Thursday, 28 August 2025

Poem : तुम प्रीत, तुम मीत

तुम प्रीत, तुम मीत 


तुम प्रीत, तुम मीत,

तुम जीवन के संगीत।

हर स्वर की तुम आवाज, 

हर झंकृत तार के साज।।


हर ओर तुम, हर छोर तुम, 

तुम हर पल दिल के साथ।

एहसास तुम, हर श्वास तुम, 

थामे हर पल मेरा हाथ।। 


तुम्हारे जन्म का अर्थ,

मेरा जीवन सार्थक।

अस्तित्व हों अलग-अलग, 

पर मन से नहीं पृथक्।।


जन्मदिवस पर अनेकानेक बधाइयाँ 💐🎉