Monday, 4 August 2025

Article : Life in Metros 1 (Delhi vs Mumbai)

आज कल एक प्रश्न हमारे ईर्द-गिर्द चल रहा है कि दिल्ली, मुंबई कौन है बेहतर?

इस बात को शुरू करने से पहले तो यह कहना चाहेंगे कि जिस व्यक्ति का जन्म जहां हुआ होता है या जिस शहर के आसपास हुआ होता है, या उसके सपने क्या पाने के हैं, उस पर निर्भर करता है, कि उसे कौन सा शहर ज्यादा बेहतर लगेगा।

वैसे भारत का हर शहर बेहतर है, कमी और अच्छाई सबमें है। 

अब बात उसकी करते हैं, जिसकी चर्चा कर रहे हैं। दोनों ही metro cities है, हर बात में बाकी शहरों से बेहतर हैं।

तो हर मुद्दे को मद्देनजर रखते हुए बात आगे बढ़ाते हैं।

Life in Metros 1 (Delhi vs Mumbai)


हम एक आम इंसान की जरूरत को लेते हुए बात करेंगे।

तो किसी की भी मूलभूत आवश्यकता होती है रोटी-कपड़ा, मकान, शिक्षा और स्वास्थ्य...

दूसरे शब्दों में महंगाई कहां कितनी है?


1) Clothes :

इसमें से कपड़ा तो लगभग हर दूसरे शहर में एक-दूसरी जगह से export-import होता रहता है तो यह तो आपकी choice पर depend करता है कि आप कितने branded और कितने local कपड़े पहनते हैं, more or less बराबर ही दाम के कपड़े मिल जाते हैं दोनों शहरों में।


2) Food :

अगर आप vegetarian है तो बता दे कि सब्जियां मुंबई में ज्यादा महंगी हैं, साथ ही अगर U.P., M.P., Delhi वाले हैं तो यहां पर मिलने वाली बहुत-सी सब्जियां ऐसी होंगी जो शायद वहाँ नहीं भी मिलेगी। पर जो सब्जियां मुंबई या अन्य प्रांतों की है, वो आपको दिल्ली की बड़ी मंडी में देखने को मिल सकती हैं, हां एकदम local शायद थोड़ी न भी मिले।

अब अगर आप non vegetarian हैं तो depends की आप को क्या ज्यादा पसंद है, fish or meat... Fish undoubtedly मुंबई में ज्यादा varities की और सस्ती मिलेगी।

बाकी राशन more or less same है, जिसका एक कारण online shopping का चलन भी है।


3) Residence :

मकान आपको किराए पर लेना हो या खरीदना हो, दोनों ही सूरत में घर मुंबई में महंगे हैं। और एक बात है कि दिल्ली plain area में है और मुंबई पहाड़ों को काटकर और समुद्र को पाट कर बनाया गया है। तो मुंबई के पास ज़मीनी जगह कम है। 

दिल्ली का कुल क्षेत्रफल 1484 km² है, जबकि मुंबई का केवल 550 km² है।

इस ही कारण से वहाँ घर महंगे भी हैं और उन्हें timely redevelopment की जरूरत भी होती है।

अतः मुंबई में घर, office, hotel, हर एक का size comparatively छोटा है, means size ½ और price 1½ गुना...

इस कारण से मुंबई में खरीदे हुए घरों की EMI भरते-भरते उम्र निकल जाती है, और किराया चुकाते-चुकते जेबें ढीली हो जाती हैं। ऐसा नहीं है कि दिल्ली में घर बहुत सस्ते हैं, पर मुंबई के comparison में सस्ते हैं।


4) Education :

Education के point of view से देखेंगे तो education and exposure दिल्ली में ज्यादा है। और अगर fees का comparison देखेंगे तो normal schools की fees मुंबई में ज्यादा है। 

हां ज्यादा महंगे school देखने चलेंगे तो आप को दिल्ली में भी एक से एक महंगे school मिल जाएंगे।

अगर आप को medical, engineering, UPSC, management, etc. की education देखनी है तो Delhi is the best, पर अगर आपको कला से जुड़ी education चाहिए, जैसे art, drama, media, etc. तो मुंबई ज्यादा बेहतर है।

ऐसा नहीं है कि मुंबई में medical, engineering, UPSC and mangement की education नहीं है या दिल्ली में art, drama, media etc नहीं है। पर हर शहर कुछ खास field में ज्यादा बेहतर होता है, बस वही कहा है।


5) Medical Facilities :

फिर वही बात कि दोनों metropolitan cities है तो दोनों ही जगह भरपूर medical facilities है।


6) Weather :

Delhi का weather dry है जबकि मुंबई का humid..

इस कारण से दिल्ली में ठंड और गर्मी भयंकर पड़ती है, और बरसात, मुंबई के मुकाबले कम होती है। जबकि मुंबई में आए दिन बरसात होती रहती है, अतः throughout the year temperature काफी कुछ same रहता है।

पर humid weather के कारण चिपचिपाहट बहुत ज्यादा होती है, पसीना सूखना मुश्किल होता है, तो AC की requirement लगभग पूरे साल रहती है। जबकि दिल्ली में ठंड के दिनों में AC बंद हो जाते हैं पर geyser and heater चलना शुरू हो जाते हैं, मतलब बिजली का खर्च लगभग एक जैसा...

मुंबई में आए दिन बरसात और समुद्र के कारण, humid weather रहता है, जिसके कारण सामान का रख-रखाव ज्यादा करना पड़ता है, सामान के खराब होने, फफूंदी लगने, दीमक लगने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है। 

जबकि dry weather के कारण दिल्ली में सामान का रखरखाव कम करना पड़ता है।

बाकी सामान की care तो करनी ही चाहिए। अच्छी care सामान की shelf life बढ़ा देता है।


7) Pollution :

Traffic and population दोनों ही दोनों शहरों में लगभग बराबर ही है।

फिर भी pollution undoubtedly मुंबई में कम है, कारण समुद्र की मौजूदगी... Water body की मौजूदगी pollution को purify करने का काम करती है।

दूसरा दिल्ली में plastic का usage बहुत ज्यादा होता है और treatment कम।नतीजन दिल्ली में ज्यादा pollution होनी की एक बहुत बड़ी वजह कूड़े का पहाड़ और हद से ज्यादा गंदी‌ और संकरी हो चुकी यमुना जी भी हैं।


8) Traffic :

Traffic दोनों ही जगह ज्यादा है, पर traffic jams मुंबई में ज्यादा होता है, कारण दिल्ली की सड़कें चौड़ी ज्यादा है तो jams, comparatively मुंबई से कम देर के लिए लगते हैं। 

चाहे कोई भी शहर हो, water logging होने से jams ज्यादा होता है। फिर चाहे दिल्ली हो या मुंबई...

मुंबई में बारिश और समुद्र की वजह से water logging ज्यादा होती है।


9) Language : 

India में चार metro cities हैं, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई...

मुंबई में मराठी, कोलकाता में बंगाली, चेन्नई में तामिल भाषा को पाठ्यक्रम में जरूर से शामिल रखा जाता है, चाहे आपका मन हो या न हो आपको पढ़ना ही होगा। साथ ही वहां के locals भी चाहते हैं कि आप उनकी regional language सीखें।

जबकि कम से कम metropolitan cities में ऐसा नहीं होना चाहिए। सभी cities India की हैं और अगर कोई हिन्दी भाषा बोलता है तो उसके साथ पराएपन का व्यवहार बिल्कुल नहीं होना चाहिए।

पर दिल्ली में आपको किसी भी भाषा को सिखाने के लिए बाध्य नहीं किया जाता है। जबकि दिल्ली में भी पंजाबी लोगों की अधिकता है। 

Course में हिंदी और अंग्रेजी भाषा के अलावा संस्कृत, उर्दू, पंजाबी, बांग्ला, तेलुगु, तामिल, गढ़वाली, foreign language आदि है। पर पढ़ने के लिए कोई बाध्यता नहीं है। आप अपनी पसंद के अनुसार कोई भी भाषा पढ़ने के लिए चुन सकते हैं।

भारत का दुर्भाग्य है कि English language को सर्वोपरि माना जाता है, उसके बाद अन्य भाषाएं आती हैं, जबकि सबसे पहला स्थान हिन्दी भाषा को मिलना चाहिए।

हिन्दी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली आदि की भाषा नहीं है, बल्कि वहां की भी अवधी, ब्रज, भोजपुरी, खड़ी बोली, बुंदेली, बघेली, मालवी, निमाड़ी, पंजाबी आदि भाषाएं हैं। पर हिन्दी को मान केवल उ.प्र., म.प्र. और दिल्ली में ही मिलता है, उतना तो नहीं जितना मिलना चाहिए, दूसरी भाषा के रूप में ही सही, पर बाकी पूरे भारत में हिन्दी भाषा को दूसरी नहीं बल्कि तीसरी भाषा के रूप में या किसी भी तरह का सम्मान नहीं...

आपने दोनों शहरों में अंतर देख लिया, कौन सा बेहतर है, यह सबकी अपनी-अपनी सोच है, लेकिन कुछ बात तो है, जो दिल्ली भारत का दिल है और हमारा भी...

Love you Delhi 💞