बसंतपंचमी का त्योहार
माँ सरस्वती की कृपा अपार
कृपा से ही, चलता सारा
संसार
उनकी वन्दना हेतु,
पुष्प लिए
नर-नारी,
बच्चे सब हैं तैयार
शिक्षा की देवी हैं माता
गीत संगीत, सब उनसे ही आता
जिस पर नहीं गर, कृपा माँ
की
अशिक्षा के तम में, घिर जाता
आनंद और प्रमोद उन्हीं से
जीवन का हर बोध उन्हीं से
जो विद्या के मंत्र ना जाने
उसके जीवन के क्या माने
विद्या नर को नर बनाए
हर जीव से अलग कराये
शिक्षा ही सबमें, मान दिलाये
जीवन में, सुख-सम्मान
दिलाये
अंजली में पुष्प लिए
पुष्पांजलि, देने को तैयार
माँ की कृपा, बने सभी पर
शुभ हो सबके लिए
बसंतपंचमी का त्योहार
🙏🙏
ReplyDeleteWell composed....its great that u pick all the topics of everyday life whether it is festival of the day or basic problem of day to day ....ur poems inspire us to enjoy and entertain every moment.
ReplyDeleteThank you so much Ma'am for your admiration
DeleteYour words encourage me to write more
Nice poem
ReplyDeleteThank you so much Ma'am for your appreciation
DeleteBeautiful poem
ReplyDeleteMaa vinavadini ko shat2 naman🙏🙏
ReplyDeleteYou have amazing talent of expression...maa saraswati has blessed you enormously.
ReplyDeleteThank you so much Ma'am for your admiration and blessings.
DeleteFabulous readers like you inspire me to keep penning my thoughts.