Advay the Hero: Matches(part-2)
आखिर वो दिन भी आ गया, सारे parents ने decide किया
कि
बच्चों के उत्साह के लिए कुछ snacks प्लान कर लें। कोई popcorn, कोई cold drink, कोई chips, cake, biscuit ले आया।
Match शुरू हो गया, दूसरे apartment
ने toss जीता और batting चुनी।
Match वैसे ही start हुआ, जैसा सब को लग रहा था। दूसरे apartment के fours
and sixes लगने लगे, 2 over में 25 रन बन गए। अब बस 3 over और थे। advay की team sad होने लगी।
Advay ने mumma पापा की तरफ
देखा, तो advay की mumma उसके पास गयीं, और बोली, अभी तीन over
बाकी हैं, और तुम लोगों की batting भी।
ऐसे ही sad होगे, तो सचिन, धोनी जैसा कैसे खेलोगे। advay में दुगना जोश भर गया, उसने अपनी टीम में भी जोश भर दिया। धीरे- धीरे दूसरी टीम के player
out होने लगे, और उनका run rate भी down होने लगा, इससे advay
की team खुश होने लगी। 5 ओवर में 40 run
बन गए।
अब advay की team
की बारी थी, दूसरे apartment की टीम को पूरा यकीन था, advay की team इतना रन नहीं बना पाएगी। इसलिए उन्होंने
बहुत easy balling और बहुत बेकार fielding करनी शुरू कर दी। उन्हें नहीं पता था, कि advay
के team के player की batting बहुत strong थी।
Advay की team ने fours
and sixes लगाने start कर दिये, और match 4 over में ही जीत लिया। सबको match
में बहुत ही मज़ा आया।
अब तो हर दो चार महीने में कभी cricket, कभी football, कभी किसी और के matches plan होने लगा। साथ खेलते खेलते दोनों apartment के
बच्चों में अच्छी दोस्ती हो गयी। अब तो बिना match के भी सब
साथ ही खेलने लगे, क्योंकि सब जान चुके थे, मज़ा match का नहीं साथ का है।
Advay सबका best friend बन
गया था, क्योंकि उसके कारण ही सब एक साथ खेलने लगे थे।