Saturday, 6 December 2025

Article : India - The Future World Leader

भारत की प्रभुता, विश्व पर दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और इसका एक और बड़ा उदाहरण है, आज की यह post, जिसे डालते हुए हर्ष का अनुभव हो रहा है।

हाँ, हो सकता है, बहुत लोगों को इससे गर्व और हर्ष का अनुभव न भी हो।

पर कीजिए, अगर आप को भारत से प्यार है, क्योंकि देश को सुविकसित करने में समाज के इस घटक की भी आवश्यकता होती है।

हम ईश्वर से प्रार्थना करेंगे कि आगे भविष्य में हर दूसरा भारतीय इस श्रेणी में हो।

तो चलिए, बात को आगे बढ़ाते हैं कि हम किस विषय पर बात कर रहे हैं…

India - The Future World Leader


भारत Billion-dollar ($) companies की संख्या के मामले में शीर्ष 3 देशों में शामिल हो गया है।

Billion-dollar companies की संख्या के साथ देश:

देखिए, क्या आपको गर्व महसूस हुआ कि हम अपने प्रतिद्वंद्वी चीन को सैकड़ा पीछे छोड़कर top three position पर आ गए।

इस position पर पहुंचना, अर्थात् देश का विकसित देशों की श्रेणी में आगे पहुंचना।

इस position पर पहुंचना, अर्थात् देश में सुअवसर प्राप्त होना।

इस position पर पहुंचना, अर्थात् प्रतिभा पलायन की दर कम होना।

इस position पर पहुंचना, अर्थात् आर्थिक स्थिति का सुदृढ़ होना।

यही कारण है कि आज हम भारतीयों का आर्थिक स्तर ऊंचा हो गया है, लोगों की salary पहले के मुकाबले बहुत बढ़ गई है।

अगर आप को भारत से प्यार है, तो आपको भी इसमें देश की संपन्नता दिखाई देगी।

चलिए, साथ ही यह भी देख लेते हैं कि India की top 10 billion-dollar companies कौन-सी हैं।

आज भारत तीसरे स्थान पर है, वो दिन दूर नहीं जब पहले स्थान पर भी होगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि तब हमारी और आपकी companies भी billion-dollar companies में शामिल हों और हम भी भारत के विकास में सहायक सिद्ध हों।

जय हिन्द, जय भारत 🇮🇳 

Tuesday, 2 December 2025

Recipe : Baked Samosa

समोसा all-time favourite snack है, जो बच्चों से लेकर बड़ों तक, सबको पसंद आती है। हम समोसा और व्रत-वाले समोसा की recipe share कर चुके हैं, recipe देखने के लिए उन links पर click करें।

पर आजकल लोग इतने health conscious हो गए हैं कि fried चीज़ों को avoid करने लगे हैं। अगर आप भी health conscious हैं, तो आपके लिए यह एक खुशी की बात है, कि आप Shades of Life से जुड़े हुए हैं।

आज हम आपके लिए लेकर आए हैं Baked Samosa की recipe, जिससे आपकी सेहत भी खुश और मन भी खुश।अब आप जितने चाहें उतने समोसे खाइए, वो भी health में compromise किए बिना।

Baked Samosa


(I) Ingredients :

  • All purpose flour - 250 gm.
  • Clarified butter (Ghee) - 75 gm. (for Moyan) + 1 tbsp. (for greasing)
  • Butter - 1 tbsp. (for glazing)
  • Salt - as per taste
  • Potato - 150 gm.
  • Pea - 25 gm./optional
  • Green chillies - as per taste
  • Amchur powder - 1 tsp.
  • Coriander leaves (if possible)
  • Black pepper - as per taste


(II) Method :

For Filling -
  1. Boil व mash किए हुए आलू, उबली मटर, salt, black pepper, green chillies, अमचूर powder व coriander leaves डालकर अच्छे से mix कर लीजिए।मिला लें।
  2. एक bowl में 1 tsp. flour में पानी मिलाकर slurry बना लीजिए।


For Outer Shell -

  1. Flour में घी व नमक डालकर हथेली से अच्छे से rub कर flour को अच्छे से मोयन कीजिए।
  2. उसमें हल्का गुनगुना पानी धीरे-धीरे डालते हुए dough prepare कीजिए।


For Samosa -

  1. Dough से गोलियां बना लीजिए। गोलियों को rolling pin की help से flat कर लें, जैसे पूड़ी बनाते हैं।
  2. इसे थोड़ा मोटा ही रहने दीजियेगा। इसे बीच में से काट लें।
  3. इसके किनारे पर slurry को लगाकर चिपकाएं और cone shape बना लीजिए।
  4. अब इसमें filling भरकर इसका मुंह ऊपर से भी बंद कर दीजिए।
  5. अब सभी समोसे पर, चारों तरफ़ से घी की हल्की coating कर दीजिए।
  6. सभी समोसों को microwave-safe तवे पर place कर दीजिए। 
  7. Microwave को ‘Fast Preheat’ कर लें।
  8. अब समोसे के तवे को microwave oven में convection mode पर इन temperatures पर set करते हुए bake करें: 250°C- 5 min, उसके बाद 200°C-10 min,  फिर 180°C- 10 minutes, आखिर में 250°C- 5 min तक bake कर लीजिए।
  9. जब समोसे सुनहरे हो जाएं, तो उन पर हल्के-हल्के हाथों से butter लगा दें।

Savour the Baked Samosa with your favourite sauce, dip or chutney.


(III) Tips and Tricks :

  • Filling आप आलू की ना बनाकर अपनी पसंद की (जैसे मटर, दाल, पनीर की) भी बना सकते हैं, अगर आप चाहें तो मेवा भी use कर सकते हैं। समोसे का पूरा taste, filling के taste पर निर्भर करता है।
  • हमने Baked Samosa बनाने में felling भूनकर नहीं तैयार की है।
  • इसके दो कारण हैं, पहला हमें घी का कम use करना है। दूसरा bake करने से filling के dry होने की tendency होती है, और filling भूनने से भी dry होने की tendency होती है।
  • इसलिए filling भूनकर भरने से over dry हो सकती है। अगर आप को भुना हुआ मसाला ही पसंद है, तो आप समोसे वाली recipe को refer कर सकते हैं
  • At a time 10 samosa ही तवे पर bake होने के लिए रखें।
  • मोयन में घी का अंदाज ऐसा होता है, कि जब आप मैदे में घी डालकर अच्छे से rub कर लें और उसे हाथ में दबाएं, तो लड्डू-सा बनने लगेगा।
  • Dough बनाते समय, जितना कम पानी आप डालेंगे, समोसा उतना ही crispy (खस्ता) बनेगा। अतः ध्यान रखिएगा, ज्यादा पानी से आप के समोसे hard बनेंगे और soggy भी जल्दी हो जाएंगे।
  • Dough बनाने के साथ ही समोसा बनाना शुरू कर लीजिए, वरना dough बनाकर छोड़ने से flour में salt से पानी release हो जाता है, जिससे मोयन बेकार हो जाता है।
  • Baked समोसा बनाने में fat free होने के अलावा भी कुछ और फायदे हैं। आप खूब ज्यादा filling भर सकते हैं, समोसे के फूटने का, और उससे उसमें excess घी भरने का डर नहीं रहता है।
  • भरे घी में कुछ भी बनाते समय सावधानी बरतनी पड़ती है, वरना जलने का डर रहता है। इसमें कोई जलने का डर नहीं है, अतः बच्चे भी बना सकते हैं।
  • कड़ाही में बनाने में बार-बार उलट-पुलट कर तलना होता है, जबकि इस process में केवल बार-बार temperature ही set करना होगा।
  • Temperature की setting; voltage and current पर depend करेगी। अतः हमारे बताए गए time से आपके microwave oven का time little different हो सकता है। 
  • पहली बार बनाते समय वहीं रहते हुए बनाएं, उसके बाद time and temperature की setting सही हो जाएगी।

अगर आप सारे notes follow करेंगे तो, हलवाई के बनाए हुए समोसे के जैसे, आप के समोसे की भी लोग तारीफ करेंगे।

तो सोचना क्या है? बना लीजिए गर्मागर्म समोसे और गुलाबी ठंड का लुत्फ उठाएं।

Saturday, 29 November 2025

Poem : धूप आई घर द्वार

हे ईश्वर, आप परम दयालु हैं, अपनी कृपादृष्टि बनाएं और पुनश्च हमारा सुख-संसार बसाएं 🙏🏻

धूप आई घर द्वार


जिसका किया बरसों इंतज़ार,

वो धूप आई मेरे घर द्वार। 

पर इस बात की खुशियां,

मनाऊं तो मनाऊं कैसे? 

अपने बैचेन दिल को रिझाऊं कैसे?

क्योंकि, अब पिया बैठे उस पार,

तो जिया क्यों न हो बेकरार?

तड़प अभी भी बाकी है।

इंतज़ार अभी भी बाकी है।

पहले धूप का था,

अब साथ का है।

हे प्रभु, किया जब इतना,

तो इतना भी कर दो न।

मेरी झोली में साथ पिया का,

फिर से एक बार भर दो न।

साथ निहारें हम मिलकर,

इस गुनगुनी धूप को।

बरसों इंतज़ार किया था जिसका,

ईश्वर के उस सुखद स्वरूप को।

Tuesday, 25 November 2025

Article : राम मंदिर में धर्म-ध्वज

आज का दिन 25 November 2025, सनातन धर्म के इतिहास में महत्वपूर्ण दिन है।

कारण?

जिस तरह से सैकड़ों वर्षों की परतंत्रता की बेड़ियों को तोड़कर भारत स्वतंत्र हुआ था, वो स्वतंत्रता दिवस का पल अनमोल था।

वैसे ही प्रभु श्रीराम जी के भव्य मंदिर पर सैकड़ों वर्षों पश्चात् सनातन पताका या धर्म-ध्वज लहराना भी अविस्मरणीय दिवस है।

राम मंदिर में धर्म-ध्वज


राम मंदिर में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिखर पर धर्म-ध्वज की स्थापना आज, मतलब 25 नवंबर (मंगलवार) को कर चुके हैं। हर राम भक्त के मन में यह सवाल है कि आखिर 25 नवंबर को ऐसा क्या है कि इसी दिन यह शुभ घड़ी आई है। इस दिन का क्या महत्व है, और 22, 23 अथवा 24 तारीख क्यों नहीं रखा गया?

प्रभु श्रीराम की नगरी, अयोध्या में 25 नवंबर को एक ऐतिहासिक कार्य होने जा रहा है, जिसके लिए खास तैयारियां चल रही हैं। अयोध्या में यह पहली बार होगा, जब राम जन्मभूमि परिसर में बने भव्य राम मंदिर में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिखर पर धर्म-ध्वज की स्थापना 25 नवंबर दिन मंगलवार को करेंगे।

दरअसल 25 नवंबर का दिन बेहद खास है। धार्मिक दृष्टि से यह दिन बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि ज्योतिष गणना के अनुसार, इस दिन विवाह पंचमी है और इसी दिन त्रेतायुग में प्रभु राम और माता जानकी का विवाह हुआ था।

इस दिन किया गया कार्य शुभ माना जाता है। अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं, कि 25 नवंबर का दिन मंगलवार पढ़ रहा है और इस दिन चंद्रमा भी मकर राशि में विद्यमान है।

उन्होंने बताया कि मंगलवार दिन होने की वजह से हनुमान जी महाराज की भी विशेष कृपा इस दिन पर रहेगी।

ऐसी स्थिति में इस दिन कई शुभ योग का निर्माण भी हो रहा है। जिस समय प्रधानमंत्री मोदी दोपहर 11:45 से लेकर 12:29 के बीच राम मंदिर के शिखर पर ध्वज की स्थापना करेंगे, वह मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त है और भगवान राम का जन्म भी दोपहर में अभिजीत मुहूर्त में ही हुआ था। यही वजह है कि यह दिन बेहद खास और ऐतिहासिक दिन है।

यह एक ऐसा दिन है, जो भारत में पुनः हिंदुत्व की प्रभुता को प्रखर करेगा। पुनः भारत अपनी सभ्यता और संस्कृति का प्रचार-प्रसार करेगा, एक बार फिर भारत में रामराज्य स्थापित होगा।

बहुत से लोग होंगे, जिन्हें यह कुछ विशेष नहीं लग रहा होगा, बल्कि वो कहेंगे कि school-colleges खुलवाते, hospitals बनवाते, तो उनको यही कहेंगे, वो भी खुलवाए और बनाए गए हैं।

पर कुछ समय, ध्यान और धन ईश्वर को भी समर्पित करना चाहिए, क्योंकि जहां ईश्वर का वास होता है, वहां सब कुछ खास होता है।


जय श्रीराम, दशरथ नंदन, राजाराम।

जय श्री राम, जय श्री राम, जय श्री राम 🪔 🎉 🚩


आज का दिन मेरी ज़िन्दगी का भी विशेष दिन है। इसी दिन, ईश्वर ने हमें जीवन साथी से जोड़ा था 🙏🏻

ईश्वर की कृपा और आप सभी की शुभकामनाएं सदैव बनी रहे 🙏🏻 🙏🏻 

ईश्वर से प्रार्थना है कि सुखी-वैवाहिक जीवन प्रदान करें, परिवार भी सुख-सम्पन्न रहें, रिश्तों से बंधा परिवार भी और आप सभी से जुड़ा परिवार भी 🙏🏻😊

Sunday, 23 November 2025

Tip : Hacks for reducing pollution-effects

आजकल प्रदूषण अपनी चरम सीमा पर है। पर क्या केवल टीका-टिप्पणी करके ही आप स्वस्थ रह सकते हैं?

नहीं न? 

पर आप रह सकते हैं, वो भी इसलिए क्योंकि आप भारत में हैं।

जी हां, यकीन मानिए, आपने अगर कुछ भोजन और मसालों का उचित सेवन किया, तो प्रदूषण से बचाव बहुत हद तक संभव है।

आइए जानते हैं, कि क्या करना है…

Hacks for reducing pollution-effects


Herbal Tea :

जिसे देशी भाषा में काढ़ा भी कहते हैं, पर fancy नाम ज्यादा attract करता है तो चलिए herbal tea के नाम से ही इसे बना लें। हालांकि, इसमें tea का एक भी particle तक नहीं डालना है। तुलसी, दालचीनी, अदरक, सौंठ, कालीमिर्च, और बड़ी इलायची को मिलाकर herbal tea बनाएं। इसमें थोड़ा गुड़ और सेंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम पी सकते हैं। यह फेफड़ों को साफ करने में मदद करता है।


Golden Latte :

हल्दी का दूध, again, आप चाहें तो, इसके fancy नाम, golden latte के नाम से भी ले सकते हैं। हल्दी के दूध को, जिसे सदियों से भारत में चोट लगने, खांसी-ज़ुकाम में इलाज की तरह से use किया जा रहा है। रात में सोने से पहले हल्दी वाला दूध पिएं। इसमें थोड़ा गुड़ मिलाने से शरीर की शुद्धि होती है और खांसी-asthma में आराम मिलता है।


• Raisins (munakka) & Black Pepper :


मुनक्के में कालीमिर्च के बीज डालकर और सेंधा नमक में लपेटकर चूसने से गला और फेफड़े साफ होते हैं। 

बहुत से लोगों को मुनक्का क्या है समझ नहीं आएगा, तो बता दें यह sort of raisins है। पर यह बड़ी-बड़ी, गहरे रंग की होती है। इसके अंदर बीज भी बड़े होते हैं। आपकी सुविधा के लिए photo भी ऊपर डाली है। यह किसी भी dry fruits वाले और पंसारी के यहां आसानी से मिल जाती है।


Jaggery :

रोज़ाना खाने के साथ jaggery की एक डली खाएं, यह शरीर से प्रदूषित तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। भारत में गुड़ बहुत से स्वाद और varieties के मिल जाते हैं, इसलिए online नहीं बल्कि shopkeeper के पास जाकर, अपने taste के according लीजिए। वैसे चिक्की (गुड़ मूंगफली की पट्टी) या तिल गुड़ का लड्डू और गजक रेवड़ी भी अच्छा option है।


Liquorice :

मुलेठी को मुंह में रखकर चूसने से सांस नली में जमा धुआं और गंदगी साफ हो जाती है।


• Vegetables and Spices :

अपने भोजन में दालचीनी, लौंग, अदरक, लहसुन, प्याज, और कच्ची हल्दी जैसी चीजों का खूब इस्तेमाल करें। ये आपके फेफड़ों और हृदय के लिए फायदेमंद हैं।


• Green leafy vegetables :

पालक, मेथी, धनिया और चौलाई जैसी हरी सब्जियों का सेवन करें, क्योंकि इनमें beta-carotine होता है जो शरीर को प्रदूषण के प्रभावों से लड़ने में मदद करता है।


इसके साथ ही कुछ और उपाय kitchen में भी कर लें-

• Keep it airy :

जब भी संभव हो, खिड़कियाँ खोलकर रसोई को हवादार रखें ताकि ताज़ी हवा आ सके और प्रदूषित हवा बाहर निकल सके।


• Use exhaust fan/chimney :

खाना बनाते समय exhaust fan या chimney का इस्तेमाल करें, यह धुएं को बाहर निकालने में मदद करता है।


• DON'T use non-stick cookware :

खाना पकाने के लिए non-stick बर्तनों के बजाय कच्चा लोहा, stainless steel या ceramic बर्तनों का उपयोग करें, क्योंकि उच्च तापमान पर non-stick coating से जहरीला धुआं निकल सकता है।


Reduce moisture/humidity :

घर में नमी बढ़ने से asthma जैसी दिक्कतें हो सकती हैं, इसलिए गीले कपड़ों को अंदर न सुखाएं और dehumidifier का इस्तेमाल करें


• Maintain cleanliness :

रसोई को नियमित रूप से साफ रखें। कूड़ेदान को ढक कर रखें ताकि मक्खियां और कीटाणु न पनपें।


• Reduce plastic usage :

Plastic की bottles का कम इस्तेमाल करें और plastic के बर्तनों के बजाय अन्य विकल्पों को अपनाएं।

Saturday, 22 November 2025

Article : Pollution in Delhi

आज कल दिल्ली इतनी ज्यादा प्रदूषित हो गई है, कि उसे gas chamber कहा जाना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगा।

पर क्या ऐसा पहली बार हुआ है?

नहीं, बिल्कुल नहीं, हर साल यही हाल रहता है दिल्ली का, और इसी तरह से प्रदूषण का हंगामा मचाया जाता है, और जनता परेशान रहती है।

पर किया क्या जाए?

दिल्ली में प्रदूषण


कुछ उपाय हैं, और उसमें से कुछ का पालन भी किया जा रहा है।

जैसे water-sprinkler vehicles का round, आजकल यह उन इलाकों में भी देखी जा रही है, जहां पहले नहीं दिखाई देती थी।

कहा जाता है कि water body होने से pollution level कम होता है।

दिल्ली में हैं भी यमुना जी, पर वो खुद इतनी प्रदूषित और जीर्ण-क्षीण अवस्था में हैं, कि प्रदूषण को कम करने में क्या ही सहायक होंगी।

तो अगर प्रदूषण-नियंत्रण करना है, तो यमुना नदी की सफाई का कार्य युद्धस्तर पर करना होगा।

केवल छठ पूजा के लिए कुछ हिस्से की सफाई कर के प्रचार-प्रसार करने से नहीं, वरन् सम्पूर्ण यमुना नदी का जल साफ़ होना चाहिए। वो भी वास्तविक रूप से, न कि केवल files and media reports में...

दिल्ली में जगह-जगह कूड़े का पहाड़ खड़ा हुआ है, जिससे 24 घंटे जहरीली gas निकलती रहती है। उसे पाटने का कार्य युद्धस्तर पर किया जाए। वैसे ही, जैसे कुछ और राज्यों और देशों में कूड़े को न केवल खत्म किया है, बल्कि उसका सदुपयोग करके construction कर दिया है। 

गाड़ियों की इतनी अधिक संख्या भी प्रदूषण का बहुत बड़ा कारण है, केजरीवाल जी का odd-even formula भी एक अच्छा उपाय था। हालांकि उससे भी लोग परेशान होते हैं, लेकिन pollution level में कमी अवश्य आती थी।

ऐसे ही कुछ और बड़े कदम हैं, जिनको लिए जाने से हालात सुधारे जा सकते हैं।

पहले दूसरी सरकारों ने दिल्ली का प्रशासन संभाला था, तब उनके कुप्रयासों पर टिप्पणी की जाती थी।

पर अब तो देश की सबसे अच्छी समझी जाने वाली सरकार, BJP government है, जो कि double engine सरकार भी है।

क्या तब भी ऐसी आशा नहीं की जा सकती है कि दिल्ली को प्रदूषण से मुक्ति मिल जाएगी?

दिल्ली में सब कुछ बहुत अच्छा है, लेकिन यह प्रदूषण काले धब्बे नुमा है, इसका नियंत्रण आवश्यक है।

मोदी जी से अनुरोध है कि जब हम दिल्ली वासियों ने BJP government पर विश्वास कर के चुना है, तो आप उसे सार्थक बनाएं। विशेषता प्रदूषण नियंत्रण कर देश के दिल, दिल्ली की धड़कन को स्वस्थ और मजबूत बनाएं।

देश का दिल है दिल्ली, जिसने इसे सुदृढ़ किया, उसने भारत को गौरवान्वित किया।

जय हिन्द, जय दिल्ली 🇮🇳


कुछ काम, सरकार को करने देते हैं, कुछ हम खुद कर लेते हैं। और वो है, भोजन द्वारा भी बढ़ते प्रदूषण से अपने आप को सुरक्षित किया जा सकता है, कैसे?

बस वही कल डाल रहे हैं, अगर आप भी स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो एक बार उस पूरे article को अवश्य पढ़िएगा।

So stay tuned…

Thursday, 20 November 2025

Article : Chicken's Neck

आजकल एक नये मुद्दे पर चर्चा चल रही है और वो चर्चा है मोदी जी की भूटान यात्रा को लेकर...

यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि मोदी जी अपने व्यापारी मित्र अडानी के लिए भूटान दौरे पर गए थे।

अगर आप भी ऐसा समझ रहे हैं, तो समझिए कि बात कुछ और है।

कुछ और?

जी हां, कुछ और, और वो बात है चीन के षड्यंत्रों को निष्फल करना।

अब आप कहेंगे कि हम कहना क्या चाहते हैं।

Chicken's Neck


तो सुनिए, भारत के northeast states का हिस्सा, जो कि seven sisters के नाम से भी जाने जाते हैं।

वो भूटान और उससे लगे हुए चीन से कुछ kilometresकी दूरी पर हैं। भारत के सिलिगुड़ी से एक गलियारा बनता है, जिसे, Siliguri corridor or  Chicken's Neck कहते हैं। 

वो भारत के लिए हमेशा से असुरक्षित गलियारा रहा है, क्योंकि चीन की उस पर बुरी नज़र है, वो चाहता है कि जैसे उसने पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका को अपना‌‌ ऋणी बनाकर उन पर तानाशाही दख़ल कर‌ लिया है, वैसा ही भूटान के साथ भी कर सके। 

पर आप यह बिल्कुल मत समझिएगा कि वो केवल इन देशों पर अपना दबदबा चाहता है। नहीं, बल्कि उसकी कुदृष्टि भारत पर है।

बरसों दुश्मन के भारत पर रहने के बावजूद, भारत‌ एक ऐसी opportunity है, कि जिसने हासिल कर ली, वो विश्व गुरु बन जाएगा।

ऐसे में मुसीबत सिर्फ एक है, ईमानदार व देशभक्त BJP government।

ईमानदार और देशभक्त, पूरी BJP government?!

नहीं, पूरी न सही, पर शीर्ष पर विराजमान मोदी जी, और बहुत से अन्य तो हैं। फिर मोदी जी, तो ऐसे हैं, जो कि बिना थके, दिन-रात अपने आप को देश‌ के लिए समर्पित किए हुए हैं।

तो उनका यह दौरा, अडानी के लिए नहीं वरन् देश के लिए था, देश की सुरक्षा के लिए था, देश के भविष्य के लिए था। चीन की षड्यंत्रकारी चालों को सफल न होने देने के लिए था।

भारत भूटान के साथ अपनी सीमा को सुदृढ़ करने के लिए गया था, जिससे Chicken's Neck के through चीन भारत के northeast पर कब्ज़ा न कर सके। 

वो North East पर कब्जा करके भारत के उस हिस्से को देश‌ से काट न‌ दे।

तो आप ऐसे भी समझ सकते हैं, मोदी जी भूटान, 7 sisters में रहने वाले 25 करोड़ देशवासियों के लिए गए थे। 

जब कोई व्यक्ति, जिसके न‌ आगे कोई, न पीछे कोई, और वो 75 वर्ष की आयु में भी दिन-रात अनवरत अपने कार्यों को सफलतापूर्वक संपन्न कर रहा हो, बिना किसी इच्छा के, बिना किसी बात की दुहाई दिए, तो उसे देश का सौभाग्य समझना चाहिए और जितना हो सके, समर्थन देना चाहिए, जिससे भारत पूर्ववत सोने की चिड़िया बन जाए, विश्व गुरु कहलाए।

जय हिन्द, जय भारत 🇮🇳 


Note -

किसी ने पूछा कि आप इतनी राजनीतिक गतिविधियों को blog में डालती हैं। क्या आप भी मोदी भक्त हैं?

तो कहना यह है कि हम देशभक्त हैं, और जो देश का विकास करेगा, उसके समर्थक।

पर कारण इस तरह की post डालने का यह है, कि हम अपने viewers को‌ life के सारे shades से रुबरू करना चाहते हैं, साथ ही उन viewers के लिए, जो youngsters हैं, उनका general knowledge, current affairs section, भारत की धरोहर व संस्कृति, ऐसे ही पढ़ते-पढ़ते strong हो सकती है, तो हो जाए और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए Shades of Life 18 सहायक बन सके।

All the best for your bright future, my young viewers...

Monday, 17 November 2025

Article : MY factor - एक बेहतर सोच

इस बार बिहार में जिस जबरदस्त जीत को NDA ने हासिल किया है, वो किसी भी राजनैतिक दल के लिए हर्ष का विषय है। इसके लिए NDA government को हार्दिक शुभकामनाएँ।

उन्होंने जीत इस तरह से हासिल की, कि विपक्ष, विपक्ष में बैठने के लिए भी अपनी योग्यता सिद्ध करता फिर रहा है।

अब आते हैं, उस मुद्दे पर, जिस पर सदियों से बिहार में राजनीति होती आ रही थी और वो था MY factor...

MY factor - एक बेहतर सोच


MY factor means मुस्लिम और यादव voters.

अर्थात् जिस राजनैतिक दल ने इन दोनों को साध रखा था, वो सत्तासीन... और इसके साथ ही बिहार में सदियों से चला रही थी, जातिवाद राजनीति।

पर इस बार ऐसा क्या हुआ, कि इन voters पर दूसरा factor इतना भारी पड़ गया, जिसने NDA को प्रचंड बहुमत दिला दिया।

और वो factor था MY।

MY, तो क्या मुस्लिम और यादव vote इस बार NDA को अधिक मिल गये? यह चमत्कार कैसे हुआ?

नहीं, ऐसा कुछ नहीं हुआ। हाँ, चमत्कार तो अवश्य हुआ है, और वो चमत्कार है NDA का MY factor.

पर उनके MY factor का मतलब मुस्लिम और यादव voters नहीं है, बल्कि उनका MY factor means, महिला और युवा voters।

एक ऐसा voter, जो कि जाग्रत हो गया, तो सब पर भारी पड़ता ही पड़ता है और बस वो ही इस बार भारी पड़ गया।

और सही मायने में किसी भी राज्य में, देश‌ में अगर महिला और युवा जाग्रत हैं, अग्रसरित हैं तो जीत भी पक्की है और विकास भी। देश‌ को जातिवाद, समाजवाद में बांटना, राजनीतिक सफलता पाने का हथकंडा हो सकता है, पर देश को बर्बाद करने का सबब भी बनता है। 

अगर देश को सर्वोपरि स्थान पर ले जाना है, तो देश‌ से जातिवाद और आरक्षण जैसे घटक तो हटने ही चाहिए।

अब NDA government से यह प्रार्थना और उम्मीद है कि जिन voters की अपेक्षा पर प्रचंड बहुमत हासिल किया है, उनकी अपेक्षा, उनकी उम्मीदों पर खरे उतरे और बिहार का चहुंओर विकास करें।

पर केवल MY factor ही नहीं, बल्कि RJD की हार का एक और प्रमुख कारण है।

पहले देख लेते हैं कि RJD, किसकी party है और वो किस तरह से जीत हासिल करते थे।

RJD है राष्ट्रीय जनता दल, बिहार की वो राजनीतिक पार्टी, जिस पर लालू प्रसाद यादव के परिवार का वर्चस्व रहा है और जिसकी राजनीति mobilization पर टिकी रही है। यह दल लंबे समय से जातिवाद, मनुवाद, crony capitalism व विभाजनकारी तत्वों से लड़ता आया है।

हाँ, तो बात कर रहे थे कि, MY factor के अलावा और क्या प्रमुख कारण था...

तो वो था लालू प्रसाद यादव के परिवार में मतभेद...

और इस बात का तो इतिहास भी गवाह है कि जब-जब परिवार में मतभेद हुआ है, उसमें फूट पड़ी है, तो उसका सर्वनाश तय है। लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे, तेज प्रताप यादव, तेजस्वी यादव और बेटी रोहिणी के बीच आपस में ही सत्ता पर काबिज़ होने की होड़ लग गई, और वही हुआ, जो सामने परिणाम के रूप में आया है।

Friday, 14 November 2025

Poem : A Child's Privileged Right- 14 November

On the occasion of Children's Day, a little girl, Sanvi Mehra, has expressed her feelings about this special day. The poem portrays how the innocent and cute giggles and smiles of children make the adults feel nostalgic and seem as if they have once again entered into the phase of childhood. 

A Child's Privileged Right- 14 November

Nehru's pride, shine and affection, still showers - the perplexing question strikes the mind.

This makes a layman entangle in the grape wines to find.

But listen, the solution is itty-bitty easy.

The answer derives - the scent of children's day is quite round the corner, and breezy.

Just like Bapu, the second father of munchkins-unlike nation.

Nehru's soul and blood flows in this occasion.

The hilarious giggles, cute conversations and innocence makes a juxtaposition in the mundane surrounding.

Where an elder's heart melts by seeing an inner and past memory bounding.

The merry 24 hours where children are pampered.

Our India's next generation, “The children” say it aloud with proud, while no resource being hampered.

Let's howl and roar “A joyous children day!”
Which gives pupils a new, bright rise and shine like a dawn's ray.


Thursday, 13 November 2025

Recipe : Milk Jam

कल children's day है, तो सोचा आज बच्चों के लिए कुछ special recipe share कर‌ दें, जिसे खाकर बच्चे खुश हो जाएं। और आप भी, क्योंकि यह instantly बनने वाली बहुत easy recipe है। 

और वो Milk Jam...

Jam बहुत से बच्चों को बहुत पसंद आता है, फिर यह तो milk jam है।

Milk jam, regular jam से different है, इसमें हम initially कोई fruits add नहीं करेंगे।

Basically इसका taste jam से बिल्कुल भी नहीं मिलता है। 

आप कहेंगे कि फिर इसे jam क्यों कह रहे हैं? क्योंकि jam का मतलब कोई semi-solid texture with sugar.

आप इस jam को bread slices, roti और poori में लगाकर खा सकते हैं। बाकी यह इतना tasty होता है कि इसे ऐसे भी खाएंगे तो छोड़ नहीं पाएंगे…

Milk Jam


(I) Ingredients :


(II) Method :

  1. दूध में चीनी, milk powder, cornflour को अच्छी तरह से मिलाकर एक solution बना लें।
  2. अब एक non-stick wok लें।
  3. दूध के solution को medium flame पर 1 boil आने तक बराबर चलाते हुए पकाएं।
  4. Boil आने के बाद 10 minutes तक low flame पर बराबर चलाते हुए गाढ़ा होने तक पकाएं।
  5. 10 minutes के लिए ठंडा कर लें।
  6. 2 hours के लिए fridge में रख दें, जिससे यह set हो जाए।

Rich and creamy Milk Jam is ready to serve.


आप इसे serve करते समय अपने taste के according fruits or dry fruits से garnish कर सकते हैं। Although यह ऐसे भी बहुत tasty लगता है।

इसका taste, थोड़ा-सा custard से भी resemble करता है और जब इसे bread slices पर लगाकर खाते हैं, तो थोड़ा cake से resemble करता है।


(III) Tips and Tricks :

  • आप इस nonstick utensils में ही बनाइएगा, because यह utensil की तली (base) से चिपकता है।
  • पकाते समय लगातार चलाते रहना जरूरी है, वरना यह जल जाएगा। अगर यह पकाते समय जल गया तो इसका taste बहुत बेकार हो जाएगा।
  • आप इसे अपने साथ journey में भी ले जाकर enjoy कर सकते हैं। यह semi-solid है, तो spile or mass होने का डर नहीं है।

Wednesday, 12 November 2025

Article : वंदे मातरम्@150 years

वंदे मातरम्, एक शब्द, एक उद्धोष, एक प्रेरणा, एक ज्वाला है, जिसने भारत में स्वतंत्रता की मशाल जला दी। हर बच्चा, युवा, बुजुर्ग- पुरुष और महिला, सबके मन-मस्तिष्क पर वंदे मातरम् अंकित हो गया था।

हर व्यक्ति के लिए अपने स्वार्थ के ऊपर देश था। और जब जन-जन के मन में देश प्रथम होता है, तब स्वर्णिम बेला अवश्य आती है, जो भारत में आजादी के रूप में आई।

देश की आजादी के पश्चात इसे राष्ट्रीय गीत के रूप में सम्मानित किया गया।

वंदे मातरम्@150 years


7 नवंबर को, वन्दे मातरम् को 150 वर्ष पूरे हो गए हैं। अतः सरकार द्वारा यह निर्धारित किया गया है कि इस शुभ अवसर को पूरे एक वर्ष तक उत्सव के रूप में मनाया जाएगा।

Government & public places पर राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् बजाया जाएगा, साथ ही साथ समय-समय पर कुछ विशेष कार्यक्रमों को भी आयोजित किया जाएगा।

वन्दे मातरम् महान बंगला साहित्यकार और देशप्रेमी बंकिम चन्द्र चटर्जी द्वारा संस्कृत और बाँग्ला मिश्रित भाषा में रचित एक गीत है।

उन्होंने इस देशभक्ति गीत की रचना 7 नवंबर 1875 में अक्षय नवमी के दिन की, जिसका publication सन् 1882 में उनके उपन्यास आनन्द मठ में अन्तर्निहित गीत के रूप में हुआ था। इस गीत से सदियों से सुप्त भारत देश जग उठा।

यह गीत British सत्ता के विरोध और देशप्रेम की भावना से ओत-प्रोत एक ऐसी कहानी है, जिसने स्वतंत्रता संग्राम को नये आयाम दिए। 

दरअसल उस समय पर बड़े पैमाने में राजनैतिक, सांस्कृतिक और सामाजिक परिवर्तन हो रहा था। राष्ट्रीय पहचान और British सत्ता के प्रति प्रतिरोध की भावना बलवती हो रही थी।

ऐसे में वंदे मातरम् गीत ने माँ भारती को शक्ति, समृद्धि और दिव्यता के रूप में प्रतिष्ठित किया, तथा देश की एकता व अखंडता की भावना को जाग्रत करते हुए उसे एक काव्यात्मक स्वरूप दिया। जल्दी ही यह गीत भक्ति, समर्पण और अमरता का प्रतीक बन गया।

राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् को एक वर्ष तक विशेष महत्व देना, मात्र इस गीत को विशेष सम्मान प्रदान करना नहीं है वरन् उसके रूप में उन सभी देशभक्त क्रान्तिकारियों के सामने नतमस्तक होना है, जिन्होंने अपने स्वार्थ से ऊपर देश को रखा, जिन्होंने अपने बहुमूल्य जीवन को हंसते-हंसते देश की आजादी के लिए निछावर कर दिया। 

यदि उन्होंने देशभक्ति को सर्वोपरि नहीं माना होता तो भारत को स्वतंत्रता दिलाना असंभव था।

आज हम स्वतंत्र भारत में, स्वेच्छा से अपना जीवन यापन कर रहे हैं, तो उन्हीं देशभक्त क्रान्तिकारियों के कारण ही..

तो क्यों न सरकार के इस सराहनीय कार्य को और शुभ करते हैं। हम अपने बच्चों को, अपने युवाओं को उस पल के विषय में जितना अधिक जागरूक कर सकते हैं, करते हैं। उनके मन में देश-प्रथम की भावना को बलवती करते हैं।

जब हमारा भारत सर्वोपरि, सशक्त, अखंड और समर्थ होगा, तब ही सच्चा नमन होगा, राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् को और सच्ची श्रद्धांजलि देशभक्त क्रान्तिकारियों को।

जय हिन्द, जय भारत 🇮🇳 

Tuesday, 11 November 2025

Shaadi-Vivah Song : बन्नी Reels बनाए बात बात में‌

शादी-विवाह से जुड़े रीति-रिवाजों के गीत साझा कर रहे हैं, उस श्रृंखला में हल्दी चढ़ने की रीति पर पहला गीत है- बन्नी तेरी हल्दी में

दूसरा गीत भात मांगने पर आधारित है- मेरे भैया चले आना 

तीसरा गीत, दुल्हन की मनमोहक रुप को पूर्ण करती हुई, मेंहदी पर आधारित है-मेंहदी रचने लगी हाथों में

शादी-विवाह में बन्ना बन्नी और चुहलबाज़ी वाले गीत बहुत पसंद किए जाते हैं।

बन्ना बन्नी पर आधारित तीन गीत, जिसमें दो चुहलबाज़ी और शरारत से भरपूर हैं:

बन्ना जी जरा जमके कमाना

रात को आ गये चोर

तो एक विवाह के बाद का प्रेम, लज्जा और संस्कार से परिपूर्ण-

बन्ना बुलाए, बन्नी नहीं आए

जो भी शादी करने जा रहे हैं, उनको आगाह करता, आज का यह मजेदार गीत, जिसमें यह प्रस्तुत किया है कि आजकल की बन्नी कैसी हैं, और ससुराल में आकर, वो क्या-क्या करने वाली हैं...

बन्नी Reels बनाए बात-बात में


मतवाली 

वो Instagram वाली 

Mobile रखे हाथ में 

बन्नी reels बनाए बात बात में 


सासु बोली 

बहू पोंछा लगा लो

पोछा लगाते reels बनाए वो 

सास फिसल गई 

कमर टूट गई 

बहू को दे रही गाली

 

मतवाली 

वो Instagram वाली 

Mobile रखे हाथ में 

बन्नी reels बनाए बात बात में 


सासु बोली 

बहू खाना बना लो

खाना बनाते reels बनाए वो 

रोटी जल‌ गई 

खाक हो गई 

सब्जी हो गई काली

 

मतवाली 

वो Instagram वाली 

Mobile रखे हाथ में 

बन्नी reels बनाए बात बात में 


सासु बोली 

बहू कपड़े तो धोलो

कपड़े धोते reels बनाए वो 

कपड़े फट गये

चिथड़े हो गये 

सर्फ हो गया खाली 


 मतवाली 

वो Instagram वाली 

Mobile रखे हाथ में 

बन्नी reels बनाए बात बात में 


सासु बोली 

बहू बर्तन तो धोलो

 बर्तन धोते reels बनाए वो 

बर्तन रह गए 

पानी बह गया 

टंकी हो गई खाली 

 

मतवाली 

वो Instagram वाली 

Mobile रखे हाथ में 

बन्नी reels बनाए बात बात में 


Monday, 10 November 2025

Shaadi-Vivah Song : बन्ना बुलाए, बन्नी नहीं आए

शादी-विवाह से जुड़े रीति-रिवाजों के गीत साझा कर रहे हैं, उस श्रृंखला में हल्दी चढ़ने की रीति पर पहला गीत है- बन्नी तेरी हल्दी में

दूसरा गीत भात मांगने पर आधारित है- मेरे भैया चले आना 

तीसरा गीत, दुल्हन की मनमोहक रुप को पूर्ण करती हुई, मेंहदी पर आधारित है-मेंहदी रचने लगी हाथों में

शादी-विवाह में बन्ना बन्नी और चुहलबाज़ी वाले गीत बहुत पसंद किए जाते हैं।

बन्ना बन्नी पर आधारित दो मजेदार गीत-

आज का यह गाना, मेरी नानी जी का प्रिय गीत था, उसे ही साझा कर रहे हैं, वो तब जितना सुरीला और तर्कसंगत था, आज भी है। विवाह के तुरंत बाद का वार्तालाप (संवाद) गीत है, जिसमें प्रेम भी है, लज्जा भी, संस्कार भी और सबसे बढ़कर,  ससुराल से जुड़ने के बाद, सबसे मीठी याद भी...

बन्ना बुलाए, बन्नी नहीं आए


बन्ना बुलाए, 

बन्नी नहीं आए 

आजा प्यारी बन्नी रे

अटरिया सूनी पड़ी 


मैं कैसे आऊं 

ससुर जी खड़े हैं 

सास भी खड़ी हैं 

पायल मेरी बजनी रे

अटरिया सूनी पड़ी

 

लंबा घूंघट डाल के 

पायलिया उतार के 

आजा प्यारी बन्नी रे 

अटरिया सूनी पड़ी 


बन्ना बुलाए, 

बन्नी नहीं आए 

आजा प्यारी बन्नी रे

अटरिया सूनी पड़ी 


मैं कैसे आऊं 

ताऊ जी खड़े हैं 

ताई भी खड़ी हैं 

पायल मेरी बजनी रे

अटरिया सूनी पड़ी 


लंबा घूंघट डाल के 

पायलिया उतार के 

आजा प्यारी बन्नी रे 

अटरिया सूनी पड़ी 


बन्ना बुलाए, 

बन्नी नहीं आए 

आजा प्यारी बन्नी रे

अटरिया सूनी पड़ी 


मैं कैसे आऊं 

चाचा जी खड़े हैं 

चाची भी खड़ी हैं 

पायल मेरी बजनी रे

अटरिया सूनी पड़ी 


लंबा घूंघट डाल के 

पायलिया उतार के 

आजा प्यारी बन्नी रे 

अटरिया सूनी पड़ी 


बन्ना बुलाए, 

बन्नी नहीं आए 

आजा प्यारी बन्नी रे

अटरिया सूनी पड़ी 


मैं कैसे आऊं 

फूफा जी खड़े हैं 

बुआ भी खड़ी हैं 

पायल मेरी बजनी रे

अटरिया सूनी पड़ी 


लंबा घूंघट डाल के 

पायलिया उतार के 

आजा प्यारी बन्नी रे 

अटरिया सूनी पड़ी 


बन्ना बुलाए, 

बन्नी नहीं आए 

आजा प्यारी बन्नी रे

अटरिया सूनी पड़ी


मैं कैसे आऊं 

भैय्या जी खड़े हैं 

भाभी भी खड़ी हैं 

पायल मेरी बजनी रे

अटरिया सूनी पड़ी 


लंबा घूंघट डाल के 

पायलिया उतार के 

आजा प्यारी बन्नी रे 

अटरिया सूनी पड़ी 


बन्ना बुलाए, 

बन्नी नहीं आए 

आजा प्यारी बन्नी रे

अटरिया सूनी पड़ी 


मैं कैसे आऊं 

जीजा जी खड़े हैं 

दीदी भी खड़ी हैं 

पायल मेरी बजनी रे


अटरिया सूनी पड़ी 

लंबा घूंघट डाल के 

पायलिया उतार के 

आजा प्यारी बन्नी रे 

अटरिया सूनी पड़ी 


बहुत ही मीठा, प्रेम, लज्जा और संस्कार में ढला, बन्ना बन्नी वार्तालाप गीत

Sunday, 9 November 2025

Shaadi-Vivah Song : रात को आ गये चोर

शादी-विवाह से जुड़े रीति-रिवाजों के गीत साझा कर रहे हैं, उस श्रृंखला में हल्दी चढ़ने की रीति पर पहला गीत है- बन्नी तेरी हल्दी में

दूसरा गीत भात मांगने पर आधारित है- मेरे भैया चले आना 

तीसरा गीत, दुल्हन की मनमोहक रूप को पूर्ण करती हुई, मेंहदी पर आधारित है-मेंहदी रचने लगी हाथों में

शादी-विवाह में बन्ना, बन्नी और चुहलबाज़ी वाले गीत बहुत पसंद किए जाते हैं, और वैसा एक गाना हमने कल डाला भी था- बन्ना जी जरा जमके कमाना

तो प्रस्तुत है, चुहलबाज़ी और हंसीं मज़ाक़ से परिपूर्ण एक और गीत, जो पूरे माहौल को खुशनुमा बना देगा।

रात को आ गये चोर


रात को आ गये चोर 

बन्ने की दादी ले गए रे - 2

बन्ने की दादी बड़ी लड़ाकू 

डर गये सारे चोर डाकू 

सर को पकड़, रोए चोर

बन्ने की दादी दे गए रे


रात को आ गये चोर 

बन्ने की मम्मी ले गए रे - 2

बन्ने की मम्मी तगड़ी मोटी 

खा गई उनकी सारी रोटी 

भूखे मर गये चोर 

बन्ने की मम्मी दे गए रे 


रात को आ गये चोर 

बन्ने की ताई ले गए रे - 2

बन्ने की ताई बड़ी खर्चीली 

चोरों की हो गई जेबें ढीली 

कंगाल हो गये चोर 

बन्ने की ताई दे गए रे 


रात को आ गये चोर 

बन्ने की बहना ले गए रे - 2

बन्ने की बहना डिस्को नाचे

नाच नाच कर धरती को हिला दे

चक्कर खा गए चोर 

बन्ने की बहना दे गए रे 




Note : बन्ना-बन्नी के परिवार से नोंकझोंक गीत, आप जिस भी पक्ष के हैं, उसके अनुसार यह गीत गाया जा सकता है, जैसे अगर बन्नी पक्ष में हैं तो ऐसे ही और बन्ना पक्ष में हैं तो इसमें बन्ना की जगह बन्नी लगाकर गाया जाएगा।

Saturday, 8 November 2025

Shaadi-Vivah Song : बन्ना जी जरा जमके कमाना

शादी-विवाह से जुड़े रीति-रिवाजों के गीत साझा कर रहे हैं, उस श्रृंखला में हल्दी चढ़ने की रीति पर पहला गीत है- बन्नी तेरी हल्दी में

दूसरा गीत भात मांगने पर आधारित है- मेरे भैया चले आना 

तीसरा गीत, दुल्हन की मनमोहक रुप को पूर्ण करती हुई, मेंहदी पर आधारित है- मेंहदी रचने लगी हाथों में

शादी-विवाह में बन्ना, बन्नी और चुहलबाज़ी वाले गीत बहुत पसंद किए जाते हैं।

तो चलिए कुछ गीत बन्ना-बन्नी के नाम… 

आज की बन्नी की क्या demand है बन्ना जी से, आज गीत द्वारा उसी को साझा कर रहे हैं।

तो सारे कुंवारे, इस गाने को ध्यानपूर्वक सुनें, और प्रयास करें, अपनी होने वाली वधू को प्रसन्न रखने का...

बन्ना जी जरा जमके कमाना


आया महंगाई का ज़माना,

बन्ना जी जरा जमके कमाना।


दाल और रोटी का गुजारा जमाना,

पिज्जा-बर्गर है खाना।

बन्ना जी जरा जमके कमाना।


आया महंगाई का जमाना 

बन्ना जी जरा जमके कमाना 


हल्दी और उबटन का गुजारा जमाना 

ब्यूटी पार्लर हैं जाना 

बन्ना जी जरा जमके कमाना 


आया महंगाई का जमाना 

बन्ना जी जरा जमके कमाना 


साड़ी और कुर्ते का गुजारा जमाना 

जीन्स टी-शर्ट ही पहनना 

बन्ना जी जरा जमके कमाना 


आया महंगाई का जमाना 

बन्ना जी जरा जमके कमाना

 

बाइक और कार का गुजारा जमाना 

ऐरोप्लेन में बैठाना 

बन्ना जी जरा जमके कमाना 


आया महंगाई का जमाना 

बन्ना जी जरा जमके कमाना


चिठ्ठी और तार का गुजारा जमाना 

आइफोन दिलाना 

बन्ना जी जरा जमके कमाना 


आया महंगाई का जमाना 

बन्ना जी जरा जमके कमाना


Friday, 7 November 2025

Shaadi-Vivah Songs : मेहंदी रचने लगी हाथों में

शादी-विवाह से जुड़े रीति-रिवाजों के गीत साझा कर रहे हैं, उस श्रृंखला में हल्दी चढ़ने की रीति पर पहला गीत था- बन्नी तेरी हल्दी में

दूसरा गीत भात मांगने पर आधारित है, मेरे भैया चले आना

शादी के शुभ कार्य में मेंहदी का विशेष महत्व है, या यूं कहें कि मेंहदी से सजे हुए हाथ पैर, वधू के सौंदर्य को पूर्ण करते हैं।

आज का यह खूबसूरत गीत मेहंदी रचने वाली शाम में गाया व बजाया जाए, तो रौनक दोगुनी हो जाएगी।

मेहंदी रचने लगी हाथों में



मेहंदी रचने लगी हाथों में, बन्ने के नाम की

मेहंदी रचने लगी हाथों में, बन्ने के नाम की 


आई शुभ घड़ी देखो, मेरे आँगन आज जी


बाजे-बाजे रे शहनाई, पिया तेरे नाम की

बाजे-बाजे रे शहनाई, पिया तेरे नाम की


आई शुभ घड़ी देखो, मेरे आँगन आज जी


मेहंदी रचेगी गहरी, प्यार गहरा होगा

मेहंदी रचेगी गहरी, प्यार गहरा होगा

लाल-ख़ुशहाल रंग, संग तेरे होगा

लाल-ख़ुशहाल रंग, संग तेरे होगा


मेहंदी रची है गहरी सी, बन्ना तेरे नाम की 

मेहंदी रची है गहरी सी, बन्ना तेरे नाम की 


आई शुभ घड़ी देखो, मेरे आँगन आज जी


भूल ना जाना हमें, जा के ससुराल तू

भूल ना जाना हमें, जा के ससुराल तू

तड़पेगी ममता मेरी, आएगी याद तू

तड़पेगी ममता मेरी, आएगी याद तू

बिछिया बाजे, पायल छनकी, बन्ना के नाम की

बिछिया बाजे, पायल छनकी, बन्ना के नाम की


आई शुभ घड़ी देखो, मेरे आँगन आज जी


मेहंदी में नाम, हमने जिसका लिखा है

मेहंदी में नाम, हमने जिसका लिखा है

पढ़ के बताओ जी, किसका लिखा है

पढ़ के बताओ जी, किसका लिखा है

गोरे हाथों में रची है, प्रीत तेरे नाम की

गोरे हाथों में रची है, प्रीत तेरे नाम की


आई शुभ घड़ी देखो, मेरे आँगन आज जी

आई शुभ घड़ी देखो, मेरे आँगन आज जी