जन्मदिवस विशेष
मनुष्य के रूप में जन्म लेने के बाद, जिंदगी बहुत से उतार-चढ़ाव के साथ आगे बढ़ती जाती है।
कुछ दिन सुख, कुछ दुःख, कुछ हंसी के तो कुछ खुशी के, कुछ नोंक-झोंक तकरार के, तो कुछ बहुत ज्यादा प्यार के।
रिश्तों के, सपनों के, अपनों के.... अंतहीन, जब तक सांसों की डोर है...
पर कुछ पल बहुत खास होते हैं। जो दिल के सबसे पास होते हैं।
और एक स्त्री के लिए वो दिन होता है, उसकी पूर्णता का, उसके इंसान से सृष्टि बनने का, उसके सम्पूर्ण विश्व में, सबसे बड़े पद पर पहुंचने का, क्योंकि स्वयं ईश्वर ने उस पल में, उसे अपने समतुल्य आने का गर्व प्रदान किया है।
जब एक युवती, माँ बनती है, उस पल से ही उसकी पूरी दुनिया, पूरी धुरी ही बदल जाती है, वो अपने से पहले अपने बच्चों की हो जाती है।
बस यही पल मेरी जिंदगी में आज के दिन आया था, जब मेरी प्यारी सी बिटिया, मेरी नन्ही परी, मेरी राजकुमारी ने जन्म लिया था।
उसके नन्हें कोमल हाथों का स्पर्श, मातृत्व की अनोखी दुनिया में ले गया। जहां उससे पहले कोई नहीं था, बस वो ही वो थी।
उसके नन्हें क़दमों के स्पर्श से, ऐसा लगा, मानो फिर से बचपन लौट आया हो, जिंदगी का सबसे बहुमूल्य पल...
जब उसके नन्हें कोमल चेहरे को अपने चेहरे से लगाया, तो गर्व की अनुभूति हुई कि ईश्वर ने इस महान कार्य के लिए स्त्री को चुना, उसकी कोख को सृष्टि बनने की क्षमता प्रदान की।
उसका आना हमारी जिंदगी में सुख, संपन्नता और संपूर्णता ले आया।
हाँ यह बात है कि उसके आने के बाद बेटा भी हुआ, पर बेटे को इस दुनिया में लाना, बेटी की इच्छा थी, उसको ही साथ चाहिए था, और प्रसन्नता सबको थी।
बेटी के रूप में ऐसी बच्ची मिली, जो एकदम अलग, एकदम अनोखी, अपने नाम अद्विका को सार्थक करती हुई।
कभी कोई ज़िद्द नहीं, कोई तोड़-फोड़ नहीं, कोई demand नहीं, prudent nature वाली। समझदारी ऐसी कि, किसी कठिन परिस्थिति को समझना ही नहीं पड़ा, हम लोगों से ज्यादा वो सुदृढ़ हो जाती, परिस्थितियों को समझने के लिए...
समाज की चिंता, पर किसी के कहे कि कोई परवाह नहीं, अडिग इतनी, कि जो सोच लिया, वो करना है।
Multiple talents लिए, न जाने कितने लोगों को साथ लेकर आगे बढ़ने वाली, अपने लक्ष्य, अपनी मंजिल को पाने के लिए तत्पर...
आज अपनी प्यारी बेटी के 21वें जन्मदिन पर वो लम्हा, वो पल, फिर मन मस्तिष्क पर घूम गया।
दुनिया भर की reels, videos, hi-fi cameras, सब fail हैं, भगवान के बनाए दिल-दिमाग के आगे।
यह दिल और दिमाग ऐसे होते हैं कि मन के घोड़े को एक पल में अतीत और भविष्य में ले जाते हैं।
और एक माँ तो अपने बच्चे के हर जन्मदिन पर उस पल में लौटती ही है, जब उसने पहली बार अपने बच्चे को गोद में लिया हो।
आज उसके इस विशेष जन्मदिवस पर उसको विशेष शुभकामनाएं। आरोग्य, सौभाग्य एवं चिरायु के साथ वो जिंदगी में सफलताओं को प्राप्त करें, सबके बहुत सारे, आशीर्वाद, स्नेह और सम्मान के साथ...