Sunday, 3 August 2025

Poem : हमारा सच्चा यार

आप सभी को मित्रता दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएँ 💞💐

आज की यह कविता अद्वय के मन के उद्गार हैं, आइए देखते हैं कि आज कल के बच्चे क्या सोचते हैं, दोस्त के लिए...

इसका आनन्द लीजिए और अगर आप को पसंद आए तो कृपया उसे प्रोत्साहित अवश्य कीजियेगा 🙏🏻

हमारा सच्चा यार



जिसके लिए मायने नहीं रखता,

क्या सोचता है संसार।

वही व्यक्ति तो है,

हमारा सच्चा यार।।


जो बन जाता है हमारे,

जीवन जीने का आधार।

वही मनुष्य तो है,

हमारा सच्चा यार।।


जिसकी मौजूदगी से आए,

हमारे जीवन में बहार।

वही मानव तो है,

हमारा सच्चा यार।।


जिससे साझा कर सकें,

हम अपने सभी विचार।

वही इंसान तो है,

हमारा सच्चा यार।। 

4 comments:

  1. प्रिय advai को बहुत बहुत बधाई 🌹🌹 संवेदनशील पंक्तियाँ ...👌 जस माँ तस पुत्र....
    यूँ ही लिखते रहो बाबू..😘😘

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    1. आपके द्वारा की गई सराहना के लिए अनेकानेक आभार 🙏🏻

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  2. Very very nice and touching...way to go Advay... keep writing ..God bless

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    Replies
    1. Thank you so much for your appreciation and blessings 🙏🏻

      Delete

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