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन सुबह शरीर पर तेल की मालिश करने के बाद ही स्नान करना चाहिए।


यम द्वितीया (भैया दूज) :

दीपोत्सव के अंतिम दिन छह नवंबर यानी शनिवार को यम द्वितीया (भैया दूज) का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन यमुना स्नान और दीपदान करना शुभ रहेगा।


भाई दूज शुभ मुहूर्त :

भाई दूज 06 नवंबर 2021 दिन शनिवार

भाईदूज पर तिलक का समय: दोपहर 01:10 मिनट से शाम 03:21 बजे तक रहेगा। 

तिलक अवधि: कुल मिलाकर 2 घंटा 11 मिनट की रहेगी। 

कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि आरंभ : 05 नवंबर 2021 दिन शुक्रवार को रात 11 बजकर 14 मिनट से। 

कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि समाप्त :  06 नवंबर 2021 दिन शनिवार को शाम 07 बजकर 44 मिनट पर।


चित्रगुप्त पूजा का मुहूर्त :

पूजा कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि की जाती है। इस तिथि को यम द्वितीया भी कहा जाता है। इस वर्ष किस तारीख को चित्रगुप्त महाराज की पूजा की जाएगी, जानते हैं।

 पंचांग के अनुसार 6 नवंबर 2021, शनिवार को कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है। इसी दिन भगवान चित्रगुप्त की पूजा की जाती है। इस दिन कलम और दवात की भी पूजा की जाती है। इस दिन बहीखातों की भी पूजा की जाती है। कार्तिक शुक्ल की द्वितीया तिथि को भाई दूज का भी मनाया जाता है।

भाईदूज पर्व के साथ ही चित्रगुप्त पूजा भी की जाती है- 

चित्रगुप्त पूजा का महत्व :

भगवान चित्रगुप्त को देवलोक धर्म अधिकारी भी कहा गया है। इसके साथ ही इनका संबंध लेखन कार्य से भी है। इसी कारण इस दिन कलम और दवात की भी पूजा की जाती है। भगवान चित्रगुप्त का वर्णन पद्य पुराण, स्कन्द पुराण, ब्रह्मपुराण, यमसंहिता व याज्ञवलक्य स्मृति सहित कई ग्रंथों में मिलता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार श्री चित्रगुप्त जी की उत्पत्ति सृष्टिकर्ता ब्रह्मा जी की काया से हुई है। वहीं एक अन्य कथा के अनुसार इनकी उत्पत्ति समुद्र मंथन से भी बताई जाती है। माना जाता है समुद्र मंथन से 14 रत्न प्राप्त हुए थे। जिसमें इनकी उत्पत्ति लक्ष्मी जी साथ हुई। श्री चित्रगुप्त जी ने ज्वालामुखी देवी, चण्डी देवी और महिषासुर मर्दिनी की पूजा और साधना की थी।


चित्रगुप्त पूजा तिथि :

पंचांग के अनुसार चित्रगुप्त जी की पूजा 6 नवंबर 2021, शनिवार के दिन की जाएगी।

चित्रगुप्त जी की पूजा का शुभ मुहूर्त : 6 नवंबर 2021, शनिवार को दोपहर 1:15 मिनट से शाम को 3:25 मिनट तक पूजा का शुभ मुहूर्त बना हुआ है।