आज से हिन्दुओं के सबसे बड़े त्यौहार, दीपावली के पांच-दिवसीय उत्सव का आरंभ हो गया है।
धनतेरस के उत्सव से आरंभ होकर यह भाई दूज के पर्व पर पूर्ण होता है।
धनतेरस, धन प्रदान करने वाली माँ लक्ष्मी व धन के देवता कुबेर जी, व धनवंतरी जी की विशेष पूजा का दिन है।
अतः यह दिन मुख्यतः marketing का दिन है, जिसमें लोग अपनी सामर्थ्य के अनुसार - gold, silver, utensils, white goods और vehicles खरीदते हैं।
इस महंगाई में हर कोई कुछ खरीद सकें, इसके लिए ही एक list बता रहे हैं।
इसमें से कुछ तो ऐसी वस्तुएँ हैं, जो हर कोई खरीद सकता है, बल्कि खरीदना ही चाहिए।
धनतेरस - क्या खरीदें और कब खरीदें?
1) What to Buy -
• Gold & Silver :
सोना-चांदी की खरीदारी तो सबसे प्रमुख है, पर अपने सामर्थ्य के अनुसार ही लें। ध्यान रखिएगा कि अगर सोना-चांदी ले रहे हैं, तो असली ही लें। इस दिन imitation वाली jewelry न लें।
• White-goods & vehicles :
आज कल इन्हें भी दीपावली में लेने का प्रचलन बहुत अधिक चल गया है। इसलिए दीपावली पर बहुत अच्छी deals भी आती हैं। पर कहा जाता है कि लोहा धनतेरस पर नहीं लेना चाहिए। लोहा नहीं लेने की सलाह शनिवार के लिए भी कही जाती है।
इस वर्ष धनतेरस का पर्व शनिवार को ही पड़ रहा है, और इन सबमें विशेष रूप से लोहे का उपयोग होता है।
तब क्या करें? क्या न लें?
आप ले सकते हैं। न ही अच्छी deals खाली जाने दें, न ही अपने मन को मारें, क्योंकि बड़ी चीज़ को खरीदने की इच्छा बहुत दिनों में बनती है।
तो आपको करना यह है कि billing धनतेरस के दिन कर लें और घर में delivery छोटी दीपावली या दीपावली वाले दिन में लें।
मतलब अच्छी deal भी ले लें और धनतेरस और शनिवार को लोहा घर पर भी न लाएँ।
• Idol of Maa Lakshmi & Shri Ganesh :
इसके बिना तो दीपावली की पूजा भी संभव नहीं है, पर ध्यान रखें कि मूर्ति मिट्टी की या धातु की ही लें। Plastic, plaster of paris और bone china जैसे materials की न लें। और विशेष रूप से वो ही मूर्ति लें, जिसको भारत में बनाया गया हो। Fashion में आकर अपनी पूजा-अर्चना भंग मत करिएगा।
• 5 Paan (Betel) Leaves :
हिन्दू धर्म में सभी धार्मिक कार्यों में पान व आम के पत्तों का विशेष महत्व है। प्रधानता पान के पत्तों को दीजिए। पान के पत्ते न मिलने पर आम के पत्तों को ले सकते हैं। पर ध्यान दीजिएगा कि पूजा के लिए पांच पत्ते ही लीजिएगा।
हाँ, तोरणद्वार के लिए आप आम, अशोक या केले के पत्तों का उपयोग भी कर सकते हैं।
• Impression of Maa Lakshmi's foot :
बाजार में माता रानी के पैर की छवि बहुत आराम से मिल जाती है, उन्हें अवश्य लें। या फिर आप एक काम और कर सकते हैं, कि ऐपन (चावल के आटे में पानी डालकर तैयार किया गया घोल) में अपनी मुट्ठी को (छोटी उंगली की तरफ वाली जगह से) dip करें। फिर जमीन पर लगाएँ, एक छवि बनेगी, जिस के ऊपर आप पांच बिंदिया बना दें। आप देखेंगे कि छोटे-छोटे पैर जैसी छवि उभर आएगी। इसे बाहर के दरवाजे से पूजा के स्थान तक बना दें। पर आपको दीपावली के मुख्य दिन ऐपन से पैर की छवि बनानी है।
• Kheel & Batashe -
पहले दीपावली में खील-बताशे, उसके मुख्य पकवान और पहचान होते थे। पर आज यह लोगों को कम पसंद आते हैं, और बाजार में मिलने भी कम लगे हैं।
पर यह शुभता के प्रतीक होते हैं, अतः थोड़ी मात्रा में अवश्य लें।
पूजा के बाद बताशे आप जब कुछ भी मीठा बना रहे हों, तो उसे उपयोग में ले लें।
और खील को आप जैसा link में दिया है, ऐसे बना लें - https://shadesoflife18.blogspot.com/2019/10/recipe-crispy-butter-kheel.html?m=1
खील हाथों-हाथ उठ जाएगी, बल्कि और खानी है, इसकी demand होगी। क्योंकि यह स्वाद में popcorn से ज्यादा tasty लगेगी।
• Common Salt (NaCl) :
कहा जाता है कि नमक negativity को absorb करता है, साथ ही बुरी नज़र को दूर करता है और दरिद्रता को हटाता है।
फिर नमक के बिना तो भोजन में भी स्वाद नहीं आता है।
धनतेरस के दिन नमक खरीदें और दीपावली की पूजा के बाद, अगले दिन कुछ नमक, पोछे के पानी में डालकर पोंछा लगवाएं और शेष नमक खाना बनाने में use कर लें।
• Broomstick :
झाड़ू को माता लक्ष्मी से जोड़ा जाता है। कहा जाता है कि धनतेरस के दिन ली गईं झाड़ू की दीपावली में पूजा करें और अगले दिन उससे पूरे घर में झाडू लगवा दें तो पूरे साल भर घर धन-धान्य और ऐश्वर्य से परिपूर्ण रहता है।
ऐसा नहीं है कि यह करने से आप रातोंरात मालामाल हो जाएंगे, पर आप की परिस्थिति सुदृढ़ रहेगी। व्यर्थ का धन व्यय नहीं होगा।
• Dried Coriander Seeds :
सूखा धनिया रखना भी धन-धान्य का प्रतीक है। धनतेरस के दिन सूखे धनिया के दाने लें। दीपावली वाले दिन, उन दानों से पूजा करें।
अगले दिन कुछ दानों की पोटली बनाकर, उसे अपनी तिजोरी में या जहाँ धन रखते हैं, वहाँ रखें। शेष दानों को पीसकर भोजन बनाने में use करें।
इस पूरी list में बहुत कुछ ऐसा है, जो हर कोई खरीद सकता है। अपने सामर्थ्य व अपनी जरूरत के अनुसार सामान खरीदें और पांच-दिवसीय उत्सव दीपावली को मनाएँ।
दीपावली में सभी कार्य शुभ हों, सभी परिणाम शुभ हों, सबका सब शुभ-शुभ हो।
जय माता लक्ष्मी, जय श्री गणेश, जय धनवंतरी, जय कुबेर 🙏🏻
Worth reading..good information
ReplyDeleteThank you so much for your appreciation 🙏🏻😊
Deleteआपने तो बढ़िया टिप्स दी धन त्रियोदशी पर। माता लक्ष्मी जी के चरण बनाने की विधि बहुत शानदार है
ReplyDeleteआपका हृदय से अनेकानेक आभार 🙏🏻 😊
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