Sunday 25 December 2022

India's Heritage : तुलसी पूजन दिवस

तुलसी पूजन दिवस 


सदियों से हम 25 December में Christmas festival को celebrate करते आ रहे हैं।

इसके पीछे बहुत बड़ा कारण, अंग्रेजों का हम पर शासन करना और उनके जाने के बाद भी उन का प्रभाव हम पर रहना है।

पर 2014 से भारत में विदधमान बहुत से साधु-संतों ने यह विचार विमर्श किया कि, भारत में भारतीय संस्कृति को बढ़ावा मिलना चाहिए।

एक ऐसी संस्कृति जो मानवता की प्रतीक है, जो सृजनात्मकता की द्योतक है। एक ऐसी संस्कृति, जहाँ प्रकृति ही सर्वश्रेष्ठ है, परमात्मा है, परमेश्वर है। हमारी संस्कृति जो भारतीयता की प्रतीक है।

अब यह सोचा गया कि इस दिन में ऐसा क्या विशेष किया जाए, जो सर्वसम्मत हों। जिसे अमीर, गरीब हर कोई श्रृद्धा विश्वास से व आसानी से कर सके। 

तब यह विचार किया गया कि, हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे का विशेष महत्व है। ऐसी मान्यता है कि जिन घरों में तुलसी की पूजा नियमित होती है, उस घर में मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का वास होता है, उनकी विशेष कृपा बनी रहती है और उस घर में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती है। 

अतः तुलसी के पौधे की महत्ता को मान देते हुए यह निर्धारित किया कि 25 December को तुलसी पूजन दिवस के रूप में स्थापित किया जाए। 

आइए जानते हैं तुलसी पूजन पर कैसे करें पूजा और क्या है उसका महत्व? 

तुलसी पूजा का महत्व

हिंदू धर्म में तुलसी पूजा का कितना महत्व है, यह इसी बात से सिद्ध होता है कि कोई भी शुभ कार्य बिना तुलसी पूजा के अधूरा माना जाता है। 

आप सोच रहे होंगे कि, तुलसी पूजा? वो तो हर बार नहीं की जाती है... 

की जाती है...

बताते हैं कैसे...

कोई भी शुभ कार्य में सत्यनारायण कथा अवश्य कराई जाती है... 

सत्यनारायण कथा में किसकी कथा की जाती है? इस सृष्टि के पालनकर्ता,  भगवान विष्णु जी की।

तुलसी भगवान विष्णु को अतिप्रिय हैं,  इसलिए भगवान विष्णु को भोग लगाते समय तुलसी पत्ते का प्रयोग अवश्य किया जाता है। आप छप्पन भोग तैयार करा लीजिए, पर जब तक उसमें तुलसी का पत्ता नहीं होगा, भोग अधूरा होगा।

तो करते हैं ना तुलसी पूजा..

यह कहा जाता है कि जिन घरों में तुलसी का पौधा होता है, वहां कभी भी नकारात्मक ऊर्जा हावी नहीं होती है. 

तुलसी पूजा विधि

तुलसी पूजन दिवस यानी 25 दिसंबर के दिन सुबह स्नान करने के बाद तुलसी के पौधे को जल अर्पित करें, इसके बाद इन्हें नारंगी सिंदूर लगांए, चुनरी ओढ़ाकर विधि विधान से पूजा करें। 

इस दिन शाम को तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाएं और तुलसी की माला से जाप करें।  ऐसी मान्यता है कि जो लोग सच्चे मन से तुलसी जी की पूजा करते हैं उनके ऊपर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसती है और कभी रुपए पैसे की कमी नहीं होती है। 

कोई भी शुभ कार्य किया जाए, तो उसका एक विशेष स्थान भी होता है। अगर आप चाहते हैं कि आप के घर में सकारात्मक ऊर्जा रहे, तो उसके लिए आवश्यक है कि आप तुलसी जी का पौधा सही दिशा में रखें।

तो चलिए सही दिशा भी जान लेते हैं, तुलसा जी के पौधे को रखने की।

इस दिशा में लगाएं तुलसी का पौधा

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के तुलसी का पौधा घर के उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में लगाना चाहिए. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।

तुलसी के पौधे की नियमित देखभाल करनी चाहिए। इस बात का विशेष ख्याल रखें की तुलसी का पौधा सूखे नहीं, क्योंकि तुलसी का पौधा सूखना दुर्भाग्य का सूचक है।

पर शीत ऋतु और धूप के अभाव में पौधे के सूखने की प्रक्रिया बढ़ जाती है। आप के घर, शीत ऋतु और धूप के अभाव के कारण यदि तुलसी का पौधा सूख रहा है, और अगर संभव हो सके तो उसे धूप के लिए कुछ दिन किसी दूसरे के निवास स्थान पर पहुंचा दें। जिससे पौधा सूखने से बच जाए।

यदि ऐसा संभव ना हो सके और पौधा सूख जाए, तो विचार ना करें। कभी भी निर्दोष होने पर आप पाप के भागी नहीं बनेंगे। 

तुलसी पूजा के लाभ

यदि आप नौकरी या कारोबार को लेकर परेशान हैं तो तुलसी पूजन के दिन पीले रंग के कपड़े में तुलसी का पौधा बांधकर उसे दुकान या ऑफिस में रख दें। यदि पौधा ना रख सकें तो पीले कपड़े में दो-चार पत्ते भी प्रतिदिन रखने का नियम बना सकते हैं, जिसमें दूसरे दिन पत्तों को बदलते समय, पहले वाले पत्तों को प्रसाद के रूप में ग्रहण कर लें। ऐसा करने से आपके नौकरी व कारोबार में तरक्की मिलना शुरू हो जाती है। पर ऐसा कुछ तभी करें, जब आप पूर्ण विश्वास के साथ कर सकें। क्योंकि ईश्वर प्राप्ति का सबसे सरल और सटीक उपाय, ईश्वर पर श्रृद्धा और विश्वास रखना ही है। 

चलिए हम सब अपनी भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाएं, तुलसी पूजन दिवस को विश्वव्यापी त्यौहार बनाएं 🙏🏻

जय तुलसी माता 🌿🙏🏻

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