आप सा कोई नहीं ( भाग -1) के आगे...
आप सा कोई नहीं ( भाग -2 )
एक हफ्ते में बिल्कुल अपनी जैसी कोई ढूंढ लाओगी, तो मिलवा दूंगा, बिल्कुल अपने जैसे से...
सच जीजा जी... एक हफ्ते क्या मैं दो दिन में ले आऊंगी...
बिल्कुल तुम्हारी जैसी होनी चाहिए, वो तुम से कम होनी चाहिए ना ज्यादा...
हां, हां, बिल्कुल मेरी जैसी होगी और हफ्ते भर में तो एक क्या तीन-चार मिल जाएंगी...
ठीक है, फिर एक हफ्ते में आता हूं।
फिर वरुण अपनी सास के पास गया और बोला, मम्मी जी, मैं एक हफ्ते बाद आऊंगा, आप मिठाई के साथ तैयार रहिएगा..
वरुण का confidence देखकर, रेखा बहुत खुश हो गई थी, वो जानती थी कि, वरुण ने अगर कोई बात बोल दी, तो वो पूरी होगी ही...
अगले दिन से ही टीना ने अपनी खोज शुरू कर दी..
एक हफ्ते, पलक झपकते निकल गये... वरुण अपने वादे अनुसार आ गया था।
ओए, टिन टिन्नी कहां हो? देखो मैं आ गया...
टीना, अपने जीजा जी की आवाज़ पर दौड़ी चली आई...
क्या हुआ, कितनी टीना मिली तुम्हें?
जी एक भी नहीं...
क्यों तुम्हें तो तीन-चार मिलने वाली थी...अब क्या हुआ, तुम्हें एक भी नहीं मिली?
अरे जीजा जी, मिली तो बहुत, पर बिल्कुल मेरी जैसी नहीं... कोई कम थी तो कोई ज्यादा...
कम या ज्यादा नहीं, बिल्कुल तुम्हारी जैसी..
वही तो है आप का.. थोड़ा कम ज्यादा चला लीजिए...
नहीं टीना.. तुम्हें बिल्कुल तुम्हारी जैसी कभी मिलेगी ही नहीं, क्योंकि कोई होगी ही नहीं।
यहां तक कि ना तुम्हारे जैसी तो ना तुम्हारी mirror images होगी ना ही तुम्हारी परछाई...
मेरे ख्याल से अब तुम्हें समझ आ गया होगा कि, किसी एक की तरह दूसरा कोई नहीं होता है। साथ ही यह भी कि, कोई complete भी नहीं होता है, सब में कुछ अच्छा तो, कुछ बुरा भी होता है।
किसी से comparison करने से अगर आप को कुछ मिलेगा तो केवल दुःख...
इसलिए कभी किसी का किसी से comparison नहीं करो, देखना ही है तो, उसके अंदर मौजूद कमी के साथ, उसकी खूबियां भी देखने की कोशिश करो...
तब तुम सही मायने में किसी को समझ सकोगी...
टीना समझ चुकी थी, कि किसी से किसी को नहीं मिलाया जा सकता, उसने माँ से कहा, अब आप जिससे बोलेंगी, उससे मैं शादी करने को तैयार हूं।
अगले दिन ही रेखा ने नंदनी को बोल दिया कि अपने बेटे रणबीर के साथ आ जाए।
रणबीर भी बहुत गोरा लंबा और गज़ब का smart था।
जब रणबीर और टीना आपस में मिले तो दोनों ने एक दूसरे को पसंद कर लिया।
रोका की रस्म अदायगी तभी हो गई, फिर छह महीने के अंदर चट मंगनी पट ब्याह सम्पन्न हो गया।
जब पग फेरे में टीना मायके आई तो अपने जीजा जी से बोली, thank you so much Jiju, अगर आप ने मुझे नहीं समझाया होता तो मुझे इतना अच्छा जीवन साथी और बहुत प्यार करने वाला ससुराल कभी ना मिलता...
मां बोली, सिर्फ टीना ही नहीं, मैं भी बहुत आपको बहुत धन्यवाद देना चाहती हूं, क्योंकि अगर आप ने टीना को नहीं समझाया होता तो, मुझे कभी सुकून नहीं मिलता....