Sunday, 15 June 2025

Poem : पिता भी हैं ज़रूरी

आज father's day है। एक दिन उसको समर्पित है, जिसका अस्तित्व होने से, जिसका साथ होने से जिंदगी पूर्ण हो जाती है। नये आयाम नयी सफलता लाती है।

Love you Papa 💞

पिता भी हैं ज़रूरी


संसार में आने के लिए,

माँ हैं ज़रूरी।

पर जीवन के लिए,

क्यों पिता हैं ज़रूरी?


माँ जननी हैं, 

तो जनक पिता हैं।

माँ प्रकृति हैं,

तो संस्कृति पिता हैं।


माँ सृष्टि हैं,

तो वृष्टि पिता हैं।

माँ निर्माता हैं,

तो संचालक पिता हैं।


दोनों का,

ही सानिध्य।

एक दूजे को,

अस्तित्व दिलाता है।


साथ हो दोनों,

तभी तो।

यह संसार,

संपूर्ण कहलाता है,


बिन माँ के, 

दुनिया है अधूरी।

पर पूर्णता के लिए,

पिता भी हैं ज़रूरी।


❤️ Happy Father's Day  ❤️ 

Saturday, 14 June 2025

Article : Ahmedabad Plane Crash

अहमदाबाद में हुए plane crash से हर कोई दहल गया है। एक ऐसी दुर्घटना जिसने अपनी चपेट में 265 लोगों को ले लिया। इसमें 241 departed विमान में सवार passengers और cruise members थे। साथ ही 5 MBBS के students, एक PG resident doctor, super specialist doctor की wife भी, मृत्यु को प्राप्त हो गये, जो Bj medical hostel में थे, जहां plane crash हुआ था।

Air India की Boeing 787 Dreamliner flight AI-171 ने गुरुवार दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद से लंदन के लिए takeoff किया था। इसमें 169 Indians, 53 Britishers, 7 Portugese और एक Canadian नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। दो मिनट बाद ही flight crash हो गई।

Ahmedabad Plane Crash


इनमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात थे। बाकी 12 crew members थे। मृतकों में गुजरात के former CM विजय रूपाणी भी शामिल हैं, जबकि सिर्फ एक यात्री विश्वास कुमार रमेश की जान बच पाई है।

Flight Ahmedabad to Britain थी। एक ऐसी flight, जिससे जाने के लिए लोगों ने न जाने कितने सपने संजोए थे।

कोई अपनी पत्नी और बेटी से मिलने जा रहा था, तो कोई अपने साजन से, अपने विवाहित जीवन को साकार करने, तो कोई अकेले जीवन काट-काटकर थक चुका था तो अपने परिवार को साथ लेकर जा रहा था जीवन सार्थक करने, कोई अपने जीवन साथी के साथ एक सुकून की यात्रा में जा रहे थे, तो कुछ crew members अपनी पहली International flight मिलने के कारण excited थे। ऐसे ही न जाने कितने सपने जुड़े हुए थे, इस flight के साथ...

इस plan में बैठे हुए सपनों के यात्रियों के अलावा कुछ और लोग भी थे, जो इस से न जुड़े हुए होने के बावजूद भी इस दुर्घटना से जुड़ गए थे।

और वो लोग थे, B.J. medical boys hostel के students...

सपने उनके भी थे, सफल doctors बनने के। पर, उनका इस flight से कोई मतलब नहीं था।‌ 

दूर-दूर तक किसी ने सोचा नहीं था कि इनका आपस में कोई संबंध होगा।

पर होनी ऐसी प्रबल थी, जिसने दोनों को मिला दिया।  

Flight जब takeoff हुई तो सब perfect था। मौसम, समय और flight pilot सुमित... सुमित बहुत ही trained and confident pilot था। उन्हें 8200 घंटों का experience था।

उसने खुद भी नहीं सोचा था कि यह उसकी last flight है, और वो भी सिर्फ 35 seconds की...

आजकल अहमदाबाद लंदन flight crash की चर्चा हर ओर हो रही है। पर जिनके अपने चले गए, वो कभी लौट कर नहीं आएंगे। उनकी रह जाएंगी केवल यादें...

हालांकि भारत सरकार ने अपनी तरफ़ से हर संभव प्रयास आरंभ कर दिए हैं, कि इस घटना से जितने लोग को बचाया जा सके, बचा लें, जिसके चलते 45 medical students को बचाया गया है। 

प्रधानमंत्री मोदी जी और गृहमंत्री अमित शाह जी स्थिति का जायजा लेने पहुंचे, साथ ही घायलों और मृतकों के परिवार वालों से मिले।

Tata group, जिनकी Air India पर ownership है, उन्होंने अब साफ कर दिया है कि एक करोड़ रुपये की सहायता राशि हर उस व्यक्ति के परिजनों को दी जाएगी, जिसने इस हादसे में अपनी जान गंवाई है। यानी सहायता राशि पाने के हकदार उन 24 लोगों के परिवार भी होंगे, जो विमान में सवार नहीं थे लेकिन इस हादसे में उनकी जान गई है। इनमें पांच MBBS के students, एक PG resident doctor और super-specialist doctor की wife भी शामिल हैं। हालांकि, ऐसे मृतकों के संबंध में अभी अधिक जानकारी सामने नहीं आई है, जो विमान में सवार नहीं थे।

Tata group ने यह भी स्पष्ट किया है कि हादसे में घायल हुए सभी लोगों के इलाज का खर्च वहन करने के साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उनको पूरा सहयोग और जरूरी देखभाल मिले। हम Bj medical college के hostel की building के reconstruction में भी सहायता करेंगे।

इस flight crash ने जीवन की उस सच्चाई को एक बार फिर से उजागर कर दिया, कि “कल क्या होगा, किस को पता, अभी ज़िंदगी का ले लो मज़ा।”

या

न जाने कब जिंदगी की शाम हो जाए, न जाने कब जिंदगी तमाम हो जाए, सपने सजा लो जितने भी, होगा वही जो सोचा हो उसका ही...

तब किया क्या जाए?

इतना ही, कि अपने बड़ों की खूब सेवा करें, क्योंकि उनका आशीर्वाद ही हमें जिंदगी के सभी सुख प्रदान करते हुए पूर्णतः सुरक्षित रख सकता है।

हे ईश्वर, उन सभी मृतकों की आत्मा को शांति प्रदान करें, परिवार वालों को सहनशक्ति प्रदान करें और हम सब लोगों को सुरक्षित रखें ।

ईश्वर की कृपा सब पर बनी रहे 🙏🏻 🙏🏻 

Thursday, 12 June 2025

Article : Would be 3rd Position

बहुत से लोगों का कहना है कि मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने से क्या? वो कर क्या रहे हैं।

तो वो कर क्या रहे हैं, यह तो उन्होंने खुद बताया है।

“विकसित भारत, अब उससे कुछ कम नहीं।”

उन्होंने कहा था कि भारत की economy 2025 तक 4 trillion dollars तक ले जाएंगे और उसे विश्व की चौथी अर्थव्यवस्था बनाएंगे।

इस बीच आतंकवादी हमला और पाकिस्तान से एक छोटे से युद्ध के बावजूद, भारत अर्थव्यवस्था में 4th position पर पहुंच ही गया।

जो देश प्रेमी हैं, वो तो बहुत खुश हुए होंगे, पर उससे अलग लोगों में से कुछ लोगों ने इसे कोई तवज्जो नहीं दी होगी, तो कुछ के तो सीने पर सांप लोट गया होगा। 

पर जो देश भक्त होंगे, उन्हें दिख रहा होगा कि वो दिन दूर नहीं जब भारत 3rd position पर भी जल्दी ही पहुंच जाएगा।

ऐसे कैसे?

Would be 3rd Position


तो जरा देखिए :

अमेरिका approx 30 trillion dollars के साथ 1st position पर, चीन approx 19 trillion dollars के साथ 2nd position पर, जर्मनी 4.744 trillion dollars के साथ 3rd position पर, और भारत 4.187 trillion dollars के साथ 4th position पर है।

आपको पता है देश के इतनी तेजी से आगे बढ़ने का कारण क्या है?

इसका कारण है make in India, strong defence system and digital India...

यह तीनों ही कारण हैं, जिससे देश इतनी तेजी से आगे बढ़ रहा है कि अमेरिका और चीन जैसे बड़े-बड़े देश, सब हैरान हैं...

हालांकि बात चाहे make in India की रही हो, देश की सुरक्षा व्यवस्था की या digital India की, विपक्ष और देश विरोधियों ने हमेशा मजाक उड़ाया, इनका implementation नामुमकिन है, ऐसा कहकर हतोत्साहित भी किया गया।

पर डटी रही भारत सरकार, नामुमकिन को मुमकिन करने में।

और कर भी दिखाया, और इस राह पर आगे ही आगे बढ़ते जा रहे हैं।

अगर किसी भी देश ने यह संभव कर दिखाया, तो उसे number 1 बनने से कोई नहीं रोक सकता है।

Make in India and strong defence तो समझ आता है, पर digital India क्यों जरूरी है??

जब जमाना AI का है, तो smart भी बनना पड़ेगा, उसके कारण ही digital... 

पर साथ ही एक कारण और है digital India का...

UPI का बढ़ता प्रयोग।

आजकल बड़े-बड़े लोगों से लेकर हर छोटे-बड़े दुकानदार, सब्जी वाले, दूध वाले, रिक्शा, ठेले-ढकेले वाले, सब के पास UPI है।

इस UPI ने भी 4th position लाने में बहुत योगदान दिया है।

साथ ही साथ UPI भारत में unity और integrity को दर्शाता है। किसी भी religion, place of birth या economic status का इंसान इसे use कर सकता है, वो भी बिल्कुल free, जो India को सशक्त बनाने में help कर रहा है।

Free of cost service के कारण बाकी देश भी इसकी ओर अपना interest दिखा रहे हैं। 

अगर किसी देश को विश्व में सर्वोच्च स्थान पर रहना है, तो उसकी currency का worldwide usage भी देश-विदेश में होना चाहिए। USD ($) एक international currency है, इसलिए USA एक super power है।

UPI के कारण हमारे देश की currency INR (₹) भी international currency बनने जा रही है।

यही कारण है कि अमेरिका और चीन भारत के बढ़ते कद से डर भी रहे हैं और चिढ़ भी रहें हैं।

और जिस तरह से भारत ऊंची से ऊंची छलांग लगा रहा है, तो वो दिन भी दूर नहीं जब भारत तीसरे स्थान पर तो क्या प्रथम स्थान पर पहुंच जाएगा।

हर field में भारत बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है, फिर चाहे defence system हो, technology हो, invention हो, intelligence हो, sports हो, economy हो, trade हो, infrastructure हो, agriculture हो...

जिस सरकार का vision इतना अच्छा है, वो सफलताओं के नित नए आयाम स्थापित करेगी ही...

तो जनाब, अपनी कुर्सी की पेटी बांध लीजिए, क्योंकि भारत supersonic रफ़्तार से उड़ने की तैयारी में है।

और हम सब साक्षी होंगे, भारत के स्वर्ण काल में पहुंचने के...

उस खूबसूरत, सशक्त और सुदृढ़ देश के, जहां हर कोई आना चाहेगा।

शायद फिर प्रतिभा पलायन न हो, हमारे youths को भारत में ही अपना भविष्य नजर आने लगे।

शायद बच्चे और मां-पापा हमेशा साथ-साथ रहें, एक दूसरे से दूर-दूर नहीं...

पर यह शायद हकीकत तब बनेगा, जब देश सही हाथों में बरकरार रहे और हम सब देशवासी अपना‌ कर्तव्य सही से समझें। अपनी जिम्मेदारी और अपने काम को सुचारू रूप से करें।

यह न देखें कि हम पर काम कितना पड़ रहा है, यह न देखें कि हमारी छुट्टियां कितनी कट गई...

क्योंकि जब हमें उन्नत देश चाहिए, तब मेहनत तो सबको ही करनी पड़ेगी।

तो क्या कहते हैं? करेंगे न? वो भी खुशी-खुशी...

उज्जवल देश होगा, तो भविष्य सुरक्षित रहेगा और हमारे बच्चे खुश...

तो एक बार अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर देश को सुरक्षित और समृद्धशाली बनाएं, जिससे भारत तीसरे या दूसरे स्थान पर नहीं, बल्कि पहले स्थान पर पहुंच जाए।

जय हिन्द, जय भारत 🇮🇳