आज भारत के रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के ब्रह्मलीन होने से सभी लोग पूर्णतः शोकाकुल हैं। उनकी राजनीतिज्ञ व साहित्यिक व्यक्तित्व को मेरा शत शत नमन व भावभीनी श्रद्धांजली
थे अटल वो ,थे गुरु वोजिन्हें मौत भी नालघु कर सकीद्वार पर खड़ी रही परउनकी मर्जी के बिनसाथ ना ले जा सकीवो भी थे भीष्म ही सरीखेथा मौत को बस में कियास्वतन्त्रता के पावन दिवस मेंध्वज को ना झुकने दियाना रुका है ना रुकेगाकोई इस जहान मेंज़िंदा केवल वो रहेगाजो रोशन हुआ हो अपने काम मेंकौन कहता हैं नहीं वोअब इस जहान मेंअपने अनुभव व ज्ञान सेसदा रहेंगे हिंदुस्तान मेंऐसे विश्वव्यापी अटल जी कोहै मेरा शत शत नमननाम उनका व्यापी रहेगाजब तलक है ये चमन
थे अटल वो ,थे गुरु वो
जिन्हें मौत भी ना
लघु कर सकी
द्वार पर खड़ी रही पर
उनकी मर्जी के बिन
साथ ना ले जा सकी
वो भी थे भीष्म ही सरीखे
था मौत को बस में किया
स्वतन्त्रता के पावन दिवस में
ध्वज को ना झुकने दिया
ना रुका है ना रुकेगा
कोई इस जहान में
ज़िंदा केवल वो रहेगा
जो रोशन हुआ हो अपने काम में
कौन कहता हैं नहीं वो
अब इस जहान में
अपने अनुभव व ज्ञान से
सदा रहेंगे हिंदुस्तान में
ऐसे विश्वव्यापी अटल जी को
है मेरा शत शत नमन
नाम उनका व्यापी रहेगा
जब तलक है ये चमन