Saturday, 1 January 2022

Poem : सुखद नववर्ष आया

सुखद नववर्ष आया 




सुखद नववर्ष आया है,

नवयौवना सा वो देखो,

हर दिल को भाया है।

नयी उमंगें, नयी चाहतें,

खुशियों के आने की आहटें;

नयी भोर सा उज्जवल शीतल,

सुखद स्वप्न ले अपने भीतर।

सबको हर्षित करने आया है ,

सुखद नववर्ष आया है।

विगत वर्ष जो बीत गया,

सुख-दुःख अपने में समेटे;

जा रहा है, यह आशीष देकर।

हो नववर्ष सुखद सुन्दर,

तारों सा झिलमिल झिलमिल,

हर एक को मिल जाए इसमें,

अपनी-अपनी मंज़िल।

मिले सभी को अपनों का साथ,

ना छूटे कहीं, किसी का हाथ।

नववर्ष आए लेकर,

सबके लिए खुशियों की सौगात।।


💐Happy New Year to all of you 🎉

4 comments:

  1. आशावादी दृष्टिकोण ,बहुत अच्छी रचना।

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    1. आप के सराहनीय शब्दों व आशीर्वाद के लिए अनेकानेक आभार 🙏🏻😊💞

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  2. बहुत सुन्दर रचना है ढेर सारे आशीर्वाद बेटा जी

    ReplyDelete
    Replies
    1. आप के सराहनीय शब्दों व आशीर्वाद के लिए अनेकानेक आभार 🙏🏻😊💞

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