कैसी होगी किस्मत ?
आजकल पेरिस में Olympic games चल रहे हैं, जिसमें भारत के खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी चल रहा है।
अब तक तीन bronze medal भारत की झोली में आ चुके हैं और बाकी खिलाड़ी, इस प्रयास में तन-मन से समर्पित हैं कि वो भी अपने बेहतरीन प्रदर्शन से भारत को सम्मानित करें।
इन खिलाड़ियों में भारत की विनेश फोगाट भी गई थी। और ना केवल वो गई, बल्कि उसके प्रदर्शन ने भारत को गौरवान्वित भी करना आरंभ कर दिया था।
अपने सभी प्रतिद्वंद्वियों को परास्त करते हुए, वो final match तक पहुंच गई थी।
एक रात पहले ही उसके doctor ने उसे weight ज्यादा होने की बात कही थी।
और उसने weight lose करने का भरसक प्रयास किया, जैसी meal skip की, blood donate किया, jogging की, cycling की, अपने बाल और नाखून काट दिए,यहां तक की पूरी रात आंखों में गुजार दी। एक पल के लिए भी नहीं सोई...
पर हाय रे किस्मत! यहां पहुंच कर वो काल के क्रूर हाथों का शिकार हो गई और महज़ 100 gm. के अतिरिक्त वजन के कारण disqualify कर दी गई।
इतनी मेहनत से उसे severe dehydration हो गया और उसे hospital में admit होना पड़ा।
उन्होंने कुछ समय की मांग भी की थी, पर United World Wrestling ने उसे खारिज कर दिया गया। जिसके चलते विनेश फोगाट को उससे replace कर दिया गया जो third place पर थी।
फोगाट अत्यंत दुखी हो गई और उसने disqualify होने के बाद पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, ‘माँ कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई। माफ करना, आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके है। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2021-2024। आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी।’
यह सब होना, फोगाट के साथ-साथ, भारत देश के लिए भी एक दुर्भाग्य है। क्योंकि फोगाट का final तक पहुंचना, इस बात की ओर इशारा था कि, gold or silver में से एक medal पक्का था।
अभी-अभी मिली सूचनाओं से यह पता चला है कि, फोगाट ने Court of Arbitration and Sports (CAS) में appeal की है, उसे silver medal दे दिया जाए...
पेरिस में आज दोपहर 2 बजे के करीब, Indian time के according शाम 5:30 से इस फैसला को लिए जाने की प्रक्रिया प्रारंभ होगी कि, विनेश फोगाट को silver medal दिया जाए या नहीं...
A. UWW के rules :
UWW के नियमों के मुताबिक अगर कोई athlete weight measurement process के मापदंड को पूरा करने में असफल रहता है तो उसे स्पर्धा से बाहर कर दिया जाता है और बिना rank के आखिरी स्थान पर रखा जाता है।
हम सब भारतीय यही चाहेंगे कि विनेश फोगाट को atleast silver medal अवश्य दिया जाए।
विनेश फोगाट, भारत के लिए कोई नया नाम नहीं है। वो गीता फोगाट और बबीता फोगाट की चचेरी बहन है।
Olympic games से पहले भी उसने भारत को कई बार सम्मानित किया है।
B. विनेश फोगाट का career:
2014 commonwealth games में विनेश फोगाट ने अपना पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता। उन्होंने gold medal जीता, तो ओलंपिक खेलों में कदम रखने के लिए आत्मविश्वास बढ़ा। फिर 2016 Rio Olympic के quarter final में जगह बना ली। हालांकि, उस दौरान वह medal जीतने से चूक गईं, लेकिन इसके बाद उन्होंने 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में gold medal हासिल किया।
नूर सुल्तान में पहला विश्व चैंपियनशिप पदक हासिल किया और इससे पहले एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में bronze medal जीतकर सभी को हैरान कर दिया। 2021 एशियाई चैंपियनशिप में अपना पहला gold medal जीता। टोक्यो ओलंपिक का हिस्सा बनीं। साथ ही राष्ट्रमंडल खेल 2022 में लगातार तीसरी बार gold medal अपने नाम किया है। विनेश फोगाट तीन राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं।
साथ ही Olympic games में wrestling में final तक पहुंचने वाली भी पहली खिलाड़ी है।
विनेश फोगाट के प्रदर्शन को सम्मानित किए जाने के लिए हम उन्हें सदैव याद रखेंगे, उनके बेहतरीन प्रदर्शन की सदैव सराहना की जाएगी।
साथ ही हम सब दिल से ईश्वर से यही प्रार्थना कर रहे हैं कि फैसला विनेश फोगाट के पक्ष में आए और उन्हें silver medal मिल जाए...
जिससे यह पल पूर्ण रूप से ना सही पर फिर भी विनेश फोगाट और हम सब भारतीयों के मन में मीठी याद बनकर रहे।
अब देखना है, क्या आता है फैसला? कैसी होगी किस्मत?...
विनेश फोगाट को एक grand salute के साथ यह article शेष करते हैं...
जय हिन्द, जय भारत 🇮🇳