आजकल प्रदूषण अपनी चरम सीमा पर है। पर क्या केवल टीका-टिप्पणी करके ही आप स्वस्थ रह सकते हैं?
नहीं न?
पर आप रह सकते हैं, वो भी इसलिए क्योंकि आप भारत में हैं।
जी हां, यकीन मानिए, आपने अगर कुछ भोजन और मसालों का उचित सेवन किया, तो प्रदूषण से बचाव बहुत हद तक संभव है।
आइए जानते हैं, कि क्या करना है…
Hacks for reducing pollution-effects
• Herbal Tea :
जिसे देशी भाषा में काढ़ा भी कहते हैं, पर fancy नाम ज्यादा attract करता है तो चलिए herbal tea के नाम से ही इसे बना लें। हालांकि, इसमें tea का एक भी particle तक नहीं डालना है। तुलसी, दालचीनी, अदरक, सौंठ, कालीमिर्च, और बड़ी इलायची को मिलाकर herbal tea बनाएं। इसमें थोड़ा गुड़ और सेंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम पी सकते हैं। यह फेफड़ों को साफ करने में मदद करता है।
• Golden Latte :
हल्दी का दूध, again, आप चाहें तो, इसके fancy नाम, golden latte के नाम से भी ले सकते हैं। हल्दी के दूध को, जिसे सदियों से भारत में चोट लगने, खांसी-ज़ुकाम में इलाज की तरह से use किया जा रहा है। रात में सोने से पहले हल्दी वाला दूध पिएं। इसमें थोड़ा गुड़ मिलाने से शरीर की शुद्धि होती है और खांसी-asthma में आराम मिलता है।
• Raisins (munakka) & Black Pepper :
मुनक्के में कालीमिर्च के बीज डालकर और सेंधा नमक में लपेटकर चूसने से गला और फेफड़े साफ होते हैं।
बहुत से लोगों को मुनक्का क्या है समझ नहीं आएगा, तो बता दें यह sort of raisins है। पर यह बड़ी-बड़ी, गहरे रंग की होती है। इसके अंदर बीज भी बड़े होते हैं। आपकी सुविधा के लिए photo भी ऊपर डाली है। यह किसी भी dry fruits वाले और पंसारी के यहां आसानी से मिल जाती है।
• Jaggery :
रोज़ाना खाने के साथ jaggery की एक डली खाएं, यह शरीर से प्रदूषित तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। भारत में गुड़ बहुत से स्वाद और varieties के मिल जाते हैं, इसलिए online नहीं बल्कि shopkeeper के पास जाकर, अपने taste के according लीजिए। वैसे चिक्की (गुड़ मूंगफली की पट्टी) या तिल गुड़ का लड्डू और गजक रेवड़ी भी अच्छा option है।
• Liquorice :
मुलेठी को मुंह में रखकर चूसने से सांस नली में जमा धुआं और गंदगी साफ हो जाती है।
• Vegetables and Spices :
अपने भोजन में दालचीनी, लौंग, अदरक, लहसुन, प्याज, और कच्ची हल्दी जैसी चीजों का खूब इस्तेमाल करें। ये आपके फेफड़ों और हृदय के लिए फायदेमंद हैं।
• Green leafy vegetables :
पालक, मेथी, धनिया और चौलाई जैसी हरी सब्जियों का सेवन करें, क्योंकि इनमें beta-carotine होता है जो शरीर को प्रदूषण के प्रभावों से लड़ने में मदद करता है।
इसके साथ ही कुछ और उपाय kitchen में भी कर लें-
• Keep it airy :
जब भी संभव हो, खिड़कियाँ खोलकर रसोई को हवादार रखें ताकि ताज़ी हवा आ सके और प्रदूषित हवा बाहर निकल सके।
• Use exhaust fan/chimney :
खाना बनाते समय exhaust fan या chimney का इस्तेमाल करें, यह धुएं को बाहर निकालने में मदद करता है।
• DON'T use non-stick cookware :
खाना पकाने के लिए non-stick बर्तनों के बजाय कच्चा लोहा, stainless steel या ceramic बर्तनों का उपयोग करें, क्योंकि उच्च तापमान पर non-stick coating से जहरीला धुआं निकल सकता है।
• Reduce moisture/humidity :
घर में नमी बढ़ने से asthma जैसी दिक्कतें हो सकती हैं, इसलिए गीले कपड़ों को अंदर न सुखाएं और dehumidifier का इस्तेमाल करें
• Maintain cleanliness :
रसोई को नियमित रूप से साफ रखें। कूड़ेदान को ढक कर रखें ताकि मक्खियां और कीटाणु न पनपें।
• Reduce plastic usage :
Plastic की bottles का कम इस्तेमाल करें और plastic के बर्तनों के बजाय अन्य विकल्पों को अपनाएं।

