आधुनिकता के इस दौर के बावजूद भी लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर ना ही परंपराओं में कोई बदलाव हुआ, ना ही लोगों की आस्था कम हुई है। यही वजह है की सैकड़ों वर्षों से आस्था और विश्वास से लोग, लोक आस्था का महापर्व छठ मानते आए हैं।
इस पर्व में गाए जाने वाले गीतों की विशेषता यह होती है कि इसे भोजपुरी, मैथिली या मगही भाषा में गाया जाता है।
यह बहुत कर्णप्रिय होते हैं, और अपने तीज़-त्यौहार और संस्कृति से जुड़े हुए होते हैं।
पिछली छठ पर्व पर कांच ही बांस की बहंगिया गीत का हिंदी में भावार्थ किया था, जो लोगों द्वारा बहुत पसंद किया गया था, तथा हमारे पाठकों की यह मांग थी कि कुछ अन्य लोकप्रिय गीतों को भी हिंदी में भाव के साथ अनुवादित कर दें, जिससे आने वाली पीढ़ी इन गीतों के भावार्थ के साथ इनसे जुड़ सकें।
आज पहिले पहिल छठी मइया गीत का भावार्थ करने का प्रयास किया है, आशा है यह भी आप लोगों की कसौटी पर खरा उतरेगा।
पहिले पहिल छठी मइया
यह गीत, तब के संदर्भ में रचित किया गया है, जब कोई व्रती, पहली बार छठी मैया का व्रत आरंभ कर रही है, इस गीत के द्वारा छठी मैया को रिझाने, उन्हें अपने द्वारा किए गए पहले व्रत में हुई त्रुटि को माफ़ करने और व्रत से प्रसन्न होकर आशीष देने की कामना कर रही है।
जिसमें पति से स्नेह मिलने की कामना, पुत्र की मंगल कामना, कुल-परिवार की सुख-सम्पन्नता की कामना की गई है।
साथ ही वो घाट पर अति मनोहारी दृश्य को देखकर अति प्रसन्न होकर, छठी मैया से आए हुए उनके अनेकों भक्तों के भी सुख की कामना कर रही है।
छठी मैया से मिलने वाली हजारों असीस की कामना कर रही है।
इस भजन के बोल इस प्रकार हैं, एक बार इन बोल को ऊपर दिए गए भावार्थ के साथ मिलाकर समझेंगे तो यह गीत आपके मन-मस्तिष्क पर छपता चला जाएगा, और आप स्वतः छठी मैया के असीम स्नेह और कृपादृष्टि से जुड़ते चले जाएंगे।
पहिले पहिल छठी मइया
पहिले-पहिल हम कइनी
छठी मइया, बरत तोहार
छठी मइया, बरत तोहार
करीहा क्षमा, छठी मइया
भूल-चूक, गलती हमार
भूल-चूक, गलती हमार
गोदी के बालकवा के दीहऽ
छठी मइया, ममता, दुलार
छठी मइया, ममता, दुलार
पिया के सनेहिया बनइहा
मइया, दीहऽ सुख सार
मइया, दीहऽ सुख सार
नारियर, केरवा, गउदवा
साजल नदिया किनार
साजल नदिया किनार
सूनीहा अरज, छठी मइया
बढ़े कुल-परिवार
बढ़े कुल-परिवार
घाट सजवली मनोहर
मइया, तोर भगती अपार
मइया, तोर भगती अपार
लीही न अरगिया, हे मइया
दीहीं आसीस हजार
दीहीं आसीस हजार
पहिले-पहिल हम कइनी
छठी मइया, बरत तोहार
छठी मइया, बरत तोहार
करीहा क्षमा, छठी मइया
भूल-चूक, गलती हमार
भूल-चूक, गलती हमार
भूल-चूक, गलती हमार
बोलो छठी मैया की जय 🙏🏻
छठी मैया, आप अपने भक्तों पर अपनी कृपादृष्टि, अनुकंपा और स्नेह सदैव बनाए रखियेगा 🙏🏻
छठी पर्व से जुड़ी अन्य post, कृपया इन्हें भी देखें और छठी मैया से पूर्ण रूप से जुड़ जाएं और उनकी हजारों-हजार असीस पाएं।
