How to have sufficient breast milk for your kid
आज कल एक problem बहुत common होती जा रही है कि, babies को proper breast feeding नहीं मिल रही है।
जिसका main reason, यह है कि, दूध sufficient नहीं बन रहा है।
जिससे माँ और बच्चा दोनों ही परेशान हो रहे हैं। यहाँ तक कि, इस problem के बारे में लोग doctors से भी consult कर रहे हैं।
इस problem, पर हम से हमारे बहुत से viewers ने suggestions मांगे हैं, कि Ma'am, इस problem को भी solve कर दीजिए।
तो आज इस topic पर ही tip डाल रहे हैं, यह सिर्फ मेरा opinion नहीं है, बल्कि experts and doctors भी यही advice कर रहे हैं।
मातृत्व (Mother hood) ईश्वर के द्वारा, संसार को दिया हुआ सबसे बड़ा आशीर्वाद (blessing) है।
पर आज हम लोगों के पास, इतना समय ही नहीं रहता है कि हम उन पलों को जी सकें और ईश्वर को इसके लिए धन्यवाद दे सकें।
बस यही वजह है कि breast milk की कमी होने की।
आप कहेंगे, इसका क्या मतलब? तो आज आपको यही बता रहे हैं।
Breast milk production, का सीधा, सीधा relation, इस बात पर depend करता है कि आप अपने बच्चे से कितना emotionally and mentally जुड़े हुए हैं। अपने baby को कितना time दे रहे हैं।
Means in short,आपको अपने baby पर कितना लाड़-प्यार आता है।
आप कहेंगे कि कैसी बात कर रही हैं, कौन अपने baby को प्यार नहीं करता है।
करते हैं, सब करते हैं, पर कुछ कमी रह जा रही है। आज वो कैसे पूरी हो, आप को बताते हैं।
1 आप अपने बच्चे को खूब देखें। उसकी सुंदर सुंदर आंखें, छोटी सी नाक, गोल-मटोल गाल, गुलाबी होंठ, कोमल कोमल हाथ और उंगलियों की छुअन और नन्हें नन्हें पैरों से उसका हल्के से मारना, उसकी अंगड़ाई, उसकी सोते-जागते मीठी मीठी मुस्कुराहट, चंचल शरारत....... और भी बहुत कुछ......
यह सब आप को अपने बच्चे से बहुत गहरे से जोड़ देगा।
याद रखिएगा, बच्चे को बहुत देखने से, उसके बारे में बहुत सोचने से आप की उससे bonding बढ़ती है, नज़र नहीं लगती है।
वैसे भी माँ से बढ़कर, बच्चे का हित, कोई और नहीं सोच सकता है, तो माँ की कभी बच्चे को नज़र नहीं लग सकती है। माँ से बच्चे का कभी भी किसी भी तरह का कोई अहित नहीं हो सकता है।
तो कोई अगर आप से नज़र, अहित, आदि, जैसी बात करे, तो उसे नकार कर अपने बच्चे से bonding बढ़ाएं, क्योंकि वो ही आप के बच्चे और आप के लिए, सबसे ज्यादा important है।
2 आप के बच्चे की मालिश दादी, नानी करती हों, या आप ने किसी को लगाया हो, पर दिन में कम से कम एक बार आप भी मालिश जरुर करें। चाहे आप को नहीं भी आती हो, पूरे शरीर पर हाथ तो फिरा ही सकती हैं।
इसके दो फायदे हैं, एक तो माँ के हाथ का स्पर्श पाकर, बच्चा हष्ट-पुष्ट होता है।
दूसरा मालिश करने से आप का उसके नन्हें शरीर को स्पर्श करने से मातृत्व भी बढ़ता है, तो in short माँ और बच्चे में अच्छी bonding बनती है।
3. कभी कभी बच्चे को नहला भी सकती हैं। नहाते हुए बच्चा बहुत सुन्दर लगता है, क्योंकि नहाने से freshness आती है, तो उस समय बच्चा सबसे ज्यादा खुश रहता है। अगर आप नहला नहीं पाती हैं तो उसे नहाते हुए निहार तो सकती ही हैं।
4. अपना थोड़ा समय बच्चे के साथ खेलने और मस्ती के लिए निकालें, जो आप दोनों की health improve करेगा।
5. हाँ, एक बात का ध्यान रखिएगा कि बच्चा जो भी हो, बेटा या बेटी, गोरा या सांवला-सलोना। आप के लाड़ प्यार का हक रखता है, क्योंकि वो आप का है, यह ही सबसे बड़ी सच्चाई है।
यह तो हुआ बच्चे से mantally and emotionally attached होने की बात।
अब थोड़ा Diet पर भी ध्यान दें देते हैं।
1. Protein rich foods खाएं, जैसे दालें, चना, मूंगफली, paneer, nuttri nuggets(सोया बड़ी) etc, बहुत useful होते हैं।
2. Green vegetables, mainly हरे साग खाएं।
3. Diet में calcium rich foods भी रखें, means milk, paneer, curd, egg, etc.
4. Diet में Fibre भी जरुर से शामिल रखें, इससे digestion भी अच्छा रहता है और milk की quantity भी increase होती है।
इन सब बातों का ध्यान रखिए और मातृत्व का सुख लीजिए। क्योंकि यह जिन्दगी के सबसे हसीन पल हैं, यह फिर नहीं आएंगे।
साथ ही यह सही ढंग से नहीं व्यतीत हुए, तो इससे होने वाली परेशानियाँ सारी जिंदगी कष्ट पहुंचाएंगी।
डिस्क्लेमर: यह tip केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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